एलियंस (Aliens) का जिक्र होते ही वैज्ञानिक कम्युनिटी में दो धड़े नजर आते हैं। एक पक्ष का मानना है कि एलियंस जैसी कोई चीज नहीं होती।
ब्रह्मांड में कहीं जीवन है और होगा तो सिर्फ पृथ्वी पर। वहीं, दूसरे पक्ष को लगता है कि एलियंस मौजूद हैं और एक ना एक दिन इंसान और एलियंस का संपर्क जरूर होगा। हार्वर्ड के प्रोफेसर एवी लोएब (Avi Loeb) एलियंस से जुड़े विषयों पर खूब मुखर होते हैं। हाल में उन्होंने एक नया दावा किया है। एवी लोएब का मानना है कि एलियंस पहले इंसानों से संपर्क नहीं करेंगे। ऐसी संभावना है कि वो पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से कॉन्टैक्ट कर सकते हैं।
एवी लोएब ने अपनी थ्योरी को गॉड वर्सेज एलियंस (God Versus Aliens) नाम की एक डॉक्युमेंट्री में शेयर किया है। डेली मेल के
अनुसार, इसमें उन्होंने कहा था कि क्रू वीकल भेजने के बजाए एलियंस के AI ड्रोन पृथ्वी पर पहले आ सकते हैं। एवी लोएब को लगता है कि एलियंस का एआई सिर्फ एआई से ही कनेक्ट कर सकता है। ऐसी स्थिति में एआई, इंसानों को बायपास कर सकता है।
लोएब का यह भी मानना है कि एलियंस का एआई अगर पृथ्वी पर संपर्क करता है, तो यह काफी डरावना होगा। इंसानों के बनाए एआई उनकी नकल करके एलियंस के एआई जैसे बन सकते हैं। डॉक्युमेंट्री में लोएब ने यह भी कहा है कि एक ग्रह से दूसरे ग्रह पर यात्रा में इंसान के बजाए मशीनों ज्यादा बेहतर हैं, क्योंकि इन यात्राओं में काफी वक्त लगता है।
प्रोफेसर ने कहा कि अगर एलियंस अपने एआई के जरिए हमसे कॉन्टैक्ट करते हैं, तो इंसान भी अपने एआई सिस्टम की मदद से जुड़कर उन्हें समझ सकता है। एलियंस को लेकर अपने दावों से एवी लोएब ने पहली बार नहीं चौंकाया है। इसी साल मार्च में उनके हवाले से आई एक
रिपोर्ट में कहा गया था कि हमारे सौरमंडल के चारों ओर एलियंस का एक विशालकाय स्पेसक्राफ्ट मौजूद हो सकता है। यह सौरमंडल के ग्रहों की खोज में जुटा हो सकता है, जिसके लिए स्पेसक्राफ्ट से छोटे-छोटे मिशन हमारे सौर मंडल में भेजे जा रहे हैं।
एवी लोएब ने पेंटागन में AARO के अधिकारी सीन एम किर्कपैट्रिक के साथ मिलकर एक पेपर तैयार किया था। दोनों का मानना है कि एक एक्स्ट्रटरेस्ट्रीअल या परग्रही स्पेसशिप हमारी आकाशगंगा में हो सकता है। यह छोटे-छोटे स्पेसक्राफ्ट भेजकर ग्रहों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहा है। ठीक उसी तरह जैसे इंसान पृथ्वी से बाहर ग्रहों पर मिशन भेज रहा है।