आज धरती के पास दो चांद मौजूद होंगे। एस्टरॉयड 2024 PT5 आज धरती के करीब आने वाला है। यह 29 सितंबर से लेकर 25 नवंबर तक धरती की परिक्रमा करेगा। यह आकार में बहुत छोटा है और सिर्फ 33 फीट साइज का है। इसे नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकेगा। 1981 में 2022 NX1 नाम का एस्टरॉयड भी इसी तरह धरती के करीब आकर इसके चारों तरफ घूमने लगा था
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अनुमान लगाया है कि इस वीकेंड 29 सितंबर को पृथ्वी को उसका ‘दूसरा चंद्रमा’ नजर आएगा। यह एक एस्टरॉयड है, जिसका नाम 2024 PT5 रखा गया है। इसे सेकंड मून इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि एस्टरॉयड अगले कुछ महीनों तक हमारे पृथ्वी के पास घूमता रहेगा। यह 25 नवंबर को पृथ्वी से दूर हो जाएगा।
एक नया शोध पृथ्वी के चारों तरफ छल्ले यानी रिंग्स होने की कल्पना करता है। लगभग 46.6 करोड़ साल पहले एक बड़ा एस्टरॉयड पृथ्वी के बहुत करीब आया होगा जो इसकी रोश लिमिट (Roche Limit) को भी पार कर गया होगा। इससे एस्टरॉयड बहुत सारे छोटे टुकड़ों में टूटा होगा। ये टुकड़े पृथ्वी की कक्षा के चारों ओर रिंग के आकार में फैल गए होंगे। बाद में ये पृथ्वी पर गिर गए होंगे।
यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने बताया है कि बुधवार को फिलीपींस के लुजोन द्वीप के पास पश्चिमी प्रशांत महासागर के ऊपर 3 फुट का एस्टरॉयड वायुमंडल से टकराया। टक्कर होते ही उसमें आग लग गई। हालांकि उससे धरती पर कोई नुकसान नहीं हुआ। एस्टरॉयड का नाम ‘2024 RW1’ था। इसे कैटालिना स्काई सर्वे की मदद से साइंटिस्ट जैकलीन फेजेकास ने खोजा। यह अबतक का नौंवा एस्टरॉयड है, जिसे पृथ्वी से टकराने से ऐन पहले ट्रैक किया गया।
NASA Neowise satellite : 14 साल से भी ज्यादा वक्त तक सर्विस देने के बाद अब यह टेलिस्कोप अपने अंत की ओर है और पृथ्वी के वायुमंडल में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद खत्म हो जाएगा।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने पिछले साल अक्टूबर में साइकी स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया था। डीप स्पेस में पहुंचने के बाद स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी पर सिग्नल भेज रहा है।
NASA : जेम्स वेब की मदद से वैज्ञानिकों को स्पेस में दो प्रोटोस्टार के चारों तरफ कुछ मटीरियल का पता चला है। यह जीवन की संभावनाओं का संकेत हो सकते हैं।