Chandrayaan 3 Successfully launched : भारत का चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है। देश की स्पेस एजेंसी इसरो (ISRO) ने अभी दोपहर 2.35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से मून मिशन को लॉन्च किया। तय योजना के अनुसार, चंद्रयान-3 को एलवीएम-एम4 रॉकेट की मदद से उड़ाया गया। लॉन्च के 16 मिनट बाद चंद्रयान ऑर्बिट में पहुंच गया। दोपहर 2 बजकर 52 मिनट पर जैसे ही यह घोषणा हुई, सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी। चंद्रयान-3 अब 42 दिनों के चांद के सफर पर निकल गया है। सबकुछ ठीक रहा तो चंद्रयान-3, 23-24 अगस्त को चांद पर लैंड कर सकता है। लैंडर ‘विक्रम' के चांद पर उतरते ही हम दुनिया के चौथे देश बन जाएंगे, जो चांद पर पहुंचे हैं।
साल 2019 में चंद्रयान-2 मिशन का लैंडर चंद्रमा की सतह पर क्रैश हो गया था। उसके फौरन बाद भारत ने तीसरे मून मिशन की तैयारी शुरू कर दी थी। इसरो के वैज्ञानिक बीते कई महीनों से दिन-रात मिशन को सफल बनाने में जुटे हुए थे। चंद्रयान-3 की लैंडिंग में कोई परेशानी ना आए, इस बात का विशेष ध्यान इस बार रखा गया है।
मिशन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि अगस्त के आखिर में जब लैंडर चांद की सतह पर उतरने की कोशिश करेगा और कोई परेशानी आई, तो उसे दूसरी जगह भी लैंड कराया जा सकता है। मिशन का मसकद सफलतापूर्वक चंद्रमा पर लैंड कराना और वहां चहलकदमी की क्षमताओं को साबित करना है।
चंद्रयान-3 को अंतरिक्ष में लेकर गए एलवीएम-एम4 रॉकेट को वैज्ञानिक प्यार से 'फैट बॉय' भी कहते हैं। ‘फैट बॉय' ने लगातार 6 सफल अभियानों को पूरा किया है। चंद्रयान-3 मिशन भी अब इस रॉकेट के नाम हो गया है। जुलाई महीने में मिशन को लॉन्च करने की सबसे बड़ी वजह पृथ्वी और चंद्रमा एक-दूसरे करीब होना है। साल के इस महीने में दोनों एक-दूसरे के सबसे नजदीक होते हैं।
मिशन की सफल लॉन्चिंग से पहले मंगलवार को इसरो ने लॉन्च रिहर्सल भी की थी। आज देशभर से लोग इस मिशन के लाइव गवाह बने। विदेशों में भी चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग को देखा गया है। इस खबर से जुड़े अन्य अपडेट्स भी हम आपको देते रहेंगे।