पिछले वर्ष 'मेड इन इंडिया' स्मार्टफोन की शिपमेंट्स में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर छह प्रतिशत की ग्रोथ हुई है। इस मार्केट में दक्षिण कोरिया की Samsung ने अपना पहला स्थान बरकरार रखा है। इसके बाद चीन की Vivo है। देश से स्मार्टफोन्स के कुल एक्सपोर्ट में अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple और सैमसंग की सुयंक्त तौर पर लगभग 94 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है। इन दोनों कंपनियों को केंद्र सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम का फायदा मिला है।
मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint की एक
रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग के 'मेड इन इंडिया' स्मार्टफोन्स के एक्सपोर्ट में लगभग 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। देश के स्मार्टफोन मार्केट में सैमसंग की हिस्सेदारी लगभग 20 प्रतिशत की है। Vivo ने लगभग 14 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है। इसे ऑफलाइन बिक्री बढ़ाने और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में सुधार करने से मदद मिली है। चीन की स्मार्टफोन मेकर Oppo की शिपमेंट्स में लगभग 34 प्रतिशत की कमी हुई है। यह गिरकर चौथे स्थान पर पहुंच गई है। देश में Dixon स्मार्टफोन्स की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरर बन गई है। इसने वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 39 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है।
Tata Group की Tata Electronics वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 107 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ पिछले वर्ष स्मार्टफोन्स की सबसे तेजी से बढ़ने वाली मैन्युफैक्चरर रही है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की वॉल्यूम में iPhone 15 और iPhone 16 का बड़ा योगदान रहा है। इसके साथ ही कंपनी ने इलेक्ट्रॉनिक्स की इंटरनेशनल सप्लाई चेन में अपनी स्थिति को भी मजबूत किया है।
देश में Xiaomi और Realme जैसे चीन के ब्रांड्स के लिए स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग करने वाली DBG Technology ने डबल-डिजिट में ग्रोथ दर्ज की है। मौजूदा वर्ष में देश में स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग डबल-डिजिट में बढ़ने का अनुमान है। स्मार्टफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग में
एपल की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ने की संभावना है। हाल ही में एपल की कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर Foxconn को कर्नाटक सरकार ने लगभग 6,970 करोड़ रुपये का इंसेंटिव दिया है। देश में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग में फॉक्सकॉन की बड़ी हिस्सेदारी है। इसके पास भारत के साथ ही चीन में भी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। फॉक्सकॉन जल्द ही कर्नाटक में आईफोन का असेंबलिंग प्लांट शुरू करेगी। इस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में लगभग दो करोड़ स्मार्टफोन्स की वार्षिक असेंबलिंग हो सकती है।