हुवावे के सब-ब्रांड हॉनर ने हाल के दिनों में कई बेहद शानदार हैंडसेट मार्केट में उतारे हैं। इस साल ही लॉन्च किए गए
Honor 8 Pro (
रिव्यू) ने सीधे तौर पर
OnePlus 5 को मज़बूत चुनौती दी। कीमत को देखते हुए इसके स्पेसिफिकेशन और फीचर ने हमें प्रभावित किया था। अब स्मार्टफोन मार्केट में 18:9 आस्पेक्ट रेशियो वाले हैंडसेट की ओर झुकाव देखने को मिल रहा है। कंपनी ने हॉनर 9आई के साथ अपनी भी दावेदारी पेश कर दी है। दावेदारी को मज़बूती देने के लिए फोन में चार कैमरे भी दिए गए हैं जो अपने आप में अनोखा फीचर है। कागज़ी तौर पर तो इसके स्पेसिफिकेशन दमदार लगते हैं। क्या हैंडसेट आम इस्तेमाल में भी दमदार है? हम आपको इसी सवाल का जवाब देंगे।
Honor 9i डिज़ाइन
अगर आपको पतले बेज़ल और बड़े डिस्प्ले वाले फोन लुभाते हैं तो आपको हॉनर 9आई भी पसंद आएगा। इसमें 5.9 इंच का बड़ा स्क्रीन है जिसके किनारे बेहद ही पतले हैं। बड़े स्क्रीन साइज़ से डरिए मत। 18:9 आस्पेक्ट रेशियो के कारण यह फोन हाथों में 16:9 आस्पेक्ट रेशियो वाला 5.5 इंच स्क्रीन होने का एहसास देता है। पतले बेज़ल वाले डिस्प्ले का मतलब यह भी है कि ईयरपीस, सेंसर और फ्रंट कैमरे को ऊपर की तरफ किनारे पर जगह मिली है। फिंगरप्रिंट स्कैनर पिछले हिस्से पर है। फ्रंट पैनल बेहद ही साफ-सुथरा है।
आप जैसे ही फोन को हाथों में लेगें। इसके घुमावदार किनारे हाथों में अच्छा एहसास देते हैं। मेटल यूनीबॉडी के कारण
Honor 9i मज़बूत भी लगता है। हमारे रिव्यू यूनिट की ब्लैक फिनिश बेहद ही खूबसूरत है, लेकिन यह ऊंगलियों के निशान के लिए चुंबक जैसा है। फोन हाथों में फिसलता भी है। ऐसे में आपको एहतियात बरतनी होगी। रियर हिस्से पर डुअल कैमरा मॉड्यूल उभार वाला है। अच्छी बात यह है कि खरोंच से बचाने के लिए यह मेटल रिम के साथ आता है। हॉनर ने पिछले हिस्से पर एलईडी फ्लैश, कैमरे और फिंगरप्रिंट सेंसर को जगह दी है। फिंगरप्रिंट सेंसर हमारी पसंद से थोड़ा ऊपर है। इस तक पहुंचने में हमें अपने इंडेक्स फिंगर को थोड़ा स्ट्रेच करना पड़ा।
Honor 9i में चार्जिंग और डेटा ट्रांसफर के लिए माइक्रो-यूएसबी पोर्ट है। निचले हिस्से पर हेडफोन जैक के साथ लाउडस्पीकर भी है। रिटेल बॉक्स में आपको फोन के अलावा ईयरफोन, प्लास्टिक कवर और 10 वॉट का चार्जर भी मिलेगा।
Honor 9i के स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
सबसे पहली चीज़ जो आपका ध्यान खींचेगी, वो है इसका डिस्प्ले। Honor 9i में 5.9 इंच का फुलव्यू स्क्रीन है। यह फुलएचडी+ रिज़ॉल्यूशन (1080x2160 पिक्सल) वाला है। व्यूइंग एंगल अच्छे हैं, लेकिन हमारे हिसाब से कलर्स और विविध होने चाहिए थे। आप कलर टेंप्रेचर को तो नियंत्रित कर सकते हैं, लेकिन कॉन्ट्रास्ट नहीं बढ़ाया जा सकता। इंडोर के लिए डिस्प्ले पर्याप्त तौर पर ब्राइट है, लेकिन आउटडोर में स्थिति बदल जाती है।
