Vivo V9 और Oppo F7 स्मार्टफोन को भारत में हाल ही में लॉन्च किया गया था। iPhone X जैसे नॉच के कारण इन दोनों हैंडसेट ने जमकर सुर्खियां भी बटोरी हैं। दोनों का साइज़ एक जैसा है। ये नॉच के साथ आने वाले शुरुआती एंड्रॉयड स्मार्टफोन हैं। इनकी मार्केटिंग कैमरा क्वालिटी पर हो रही है। लेकिन दोनों फोन के बीच समानताएं यहीं तक सीमित हैं। इनकी कीमतों में 1,000 रुपये का फर्क है। ऐसे में आपके मन में भी यही सवाल होगा कि किस फोन को खरीदा जाए? रिव्यू के दौरान हमने दोनों ही स्मार्टफोन के साथ लंबा वक्त बिताया है और हम इस नतीजे तक पहुंचे हैं....
डिज़ाइन
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Oppo F7 और Vivo V9 (
रिव्यू) एक जैसे लगते हैं। दोनों ही स्मार्टफोन प्लास्टिक के बने हैं। लेकिन वीवो वी9 हाथों में ज़्यादा अच्छा एहसास देता है, ऐसे घुमावदार किनारों और कम वज़न के कारण होता है। दोनों ही फोन की स्क्रीन पर बेहद ही पतले बॉर्डर हैं और टॉप पर नॉच है। नॉच में सेल्फी कैमरा, ईयरपीस ग्रिल और कुछ सेंसर को जगह मिली है। Oppo F7 में नोटिफिकेशन एलईडी नहीं है, जबकि वीवो वी9 में है। पीछे की तरफ फिंगरप्रिंट सेंसर की पोज़ीशन लगभग एक जैसी है। वीवो वी9 डुअल रियर कैमरे के साथ आता है जबकि ओप्पो एफ7 में सिर्फ एक कैमरा है।
स्पेसिफिकेशन
दोनों ही स्मार्टफोन में अलग-अलग हार्डवेयर का इस्तेमाल हुआ है।
Vivo V9 में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 626 प्रोसेसर है जबकि ओप्पो एफ7 में मीडियाटेक हीलियो पी60 चिपसेट दिया गया है। वीवो का हैंडसेट 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज के साथ आता है। वहीं, ओप्पो के फोन के दो वेरिएंट है। एक 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाला है। वहीं, दूसरे में 6 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज है। दोनों ही स्मार्टफोन में 256 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के लिए सपोर्ट मौज़ूद है।
स्क्रीन साइज़ में भी बहुत फर्क नहीं है। वीवो वी9 में 6.3 इंच का पैनल है और ओप्पो एफ7 में 6.23 इंच का। दोनों ही डिस्प्ले फुल-एचडी+ रिजॉल्यूशन वाले हैं और इनका आस्पेक्ट रेशियो 19:9 है। हमने पाया कि Oppo F7 का स्क्रीन ज़्यादा न्युट्रल है।
बैटरी क्षमता में थोड़ा अंतर है। वीवो वी9 में 3260 एमएएच की बैटरी दी गई है। ओप्पो एफ7 में 3400 एमएएच की बैटरी है।
परफॉर्मेंस
अलग हार्डवेयर के कारण दोनों फोन इस्तेमाल करने का अनुभव अलग था। वैसे तो ये फोन स्मूथ यूज़र एक्सपीरियंस देते हैं। ऐप भी तेज़ी से लोड होते हैं। लेकिन बेंचमार्क स्कोर में फर्क है। हमने पाया कि हर टेस्ट में ओप्पो एफ7 ने वीवो वी9 की तुलना में ज़्यादा बेहतर नतीज़े दिए।
सॉफ्टवेयर की बात करें तो दोनों ही फोन एंड्रॉयड 8.1 ओरियो पर आधारित कस्टम यूआई के साथ आते हैं। वीवो वी9 में कंपनी का फनटच ओएस है और एफ7 में कलरओएस। स्टॉक एंड्रॉयड की तुलना में दोनों ही यूआई बेहद ही अलग हैं। आपको कई नई चीज़ें सीखने होंगी। वीवो का यूआई ज़्यादा मॉडर्न लगता है, वहीं ओप्पो का यूआई पुराना लगता है।
दोनों ही फोन में 19:9 स्क्रीन हैं, लेकिन इनमें ऐप स्केलिंग अलग-अलग तरह से होती है। वीवो ऐप्स को 18:9 या 16:9 आस्पेक्ट रेशियो में चलाता है। इस वजह से नॉच के आसपास की जगह का इस्तेमाल नहीं होता है। Oppo F7 में सक्षम ऐप फुल-स्क्रीन मोड में चलते हैं और यूजर के पास अन्य ऐप को फुल-स्क्रीन में चलाने की सुविधा है। दोनों ही फोन आपको आस्पेक्ट रेशियो बदलने की सुविधा देते हैं, ताकि नॉच को कंटेंट ब्लॉक करने से रोका जा सके।
Vivo V9 और Oppo F7 फेस रिकग्निशन के साथ आते हैं। इसकी मदद से फोन के साथ चुनिंदा ऐप को भी अनलॉक किया जा सकता है। टेस्टिंग के दौरान हमने पाया कि दोनों ही फोन तेज़ी से अनलॉक होते हैं। हालांकि, ओप्पो एफ7 आंखों को स्कैन नहीं करता और वीवो वी9 करता है जिस वजह से यह ज़्यादा सिक्योर है।
