दुनिया भर में मशहूर iPhones बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Apple की चीन में बिक्री घट सकती है। एपल ने मंगलवार को iPhone 15 सीरीज लॉन्च की थी। चीन का कहना है कि इन स्मार्टफोन्स के साथ सिक्योरिटी से जुड़ी समस्याएं हैं। हालांकि, इसके साथ ही चीन की सरकार ने बताया है कि वह इनकी खरीदारी पर रोक नहीं लगा रही।
चीन की फॉरेन मिनिस्ट्री की प्रवक्ता Mao Ning ने बुधवार को बीजिंग में नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमने फोन्स से जुड़ी सिक्योरिटी की घटनाओं के बारे में कई मीडिया रिपोर्ट देखी हैं।" Bloomberg News की रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन बहुत सी सरकारी कंपनियों और एजेंसियों में आईफोन पर प्रतिबंध लगान की योजना बना रहा है। इससे एपल के लिए उसके सबसे बड़ी विदेशी मार्केट में चुनौतियां बढ़ सकती हैं। चीन में
एपल बड़े पैमाने पर आईफोन का प्रोडक्शन भी करती है। चीन की बहुत सी एजेंसियों ने अपने कर्मचारियों को वर्कप्लेस पर
आईफोन्स नहीं लाने का निर्देश दिया है।
Ning ने कहा, "चीन ने एपल या विदेशी ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स की खरीदारी पर प्रतिबंध लगाने से जुड़े कोई कानून या नियम नहीं जारी किए हैं। सिक्योरिटी को सरकार बहुत महत्व देती है और चीन में कारोबार करने वाली सभी कंपनियों को इसके कानूनों और नियमों का पालन करना होगा।" अमेरिका में कैलिफोर्निया के एपल पार्क में कंपनी की ओर से नई आईफोन 15 सीरीज लॉन्च करने के कुछ घंटे बाद आयोजित इस संवाददाता सम्मेलन में चीन ने इन स्मार्टफोन्स से सिक्योरिटी को खतरे की आशंका जताई है।
आईफोन की नई सीरीज में iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max शामिल हैं। आईफोन 15 के Pro मॉडल्स में नए A17 Bionic चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि यह चिपसेट A16 की तुलना में बेहतर एफिशिएंसी और ज्यादा पावर वाला है। एपल ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी ने चीन में अपनी मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट करने की तैयारी की है। हाल ही में एपल ने भारत में दो रिटेल स्टोर्स भी खोले थे। इन स्टोर्स को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। पिछले कुछ वर्षों में देश में आईफोन्स की बिक्री बढ़ी है।