सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने 4G नेटवर्क के लिए स्वेदशी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है। हालांकि, इससे कंपनी के 4G नेटवर्क में देरी हो रही है। संसद के एक पैनल ने BSNL को स्वदेशी टेक्नोलॉजी में सुधार होने तक विदेशी कंपनियों से मदद लेने की सलाह दी है।
दुनिया में केवल चार देश हैं जिनके पास मोबाइल नेटवर्क लॉन्च करने के लिए अपना टेक्नोलॉजी स्टैक है। केंद्र सरकार इन देशों की लिस्ट में भारत को शामिल करना चाहती है। संसदीय पैनल ने
BSNL को 4G नेटवर्क को लेकर टेक्नोलॉजी का दायरा बढ़ाने की सलाह दी है। इस पैनल का कहना है कि कंपनी को स्वदेशी 4G स्टैक का इस्तेमाल करने के साथ ही इससे जुड़े सॉल्यूशंस की टेस्टिंग में विशेषज्ञता रखने वाली विदेशी कंपनियों की मदद लेनी चाहिए। इस नेटवर्क के लिए BSNL को टाटा ग्रुप की सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की अगुवाई वाला कंसोर्शियम टेक्नोलॉजी उपलब्ध करा रहा है।
पिछले सप्ताह टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने बताया था कि
कंपनी की फाइनेंशियल रिकवरी हो रही है। अगले वर्ष के मध्य में BSNL की 5G सर्विस लॉन्च करने की योजना है। सिंधिया ने कहा था कि BSNL का कामकाज मजबूत हो रहा है। भारत जैसे देश के लिए तीन-चार टेलीकॉम कंपनियां होना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया था, "पिछले तीन-चार वर्षों में BSNL का रेवेन्यू 12 प्रतिशत बढ़ा है। इस अवधि में कंपनी का एक्सपेंडिचर दो प्रतिशत कम हुआ है। पिछले तीन वर्षों से कंपनी इबिट्डा के लिहाज से पॉजिटिव में है। BSNL का ऑपरेटिंग प्रॉफिट बढ़कर लगभग 2,300 करोड़ रुपये हो गया है।" कंपनी की योजना अगले वर्ष जून तक एक लाख टावर लगाने की है। सिंधिया ने बताया था, "हमने सरकारी कंपनी C-DOT के जरिए अपना 4G कोर और टाटा ग्रुप की Tejas के जरिए रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) बनाया है। इसके लिए TCS सिस्टम इंटीग्रेटर है। यह पूरी तरह इंटीग्रेटेड भारत सॉल्यूशन है। हमने लगभग 62,000 टावर लगाए हैं। दुनिया में भारत अपना 4G हार्डवेयर और स्टैक रखने वाला पांचवां देश है।"
अगले वर्ष के मध्य तक एक लाख टावर लगाने के साथ BSNL की इन टावर्स में से कुछ को 5G टेक्नोलॉजी पर शिफ्ट करने की योजना है। हाल ही में प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के लिए BSNL ने नई चुनौती को पेश किया था। कंपनी ने प्रति माह 1,300 GB के डेटा वाला प्लान 333 रुपये में उपलब्ध कराया है।