बैटरी लाइफ के मामले में ओप्पो एफ7, वीवो वी9 से बहुत ज़्यादा आगे निकल जाता है। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में एफ7 की बैटरी 17 घंटे और 13 मिनट तक चली। और वीवो वी9 ने मात्र 8 घंटे 49 मिनट में दम तोड़ दिया। हमने यह भी पाया कि ओप्पो एफ7 ने आम इस्तेमाल में भी ज़्यादा साथ दिया।
कैमरे
यह तो साफ है कि Vivo और Oppo ने कैमरे के लिए अलग रणनीति बनाई है। वीवो वी9 डुअल रियर कैमरा सेटअप के साथ आता है।प्राइमरी सेंसर 16 मेगापिक्सल का है और सेकेंडरी सेंसर 5 मेगापिक्सल का। वहीं, ओप्पो एफ7 में सिर्फ 16 मेगापिक्सल का कैमरा है। वीवो वी9 का 5 मेगापिक्सल वाला सेंसर प्रोर्ट्रेट मोड मे डेप्थ आंकने का काम करता है। दोनों ही स्मार्टफोन के कैमरा ऐप कई फीचर के साथ आते हैं। इनमें मैनुअल मोड भी है, यानी आपको और कंट्रोल मिलेगा। Vivo और Oppo ने ब्यूटिफिकेशन मोड दिया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को इस्तेमाल करके उम्र, लिंग और स्किन टोन की पहचान करता है। ये फोन एआर स्टीकर्स के साथ भी आते हैं। यानी तस्वीरें लेते वक्त थोडी बहुत मस्ती भी की जा सकती है।
Oppo F7 से लिए गिए शॉट वाइब्रेंट कलर वाले थे। इसकी तुलना में वीवो वी9 का आउटपुट थोड़ा डल था। दोनों ही फोन में ऑटो एचडीआर मोड अपने आप काम करने लगता है। लेकिन एफ7 वाले की परफॉर्मेंस बेहतर है। हमने पाया कि फ्रेम में लाइट व डार्क एरिया में वीवो वी9 सटीक एक्सपोज़र हासिल करने से चूक गया जिस वजह से डिटेल कम हो गए। वहीं, Oppo F7 की परफॉर्मेंस ज़्यादा बेहतर थी। ये फोन तेज़ी से फोकस लॉक करते हैं और हमें मैक्रोज़ शॉट में कोई दिक्कत नहीं आई। वहीं, प्रोट्रेट शॉट में सेकेंडरी डेप्थ सेंसर के कारण Vivo V9 का आउटपुट बेहतर रहता है। वीवो ने यूज़र को लोअर अपर्चर सिम्युलेट करने का विकल्प दिया है जिससे बेहतर डेप्थ इफेक्ट मिलता है।
Oppo F7 ने एफ/1.8 अपर्चर का भी पूरा फायदा उठाया है। कम रोशनी में फोटोग्राफी में बहुत बड़ा अंतर है। वीवो वी9 को कम रोशनी में कलर रीप्रोड्यूस करने और डिटेल कैप्चर करने में दिक्कत होती है, जबकि एफ7 की परफॉर्मेंस बेहतर रहती है।
ओप्पो एफ8 में आप सर्वाधिक 1080 पिक्सल के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। वहीं, वीवो वी9 में 4के वीडियो रिकॉर्ड करने की क्षमता है। वीडियो के लिए हमने पाया कि वीवो वी9 ज़्यादा सटीक कलर प्रोड्यूस करता है, जबकि ओप्पो एफ7 के वीडियो ज़्यादा ब्राइट होते हैं। आपको दोनों ही फोन के लिए हाथों को स्थिर रखना होगा, क्योंकि इनमें स्टेबलाइज़ेशन नहीं है।
Vivo V9 में 24 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा है, जबकि ओप्पो एफ7 में 25 मेगापिक्सल का सेंसर दिया गया है। दोनों ही फोन से अच्छी सेल्फी लेना संभव है। वैसे, ओप्पो एफ7 ने वीवो वी9 की तुलना में ज़्यादा विविड शॉट लिए।
हमारा फैसलाअब तक आप दोनों ही स्मार्टफोन की कमियों और खासियतों से रूबरू हो गए होंगे। Vivo V9 का डिज़ाइन बेहतर है। यूआई मॉडर्न लगता है। और फेस अनलॉक इस्तेमाल करने की स्थिति में भी यह ज़्यादा सिक्योर है। हमने यह भी पाया कि वीवो वी9 में पोर्ट्रेट मोड बेहतर आते हैं, जो सेकेंडरी डेप्थ सेंसर के कारण संभव होता है। और वीडियो में भी कलर रिप्रोडक्शन ज़्यादा बेहतर है।
दूसरी तरफ, Oppo F7 में ज़्यादा तेज़ प्रोसेसर और बेहतर बैटरी लाइफ मिलती है। कैमरा परफॉर्मेंस के मामले में भी यह वीवो वी9 से बहुत आगे निकल जाता है। मज़ेदार बात यह भी है कि ओप्पो एफ7 की कीमत वीवो वी9 से 1,000 रुपये कम है। आप इनमें से किस फोन को चुनेंगे। हमें कमेंट सेक्शन के ज़रिए बताएं।