हॉनर ने इस फोन में चार कैमरे दिए हैं। रियर और फ्रंट पैनल के प्राइमरी सेंसर क्रमशः 16 और 13 मेगापिक्सल के हैं। इनके साथ दोनों तरफ 2 मेगापिक्सल का सेकेंडरी सेंसर दिया गया है जिनका इस्तेमाल डेप्थ इंफॉर्मेशन कैपचर करने के लिए होगा। इसका मतलब है कि आप दोनों कैमरा सेटअप से पोर्ट्रेट मोड में तस्वीरें ले पाएंगे। पिछले हिस्से पर एक एलईडी फ्लैश है और फ्रंट पैनल पर सॉफ्ट सेल्फी फ्लैश है।
हार्डवेयर की बात करें तो हॉनर 9आई में हुवावे किरिन 659 चिपसेट है। प्रोसेसर की सर्वाधिक क्लॉक स्पीड 2.36 गीगाहर्ट्ज़ है। आपको 4 जीबी रैम के साथ 64 जीबी स्टोरेज मिलेगी। हाइब्रिड डुअल सिम डिज़ाइन के कारण स्टोरेज बढ़ाने का भी विकल्प है। लेकिन आपको दूसरे नैनो सिम या 128 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड में से एक को चुनना होगा। हॉनर ने इस फोन में 3340 एमएएच की बैटरी दी है जो औसत से थोड़ी बड़ी है।
सॉफ्टवेयर की बात करें तो आपको एंड्रॉयड नूगा पर आधारित ईएमयूआई 5.1 मिलेगा। हुवावे ने अपने विज़ुअल स्टाइल को इस्तेमाल में लाया है। सेटिंग्स ऐप के कुछ विकल्प रीअरेंज कर दिए गए हैं, लेकिन आपको इससे रूबरू होने में बहुत वक्त नहीं लगेगा। हॉनर ने कुछ अनोखे गेस्चर दिए हैं जिन्हें ऊंगलियों के जोड़ से एक्टिवेट किया जा सकता है। अगर आप स्क्रीन पर दो बार नॉक करेंगे तो फोन स्क्रीनशॉट ले लेगा। अगर आप दो ऊंगिलयों के जोड़ से नॉक करते हैं तो स्क्रीन रिकॉर्डिंग शुरू हो जाएगी। आपके पास स्क्रीन पर अक्षरों को लिख कर ऐप लॉन्च करने का भी विकल्प है। हमने इनमें से कुछ फीचर को रिव्यू के दौरान बेहद ही कारगर पाया।
हमने पाया कि फुलव्यू डिस्प्ले एक हाथ से इस्तेमाल करने के लिए नहीं बना है। टॉप कॉर्नर तक पहुंच पाना आसान नहीं है। फोन में वन हैंडेड मोड भी दिया गया है जो यूआई को छोटा बना देता है। आप इसे नेविगेशन बटन पर स्वाइप करके एक्टिव कर सकते हैं। 18:9 डिस्प्ले के साथ एक और दिक्कत यह है कि अभी सारे ऐप इसके लिए नहीं बने हैं। आप इन ऐप को स्क्रीन के निचले हिस्से पर काले रंग के पैच के साथ चला सकते हैं। आपके पास कुछ ऐप को स्केल करने का भी विकल्प है। आपको कई अनचाहे ऐप भी मिलेंगे।
Honor 9i परफॉर्मेंस, बैटरी लाइफ और कैमरा
हॉनर 9आई की परफॉर्मेंस इस कीमत के अन्य डिवाइस जैसी ही है। आम इस्तेमाल में फोन गर्म नहीं होता है। लेकिन गेमिंग के दौरान स्थिति बदल जाती है। आपको बड़े स्क्रीन पर वीडियो देखना और गेम खेलना पसंद आएगा। हमने रियल रेसिंग 3, प्राइम पीक्स और क्लैश रॉयल जैसे गैम खेले, ताकि हॉनर 9आई की परफॉर्मेंस जांची जा सके। रियर रेसिंग 3 और प्राइम पीक्स ने ठीक-ठाक काम किया। लेकिन क्लैश रॉयल थोड़ा ज़ूम्ड इन चला। यह किनारों पर कटा हुआ आ रहा था। हमें गेम को 16:9 में चलाने का विकल्प नहीं मिला। लेकिन हम धीरे-धीरे इसके आदी हो गए।
हमने यह भी पाया कि गेमिंग के दौरान बैटरी की खपत ज़्यादा तेजी से होती है। ऐसे में गेम खेलते वक्त आपको बैटरी स्तर पर नज़र बनाए रखने का सुझाव देंगे। अगर हैंडसेट पावरफुल टास्क नहीं कर रहा है तो यह पावर को अच्छे से मैनेज करता है। आम इस्तेमाल में बैटरी करीब एक दिन तक चल गई। लेकिन गेम खेलने और वीडियो देखने का असर बैटरी लाइफ पर बहुत ज़्यादा पड़ता है। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में फोन की बैटरी 8 घंटे 54 मिनट तक चली जो अन्य स्मार्टफोन की तुलना में बहुत अच्छा नहीं है। आप फोन में पावर सेवर मोड ऑन करके बैटरी की खपत कम कर सकते हैं। लेकिन फास्ट चार्जिंग सपोर्ट नहीं होने से निराशा होती है।
