देश में इस सेक्टर के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। पिछले सप्ताह वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता
अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई है। इन ETF में फंडिंग लगातार बढ़ रही है। इस सप्ताह बिटकॉइन का प्राइस भी 73,700 डॉलर से अधिक पर गया था जो इसका हाई प्राइस है
हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इमर्जिंग मार्केट्स को खतरे की चेतावनी दोहराई थी। RBI का कहना था कि कुछ देशों में इस सेगमेंट को स्वीकृति मिलने के बावजूद उसकी पोजिशन में इसे लेकर बदलाव नहीं हुआ है
पिछले वर्ष होम मिनिस्टर अमित शाह ने क्रिप्टो और मेटावर्स से जुड़े रिस्क को डायनामाइट के विस्फोट जैसा खतरनाक बताया था। उन्होंने कहा था कि इससे निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर एक साझा स्ट्रैटेजी बनाने की जरूरत है
पेमेंट के तौर पर बिटकॉइन को स्वीकार करने वाले कारोबारियों को ट्रैक करने वाले BTC Map से पता चलता है कि पिछले वर्ष के अंत में इन कारोबारियों की संख्या बढ़कर 6,126 पर पहुंच गई
इस अमेरिकी कंपनी के रेगुलेटरी फाइलिंग में यह सूचना देने के बाद इसके शेयर में लगभग 8 प्रतिशत की तेजी आई है। बिटकॉइन का प्राइस इस वर्ष लगभग 160 प्रतिशत बढ़ा है
बिटकॉइन ने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था
बिटकॉइन का प्राइस 36,318 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। यह इस वर्ष बिटकॉइन का सबसे अधिक प्राइस है। दो वर्ष पहले इसने लगभग 68,000 डॉलर का उच्चतम स्तर बनाया था
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है
इससे पहले RBI ने क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने की मांग की थी। इसका मानना है कि क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कोई वैल्यू नहीं जुड़ी और यह मैक्रो इकोनॉमिक और वित्तीय स्थिरता के लिए रिस्क है
क्रिप्टो मार्केट के जानकारों का मानना है कि फ्रॉग के कार्टून से जुड़े Pepe जैसे मीम टोकन्स से नेटवर्क में गड़बड़ी हो सकती है और इससे सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की वैल्यू पर असर पड़ सकता है
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी आने का बड़ा कारण इंटरेस्ट रेट्स में बढ़ोतरी का असर और अमेरिका में बैंकिंग सिस्टम में मुश्किलें हैं। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू 1,661 डॉलर बढ़ी है