ओरियन मेल ड्रोन को रूस ने बनाया है। दुश्मन पर निगाह रखने का काम यह बखूबी करता है और 10 हजार मीटर की ऊंचाई पर 30 घंटों तक उड़ान भर सकता है। रूस इस ड्रोन के Orion-E और Orion-2 वर्जन तैयार कर रहा है। Orion-2 का वजन 5 टन तक है। इसके पंख 30 मीटर तक लंबे हैं। यह अपने साथ 4 बम या 4 मिसाइल लेकर उड़ सकता है।
MQ-9B Drone : MQ-9B ड्रोन को जनरल एटॉमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम्स (GA-ASI) ने डेवलप किया है। यह MQ-9 "Reaper" का एक प्रकार है, जिसे अमेरिका की एयरफोर्स इस्तेमाल करती है।
हार्वर्ड के प्रोफेसर एवी लोएब (Avi Loeb) का मानना है कि एलियंस पहले इंसानों से संपर्क नहीं करेंगे। वो पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से कॉन्टैक्ट कर सकते हैं।
ग्रेटर नोएडा स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) से नोएडा सेक्टर-62 में स्थित जेपी इंस्टिट्यूट तक की 35 किलोमीटर की दूरी ड्रोन ने 15 मिनट में पूरी की।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने सोमवार को राज्यसभा में बताया कि प्राइवेट प्लेयर्स ‘ड्रोन रूल्स 2021’ का अनुपालन करते हुए डिलिवरी से जुड़े उद्देश्यों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने को लेकर स्वतंत्र हैं।