कागज़ी तौर पर हॉनर 9आई का सबसे अहम फीचर कैमरा है। कैमरा ऐप लॉन्च करते ही आप पाएंगे कि इंटरफेस बेहद ही सरल है। आपको फ्लैश, अपर्चर मोड, मूविंग पिक्चर मोड और पोर्ट्रेट मोड के लिए कंट्रोल मिलते हैं। मूविंग पिक्चर फीचर आईओएस के लाइव फोटोज़ जैसा ही है। इसकी मदद से आप तस्वीरों के साथ छोटा क्लिप कैपचर कर पाते हैं। आप डिफॉल्ट स्क्रीन पर दायीं तरफ स्वाइप करके अलग-अलग शूटिंग मोड का विकल्प पा सकते हैं। एचडीआर, पनोरमा और वीडियो के अलावा आपको तस्वीरों व वीडियो के लिए प्रो मोड भी मिलेगा। इसके साथ और मोड डाउनलोड करने का विकल्प भी है।
फोटो के लिए डिफॉल्ट मोड अच्छा काम करता है। 16 मेगापिक्सल का कैमरा लैंडस्केप और मैक्रोज़ शॉट में डिटेल के साथ तस्वीरें कैपचर करता है। 2 मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा पॉर्ट्रेट और वाइड अपर्चर मोड में सब्जेक्ट व बैकग्राउंड को अलग करने में कुछ हद तक मदद करता है। लेकिन ऐसा लगता है कि बैकग्राउंड धुंधला सॉफ्टवेयर के ज़रिए होता है। सेल्फी में भी बोकेह मोड है। हमने पाया कि रियर कैमरे की तुलना में सेल्फी कैमरे की परफॉर्मेंस ज़्यादा अच्छी थी। आपको ब्यूटीफिकेशन मोड भी मिलेगा।
कम रोशनी में कैमरा परफॉर्मेंस औसत है। फोन नॉयज़ के स्तर को कम रखने में कामयाब होता है। लेकिन तस्वीरें ज़्यादा शार्प हो जाती हैं जिस वजह से डिटेल कम हो जाते हैं। कम रोशनी में सेल्फी बेहतर आई और श्रेय सेल्फी फ्लैश को जाएगा। हॉनर 9आई के फ्रंट और रियर कैमरे से आप 1080 पिक्सल के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। फ्रंट कैमरे से वीडियो रिकॉर्ड करते वक्त भी आपको ब्यूटिफिकेशन का विकल्प मिलेगा। लेकिन आउटपुट 720 पिक्सल तक ही नियंत्रित रहेगा।
हमारा फैसला
यह तो साफ है कि अब कंपनियां 18:9 आस्पेक्ट रेशियो की ओर बढ़ रही हैं। और यह फीचर सिर्फ फ्लैगशिप डिवाइस तक सीमित नहीं रहा। हॉनर 9आई, ग्राहकों के लिए एक और किफायती विकल्प है।
Honor 9i में फीचर और कीमत के बीच अच्छी तालमेल देखने को मिलती है।
LG Q6 की तुलना में आपको एक फिंगरप्रिंट सेंसर मिलता है और
Vivo V7+ (
रिव्यू) की तुलना में 1080 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन वाला डिस्प्ले। दैनिक इस्तेमाल के लिए प्रोसेसर पूरी तरह से सक्षम है। सॉफ्टवेयर भी इस्तेमाल करने में आसान है। हालांकि, कैमरे और बैटरी की परफॉर्मेंस और बेहतर हो सकती थी।
अगर आप परफॉर्मेंस से ज़्यादा लुक को अहमियत देते हैं तो हॉनर 9आई अन्य स्मार्टफोन से थोड़ा अलग है और अपनी कीमत को वाज़िब भी ठहराता है। दूसरी तरफ, अगर आप एक भरोसेमंदर परफॉर्मर की तलाश में हैं तो
Xiaomi Mi A1 (
रिव्यू) और
Moto G5S Plus (
रिव्यू) अच्छे विकल्प हैं।