• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • Aditya Mission Update : आज रात पृथ्‍वी से हमेशा के लिए दूर चला जाएगा ‘आदित्‍य’, कहां रवाना होगा? जानें

Aditya Mission Update : आज रात पृथ्‍वी से हमेशा के लिए दूर चला जाएगा ‘आदित्‍य’, कहां रवाना होगा? जानें

Aditya Mission Update : प्रक्रिया के सफल होते ही आदित्‍य स्‍पेसक्राफ्ट हमेशा के लिए पृथ्‍वी की कक्षा को छोड़ देगा और सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज पॉइंट 1 (L1) की ओर बढ़ जाएगा।

Aditya Mission Update : आज रात पृथ्‍वी से हमेशा के लिए दूर चला जाएगा ‘आदित्‍य’, कहां रवाना होगा? जानें

Photo Credit: ISRO

आदित्‍य स्‍पेसक्राफ्ट को इसी महीने 2 सितंबर को आंध्र प्रदेश की श्रीहरिकोटा से लॉन्‍च किया गया था।

ख़ास बातें
  • आदित्‍य स्‍पेसक्राफ्ट की कक्षा आज रात फ‍िर बदली जाएगी
  • आज रात से यह सूर्य के लिए अपने सफर की करेगा शुरुआत
  • पृथ्‍वी के ऑर्बिट से दूर चलेगा आदित्‍य
विज्ञापन
भारत का पहला सौर मिशन आदित्‍य एल-1 (Aditya L1) अपने मिशन के एक अहम फेज के लिए तैयार है। भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) के अनुसार, सोमवार और मंगलवार की देर रात इस स्‍पेसक्राफ्ट की कक्षा में एक बार फ‍िर बदलाव किया जाएगा। इसे ट्रांस-लैग्रेंजियन पॉइंट 1 इंसर्शन (TL1I) कहा गया है। प्रक्रिया के सफल होते ही आदित्‍य स्‍पेसक्राफ्ट हमेशा के लिए पृथ्‍वी की कक्षा को छोड़ देगा और सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज पॉइंट 1 (L1) की  ओर बढ़ जाएगा।   

उसके बाद शुरू होगी आदित्‍य स्‍पेसक्राफ्ट की 15 लाख किलोमीटर की यात्रा, जो 110 दिनों में पूरी होने की उम्‍मीद है। सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स पर एक पोस्‍ट में स्‍पेस एजेंसी बता चुकी है कि इंसर्शन की प्रक्रिया आज रात करीब 2 बजे की जानी है।  
आदित्‍य स्‍पेसक्राफ्ट को इसी महीने 2 सितंबर को आंध्र प्रदेश की श्रीहरिकोटा से लॉन्‍च किया गया था। तब से अबतक चार बार इसकी कक्षा में बदलाव की प्रक्रियाएं पूरी की गई हैं। आज रात जिस TL1I प्रक्रिया को किया जाना है, वह आदित्‍य की L1  पॉइंट यात्रा की शुरुआत होगी। 
 

मिशन का मकसद सूर्य के फोटोस्‍फीयर, क्रोमोस्‍फीयर और कोरोना को स्‍टडी करना है। यह भारत की पहली स्‍पेस बेस्‍ड ऑब्‍जर्वेट्री है। एक बार जब ऑब्‍जर्वेट्री अपना काम शुरू कर देगी, तब यह स्‍पेस वेदर से जुड़ी जानकारियां भी शेयर करेगी। सूर्य में होने वाली घटनाओं जैसे- कोरोनल मास इजेक्‍शन, सोलर फ्लेयर पर आदित्‍य की विशेष नजर रहेगी। 

एल1 पॉइंट पृथ्‍वी से 15 लाख किलोमीटर दूर है। यहां से सूर्य पर हमेशा नजर रखी जा सकती है। जब मिशन अपना काम शुरू कर देगा तो इसरो को रियलटाइम में सौर गतिविधियों का पता चल पाएगा। आदित्‍य स्‍पेसक्राफ्ट अपने साथ 7 साइंटिफ‍िक इंस्‍ट्रूमेंट्स लेकर गया है। ये सभी स्‍वेदशी हैं और भारत के विभ‍िन्‍न विभागों द्वारा तैयार किए गए हैं। इंस्‍ट्रूमेंट्स की मदद से सूर्य के अलग-अलग हिस्‍सों को स्‍टडी किया जाएगा। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Apple की चीन को झटका देने की तैयारी, भारतीय कंपनियों से iPhone के पार्ट्स खरीदने की योजना
  2. Honda की इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ड्राइविंग रेंज को दोगुना करने की योजना
  3. Hyundai Ioniq 9: 600 Km रेंज, सुपर फास्ट चार्जिंग और घूमने वाली सीटों के साथ पेश हुई हुंडई की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक SUV
  4. Redmi की K80 सीरीज अगले सप्ताह होगी लॉन्च, 2K रिजॉल्यूशन वाला डिस्प्ले
  5. Honda Activa इलेक्ट्रिक में मिलेंगे 2 बैटरी पैक, स्कूटर से निकाल कर घर में कर सकते हैं चार्ज
  6. ओला इलेक्ट्रिक में हो सकती है सैंकड़ों वर्कर्स की छंटनी, कंपनी की मार्जिन बढ़ाने की कोशिश
  7. Realme GT Neo 7 में मिलेगी 7,000mAh बैटरी! जानें कब होगा लॉन्च?
  8. सिंगल चार्ज में 50 घंटे चलने वाले Noise के 'सस्ते' ईयरबड्स Buds Connect 2 लॉन्च, जानें फीचर्स
  9. 24GB RAM, Snapdragon 8 Elite के साथ Nubia Z70 Ultra लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स
  10. Free ओटीटी ऐप ‘Waves’ हुआ लॉन्‍च, रामायण, महाभारत, शक्तिमान जैसे DD शोज का आगाज
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »