भारत सरकार अब हाइड्रोजन को फ्यूल के रूप में इस्तेमाल करने वाले वाहनों की ओर बढ़ने पर फोकस कर रही है। देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन जल्द ही पटरी पर हो सकती है। सरकार इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है और कथित तौर पर भारतीय रेलवे ने इसके लिए तीसरे पक्ष के सेफ्टी ऑडिट के लिए जर्मनी की TUV-SUD को नियुक्त किया है।
रिसर्चर्स ने दुनिया का पहला फ्लेक्सिबल ‘सौर पैनल’ (flexible ‘solar panel’) तैयार किया है। दावा है कि यह इतना पतला है, जिसे कोटिंग के रूप में किसी भी ऑब्जेक्ट पर लगाया जा सकेगा।
Indoor Solar Cells : लिथुआनिया की काउनास यूनिवर्सिर्टी के कुछ रिसर्चर्स ने 37 फीसदी चार्जिंग एफिशिएंसी वाले इनडोर सोलर सेल (indoor solar cell) विकसित किए हैं।
ब्रिटेन में एक बच्चे के हार्ट में डोनर स्टेम सेल (donor stem cells) को इंजेक्ट करके उसकी जान बचाई गई है। डॉक्टरों ने प्लेसेंटा से स्टेम सेल को डेवलप किया।
साइबर सेल के इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर आरएस तिवारी के अनुसार, अपराधी गांव का है। वो लोगों के साथ फ्रॉड करने के लिए अपने साथियों की मदद से बैंगलुरु ट्रेवल किया करता था।
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने रविवार को पुणे में देश की पहली स्वदेशी ‘हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस’ (Hydrogen Fuel Cell Bus) को अनवील किया।
नोट्रे डेम (Notre Dame) यूनिवर्सिटी के बायोइंजीनियरों ने ऐसी तकनीक बताई है, जिससे क्षतिग्रस्त स्टेम कोशिकाओं को ठीक किया जा सकता है और वह दोबारा नए ऊतकों को विकसित कर सकती हैं।
एथर एनर्जी के सीईओ ने ये भी कहा कि इसका दूसरा कारण भारत में हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग बढ़ना भी है। कंपनियां अधिक स्पीड वाले ईवी (EV) बना रही हैं जिनमें कम कम क्षमता वाली बैटरी का ओवरहीट होना लाजमी है।
Mirai को लेकर Toyota का दावा है कि यह कार फुल टैंक के साथ 650 km की रेंज निकाल सकती है। बताया गया है कि यह कार पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल है और इसमें पानी के अलावा कोई और उत्सर्जन नहीं होता।