• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • गजब! वैज्ञानिकों ने बनाया फ्लेक्सिबल ‘सौर पैनल’, फोन कवर में भी लग जाएगा, बनेगी बिजली

गजब! वैज्ञानिकों ने बनाया फ्लेक्सिबल ‘सौर पैनल’, फोन कवर में भी लग जाएगा, बनेगी बिजली

वैज्ञानिकों ने सिलिकॉन-बेस्‍ड पैनलों की तुलना में 150 गुना पतले सोलर सेल बनाए हैं।

गजब! वैज्ञानिकों ने बनाया फ्लेक्सिबल ‘सौर पैनल’, फोन कवर में भी लग जाएगा, बनेगी बिजली

Photo Credit: Pixabay

जो मटीरियल साइंटिस्‍टों ने बनाया है, वह कैल्शियम टाइटेनियम ऑक्साइड का सिंथेटिक वर्जन है।

ख़ास बातें
  • वैज्ञानिकों ने बनाया नए तरह का सोलर पैनल
  • पेरोवस्काइट संरचनाओं का किया इस्‍तेमाल
  • यह एक तरह की कोटिंग होगी, जो कहीं भी लगाई जा सकेगी
विज्ञापन
सोलर एनर्जी के सेक्‍टर में विकास की संभावना बहुत ज्‍यादा है। माना जाता है कि सोलर पैनल जितने एडवांस और ईजी टु यूज होंगे, दुनिया में बिजली उत्‍पादन उतना ही आसान होगा और यह क्‍लीन एनर्जी की दिशा में भी बड़ा प्रयास बनेगा। क्‍या वह वक्‍त जल्‍द आने वाला है? एक रिपोर्ट के अनुसार, रिसर्चर्स ने दुनिया का पहला फ्लेक्सिबल ‘सौर पैनल' (flexible ‘solar panel') तैयार किया है। दावा है कि यह इतना पतला है, जिसे कोटिंग के रूप में किसी भी ऑब्‍जेक्‍ट पर लगाया जा सकेगा और वो ऑब्‍जेक्‍ट, पोर्टेबल एनर्जी सोर्स के रूप में काम करेगा।  

लाइव साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने सिलिकॉन-बेस्‍ड पैनलों की तुलना में 150 गुना पतले सोलर सेल बनाए हैं। इतने पतले होकर भी ये भरपूर एनर्जी पैदा कर सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इन पैनलों को किसी भी ऑब्‍जेक्‍ट पर प्रिंट किया जा सकेगा जैसे कोई कार या स्‍मार्टफोन का केस। ऐसा हुआ तो आपकी डिवाइस सौर ऊर्जा पैदा करने वाली डिवाइस में बदल जाएगी। 

रिसर्चर्स ने जो मटीरियल तैयार किया है, वह सिर्फ एक माइक्रोन (0.001 मिमी) पतला है। जापान के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस्ड इंडस्ट्रियल साइंस एंड टेक्नोलॉजी (AIST) ने इस आविष्कार को सर्टिफाइ कर दिया है। स्‍टडी अभी पब्लिश नहीं हुई है। 

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने यह आविष्‍कार किया है। रिपोर्ट के अनुसार, उन्‍होंने पेरोवस्काइट संरचनाओं (perovskite structures) से नया फोटोवोल्टिक मटीरियल बनाया। यही मटीरियल सूर्य की रोशनी को एनर्जी में बदलता है। 
 

लैब और फैक्ट्रियों में बनेंगे पैनल  

जो मटीरियल साइंटिस्‍टों ने बनाया है, वह कैल्शियम टाइटेनियम ऑक्साइड का सिंथेटिक वर्जन है। दावा है कि इसे सस्‍ते दाम में लैब या फैक्ट्रियों में बनाया जा सकता है। ऐसा हुआ तो नए सोलर पैनल को ज्‍यादा मात्रा में तैयार किया जा सकेगा। 

रिसर्चर्स का कहना है कि इस आविष्‍कार से हम सस्ती सौर ऊर्जा पैदा करने के लिए कई तरह की सतहों पर पेरोवस्काइट कोटिंग्स लगाने की कल्पना कर सकते हैं। यह हमारी कारों, बिल्डिंग की छत यहां तक ​​कि मोबाइल फोन के पीछे भी लग जाएगी।
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Honor 500 Pro में मिल सकता है 200 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा, 6.55 इंच डिस्प्ले
  2. पहियों पर चलने वाला रोबोट! Unitree ने लॉन्च किया G1-D रोबोट, ऐसे करता है काम
  3. Bitcoin में भारी गिरावट, 96,000 डॉलर से कम हुआ प्राइस
  4. 172km रेंज के साथ फ्लैगशिप इलेक्ट्रिक बाइक Matter Aera 5000+ हुई लॉन्च, जानें सबकुछ
  5. Oppo Find X9 सीरीज अगले सप्ताह भारत में होगी लॉन्च, लीक हुए प्राइस
  6. OnePlus 15 vs iPhone 17 vs Samsung Galaxy S25 5G: जानें कौन सा फोन है बेस्ट
  7. 20GB रैम वाला फोन लॉन्च करेगी Huawei, ला रही धांसू Huawei Mate 80 सीरीज!
  8. Apple के iPhone 16e की घटी सेल्स, बंद हो सकती है iPhone Air की मैन्युफैक्चरिंग 
  9. ChatGPT का अमीर यूजर्स कर रहे हैं सबसे ज्यादा उपयोग, जानें क्यों हो रहा उनके बीच लोकप्रिय?
  10. Vivo X500 में मिलेगा 7000mAh के साथ भारी बैटरी अपग्रेड!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »