Aditya-L1 पर लगे विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (Velc) ने कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के बारे में डेटा इकट्ठा किया। इस डेटा से वैज्ञानिकों को कोरोनल मास इजेक्शन के शुरू होने का सटीक टाइम पता चला। यानी मास इजेक्शन कब होगा और यह किस दिशा में जाएगा, अब पहले से पता लगाए जाने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ गई है।
Aditya L1 Mission : लैग्रेंज पॉइंट 1 की दूरी पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य की तरफ है। यही वह जगह है जहां तैनात रहकर आदित्य एल-1, सूर्य में होने वाली गतिविधियों को ट्रैक कर रहा है।
अब आदित्य एल-1 ने सौर हवाओं को स्टडी करना शुरू कर दिया है। लेटेस्ट अपडेट में आदित्य सोलर वाइंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट (ASPEX) पेलोड ने अपना काम शुरू कर दिया है
Aditya Mission Update : सोमवार और मंगलवार की देर रात इस स्पेसक्राफ्ट की कक्षा में एक बार फिर बदलाव किया जाएगा। इसे ट्रांस-लैग्रेंजियन पॉइंट 1 इंसर्शन (TL1I) कहा गया है।
Aditya L1 Mission : सूर्य को स्टडी करने के लिए निकले ‘इसरो’ के इस स्पेसक्राफ्ट ने शुक्रवार तड़के चौथी बार सफलतापूर्वक पृथ्वी की एक कक्षा (orbit) से दूसरी कक्षा में प्रवेश किया।
Aditya-L1 First Selfie : ‘आदित्य’ ने अपनी पहली सेल्फी ली है। साथ ही पृथ्वी और चंद्रमा को कैमरे में कैद किया है। इसरो ने एक वीडियो के रूप में यह जानकारी शेयर की है।