इस सप्ताह लॉन्च की गई iPhone 15 सीरीज के लिए दुनिया भर से जोरदार डिमांड मिलने की उम्मीद है। हालांकि, इस सीरीज के iPhone 15 Pro Max की अमेरिका, चीन और जापान सहित कुछ देशों में डिलीवरी के लिए नवंबर तक का इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि, इस स्मार्टफोन के लिए चीन में चार सप्ताह से अधिक के इंतजार Apple के लिए मुश्किलें कम हो सकती हैं। कंपनी के इस तीसरे सबसे बड़े मार्केट में Huawei से कड़ा मुकाबला मिल रहा है और चीन में सरकारी कर्मचारियों के आईफोन के इस्तेमाल पर भी बंदिशें लगाई जा रही हैं।
एपल की वेबसाइट के अनुसार, चीन में आईफोन 15 प्रो के लिए दो से तीन सप्ताह का इंतजार करना होगा।
कंपनी ने बताया है कि वह आईफोन 15 को 22 सितंबर को इसकी बिक्री शुरू होने के साथ ही उपलब्ध करा सकती है। एपल के सबसे बड़े मार्केट अमेरिका में कस्टमर्स को आईफोन 15 प्रो मैक्स के लिए छह से सात सप्ताह तक रुकना होगा। यह आईफोन की नई सीरीज का सबसे महंगा स्मार्टफोन है। जापान में इसकी डिलीवरी में छह सप्ताह तक की देरी होगी। कुछ एनालिस्ट्स ने बताया कि आईफोन 15 प्रो मैक्स की डिलीवरी में कुछ सप्ताह की देरी से यह संकेत मिल रहा है कि कंपनी को इसमें इस्तेमाल किए जा रहे डिस्प्ले की सप्लाई मिलने में मुश्किल हो रही है। यह डिस्प्ले पिछले आईफोन्स की तुलना में पतला है।
हालांकि, मार्केट इंटेलिजेंस फर्म IDC की रिसर्च डायरेक्टर, Nabila Popal का कहना है कि इन समस्याओं को सुलझा लिया गया है।
आईफोन की नई सीरीज में iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max शामिल हैं। iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max में भी iPhone 15 और iPhone 15 Plus के समान USB Type-C चार्जिंग पोर्ट दिया गया है।
आईफोन 15 के Pro मॉडल्स में नए A17 Bionic चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि यह चिपसेट A16 की तुलना में बेहतर एफिशिएंसी और अधिक पावर वाला है। एपल ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी ने चीन में अपनी मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट करने की तैयारी की है। हाल ही में एपल ने भारत में दो रिटेल स्टोर्स भी खोले थे। इन स्टोर्स को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। पिछले कुछ वर्षों में देश में आईफोन्स की बिक्री में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।