दुनिया भर की स्पेस एजेंसियां अपने अंतरिक्ष कार्यक्रमों के तहत चंद्रमा को एक्स्प्लोर करने पर फोकस कर रही हैं। नासा, चीनी अंतरिक्ष एजेंसी और इसरो समेत कई स्पेस एजेंसियों ने अपने मिशन लॉन्च किए हैं। चंद्रमा को एक्स्प्लोर करना एक चुनौती है, जिसमें कई और कंपनियों को साथ लेकर चलने की कोशिश हो रही है। ऑटोमोबाइल कंपनियां भी इन मिशनों से जुड़ रही हैं और ऐसे वीकल डेवलप करने की योजना बना रही हैं, जो वहां कामयाब हों। इसी क्रम में ह्यूंदै मोटर (Hyundai) और किआ (kia) ने सहयोग का ऐलान किया है। दोनों कंपनियां मिलकर चंद्रमा की सतह को एक्स्प्लोर करने वाले वीकल्स को डेवलप करेंगी। दोनों कंपनियों ने 6 कोरियाई रिसर्च इंस्टिट्यूट के साथ जॉइंट रिसर्च एग्रीमेंट्स पर साइन किए हैं। साथ ही चंद्रमा की सतह के लिए मोबिलिटी सॉल्यूशन डेवलप करने को लेकर एक एडवाइजरी बॉडी का गठन किया है। यह घोषणा दक्षिण कोरिया द्वारा पिछले महीने अपने घरेलू रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च करने के बाद हुई है।
रिपोर्टों के
अनुसार, चंद्रमा की सतह पर काम करने के लिए एक वीकल का निर्माण करना चुनौतियों से भरा हुआ काम है। चांद पर हवा और तापमान कितना एक्स्ट्रीम हो सकता है, इसकी कोई लिमिट नहीं है। इसके अलावा धूल की चुनौती भी है, जो तेज और कठोर पार्टिकल्स से बनी है। ह्यूंदै और किआ के सहयोग की शुरुआत अगस्त से होने की उम्मीद है, तब एडवाइजरी बॉडी चंद्रमा को लेकर अपने कॉन्सेप्ट वीकल के बारे में जानकारी देगी।
ह्यूंदै और किआ ने चंद्रमा की सतह के लिए मोबिलिटी सॉल्यूशन डेवलप करने को लेकर प्रमुख कर्मचारियों के साथ इंटरनल एडवाइजरी बॉडी का गठन किया है। दोनों कंपनियां हार्डवेयर से लेकर सॉफ्टवेयर तक एक-दूसरे के साथ सहयोग करेंगे। ह्यूंदै मोटर और किआ में आरएंडडी प्लानिंग एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और प्रमुख योंग व्हा किम ने कहा कि हमने रोबोटिक्स के अपने दृष्टिकोण और मेटामोबिलिटी के कॉन्सेप्ट को हकीकत में बदलने की दिशा में पहला कदम उठाया है।
गौरतलब है कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी भी अपने मून मिशन को लेकर ऑटोमोबाइल कंपनियों से सहयोग कर रही है। चंद्रमा पर नासा के व्हीकल के लिए फिलहाल दो पार्टनरिशप आगे बढ़ी हैं। पहली साझेदारी जनरल मोटर्स और लॉकहीड मार्टिन के बीच है, जिसकी घोषणा पिछले साल मई में हुई थी। दूसरी साझेदारी Northrop Grumman, AVL, Intuitive Machines, Lunar Outpost और Michelin के बीच पिछले साल नवंबर में घोषित की गई थी। नासा एक बार फिर से अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने की योजना बना रही है। आर्टिमिस मिशन इसी की बानगी है। इस साल इस मिशन के लॉन्च होने की उम्मीद है और साल 2025 तक आर्टिमिस III (Artemis III) मिशन के साथ चंद्रमा के साउथ पोल के आसपास एक दल को फेरी लगाने के लिए भेजा जाएगा। नासा की योजना है कि इस मिशन के साथ जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर एक हफ्ते के लिए ठहराया जाएगा, ताकि वो लैंडिंग साइट के आसपास के इलाके की खोज कर सकें। इसका मकसद भविष्य के मून मिशन के लिए एक बेस कैंप तैयार करना भी है। इन सबके लिए एक उच्च क्षमता वाले व्हीकल की जरूरत होगी।
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