78 फीट तक बड़ी 3 चट्टानें आज धरती के लिए बन सकती हैं खतरा! NASA ने किया अलर्ट

एस्टरॉयड 2023 JZ3 भी एक ऐसा ही एस्टरॉयड है जो आज धरती के लिए खतरा साबित हो सकता है। इसका साइज 78 फीट है।

78 फीट तक बड़ी 3 चट्टानें आज धरती के लिए बन सकती हैं खतरा! NASA ने किया अलर्ट

एहतियातन एस्टरॉयड को ट्रैक किया जाता है, क्योंकि ये अपनी दिशा कभी भी बदल सकते हैं। 

ख़ास बातें
  • आज नासा की ओर से 3 एस्टरॉयड के धरती की ओर आने का अलर्ट जारी किया गया है
  • एस्टरॉयड 2023 KV2 की स्पीड भी बहुत ज्यादा है
  • 2023 JZ3 भी एक ऐसा ही एस्टरॉयड है जो आज धरती के लिए खतरा साबित हो सकता है
विज्ञापन
अंतरिक्ष में लाखों करोड़ों की संख्या में तारे हैं जिनका अपना अलग सौरमंडल भी हो सकता है। अनंत ब्रह्मांड की गहराई का अंदाजा भी अभी तक नहीं लगाया जा सका है। बात सौरमंडल की करें तो इसमें भी 8 ग्रह हैं जिनके अपने उपग्रह भी हैं। लेकिन ग्रहों-उपग्रहों के अलावा यहां उल्का पिंड और क्षुद्र ग्रह, या जिन्हें अंग्रेजी में एस्टरॉयड भी कहा जाता है, भी मौजूद हैं। आजकल स्पेस वैज्ञानिक लगातार इनका पृथ्वी की ओर आना देख रहे हैं। आज भी नासा की ओर से 3 एस्टरॉयड के धरती की ओर आने का अलर्ट जारी किया गया है। आइए आपको बताते हैं ये चट्टानी टुकड़े कितने खतरनाक हो सकते हैं। 

एस्टरॉयड को नासा लगातार ट्रैक करती रहती है, क्योंकि नासा के मुताबिक कोई एस्टरॉयड जब एक निश्चित दूरी से पृथ्वी के ज्यादा करीब आने लगता है तो यह खतरा अपने साथ लिये होता है। नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी ने आज 3 एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया है। इनमें से पहला एस्टरॉयड 2023 KU2 है जो एक 37 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। यह पृथ्वी की ओर आते हुए इससे 1,090,000 किलोमीटर की दूरी पर से गुजरने वाला है। इसका साइज एक बड़ी बस के जितना है। 

दूसरा एस्टरॉयड 2023 KV2 है, जो आज धरती की ओर बढ़ रहा है। इसका साइज 73 फीट का है। एस्टरॉयड हजारों किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलते हैं। इसलिए इनकी गति जितनी ज्यादा होती है, उतना ही ये खतरनाक माने जाते हैं। एस्टरॉयड 2023 KV2 की स्पीड भी बहुत ज्यादा है। यह धरती से महज 25 लाख किलोमीटर की दूरी पर से गुजरने वाला है। JPL ने बताया है कि यह एस्टरॉयड जब धरती के सबसे करीब होगा तो इनके बीच की दूरी महज 2,550,000 किलोमीटर रह जाएगी। 

नासा की जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी ने आज एक तीसरे एस्टरॉयड के लिए भी अलर्ट जारी किया है। ये अलर्ट तभी जारी किया जाता है जब कोई एस्टरॉयड 75 लाख किलोमीटर की सीमा के अंदर प्रवेश कर जाए। एस्टरॉयड 2023 JZ3 भी एक ऐसा ही एस्टरॉयड है जो आज धरती के लिए खतरा साबित हो सकता है। इसका साइज 78 फीट है। यह इन तीनों में सबसे बड़ा चट्टानी टुकड़ा है। जब यह धरती के सबसे करीब पहुंचेगा तो पृथ्वी और इस चट्टान के बीच की दूरी केवल 5,440,000 किलोमीटर रह जाएगी। किसी एस्टरॉयड की धरती से सीधे टकराने की संभावना न के बराबर होती है। नासा ने इन तीनों में से किसी भी एस्टरॉयड के सीधे धरती से टकराने जैसी कोई सूचना जारी नहीं की है। लेकिन एहतियातन इन्हें ट्रैक किया जाता है, क्योंकि ये अपनी दिशा कभी भी बदल सकते हैं। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. क्रिप्टो मार्केट में गिरावट, बिटकॉइन का प्राइस 92,400 डॉलर से कम
  2. Ray-Ban Meta स्मार्ट ग्लासेज जल्द होंगे भारत में लॉन्च, लाइव ट्रांसलेशन के साथ ऐसे हैं फीचर्स
  3. OnePlus 13T Launched: कॉम्पैक्ट डिजाइन, लेकिन 6,260mAh की बड़ी बैटरी, लॉन्च हुआ OnePlus का नया फोन
  4. भारत में ब्लॉक हुआ पाकिस्तान सरकार का X अकाउंट, IT मंत्रालय के आदेश पर हुई कार्रवाई
  5. Motorola Razr 60 Ultra, Edge 60 Pro की कीमत, स्पेसिफिकेशंस का यहां हुआ खुलासा
  6. Mad Square OTT Release: कॉमेडी-एक्शन का धमाका! इस OTT पर आ रही फिल्म Mad Square, जानें सबकुछ
  7. Oppo A5 Pro 5G भारत में 5800mAh बैटरी, 50MP कैमरा के साथ लॉन्च, देखें कितनी है कीमत
  8. RCB vs RR 2025 Live Streaming: IPL में आज रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टक्कर राजस्थान रॉयल्स से, मैच यहां देखें फ्री!
  9. OnePlus का कॉम्पैक्ट फ्लैगशिप फोन हो सकता है भारत में पेश, ऐसे हुआ खुलासा
  10. 50MP सेल्फी कैमरा, 90W चार्जिंग के साथ Vivo ला रही नया धांसू फोन! जानें डिटेल
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »