हुवावे धीरे-धीरे अपने सब-ब्रांड हॉनर के तहत भारत में अपने डिवाइस लॉन्च कर रही है। अपनी रणनीति के तहत, हॉनर ने 30,000 रुपये से कम कीमत वाले लगभग सभी प्राइस सेगमेंट में अपनी जगह बना ली है। हॉनर 8 (
रिव्यू) कंपनी का मौज़ूदा फ्लैगशिप डिवाइस है और अब Honor 8 Pro इसकी जगह लेगा।
हॉनर 8 प्रो में डुअल रियर कैमरा है और कीमत की बात करें तो यह
वनप्लस 5 को चुनौती देगा। आज हम जानेंगे कि हॉनर 8 प्रो में कौन-कौन सी ख़ूबियां हैं और यह कैसा परफॉर्म करता है।
हॉनर 8 प्रो डिज़ाइनपिछले हॉनर 8 से तुलना करें तो हॉनर 8 प्रो का डिज़ाइन इससे थोड़ा अलग है। पुराने वेरिएंट में ग्लॉसी ग्लास रियर दिया गया था जबकि Honor 8 Pro में एक मेटल यूनिबॉडी दी गई है। यह फोन मिडनाइट ब्लैक और नेवी ब्लू कलर वेरिएंट में उपलब्ध है। स्मार्टफोन काफ़ी पतला है और इसकी मोटाई महज़ 6.79 मिलीमीटर है और इसके किनारे कर्व्ड है। चौंकाने वाली बात है कि पतली बॉडी होने के बावज़ूद फोन में 4000 एमएएच की बैटरी दी गई है।
आगे की तरफ़, फोन में 5.7 इंच एमोलेड पैनल है जो सुपर-स्लिम साइड बॉर्डर से लैस है। फोन का ऊपरी व निचला हिस्सा मोटा है और स्क्रीन के नीचे एक हॉनर लोगो दिया गया है। स्क्रीन के ऊपर ईयरपीस और सेंसर के साथ 8 मेगापिक्सल का सेल्फी सेंसर है। फोन में दांयीं तरफ़ एक पावर और वॉल्यूम बटन हैं। पावर बटन तक पहुंचना आसान है लेकिन वॉल्यूम बटन तक पहुंचने के लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। हॉनर 8 प्रो के बांयीं तरफ़ एक सिम स्लॉट है। हॉनर ने नीचे की तरफ़ एक यूएसबी टाइप-सी पोर्ट और एक 3.5 एमएम हेडफोन जैक दिया है। इसके अलावा लाउडस्पीकर और प्राइमरी माइक्रोफोन भी नीचे ही हैं। ऊपर की तरफ़ एक सेकेंडरी माइक्रोफोन और एक आईआर अमीटर हरै जिससे होम अप्लायंसेज को कंट्रोल किया जा सकता है।
हॉनर 8 प्रो की सबसे अहम ख़ासियत की बात करें तो इसके रियर पर बांयें कोने में दो रियर कैमरे और एक डुअल-टोन एलईडी फ्लैश हहै। दूसरे फोन से अलग, दोनों कैमरे स्मार्टफोन की बॉडी के साथ एक ग्लास के नीचे हैं यानी किसी तरह का उभार नहीं है। ग्लास के नीचे होने के चलते लेंस पर स्क्रैच नहीं पड़ेंगे। रियर पर एक फिंगरप्रिंट सेंसर भी है और हमें लगता है कि इसे थोड़ा और ऊपर दिया होता तो ज़्यादा सुविधाजनक होता। आपको अपनी उंगलियों को थोड़ा आगे बढ़ाना होगा या फिंगरप्रिंट स्कैनर तक पहुंचने के लिए डिवाइस को अपने हाथ में एडजस्ट करना होगा।
हॉनर ने बॉक्स में फोन के साथ 18 वाट का चार्जर और एक यूएसबी केबल दिया है। लेकिन अच्छी बात है कि बॉक्स को एक कार्डबोर्ड-स्टाइल वीआर हेडसेट में बदला जा सकता है। फोन में लेंस सहित जरूरत की सभी चीजें आती हैं।
हॉनर 8 प्रो स्पेसिफिकेशनहॉनर 8 प्रो में आकर्षक स्पेसिफिकेशन दिए गए हैं। 5.7 इंच डिस्प्ले एक क्वाड एचडी रिज़ॉल्यूशन के साथ आता है। स्क्रीन की डेनसिटी 515 पिक्सल प्रति इंच है। फोन का फ्रंट पैनल सुरक्षा के लिए 2.5डी कर्व्ड कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास से लैस है। डिस्प्ले पर कलर शानदार है और विविड हैं। हो सकता है कुछ यूज़र को चटकीला कलर रीप्रोडक्शन पसंद नहीं आए और इसे कम करने का भी कोई तरीका नहीं है। यूज़र के पास सिर्फ अपनी पसंद के हिसाब से कलर टेम्परेचर को बदलने का विकल्प होता है। इसके अलावा एक नाइट मोड भी है जिसको लेकर दावा है कि कम रोशनी होने पर इससे आंखों को सुकून मिलेगा। हमें डिस्प्ले पर वीडियो देखने में मज़ा आया। फोन के सिंगल स्पीकर से तेज आवाज आती है लेकिन हमें लगता है कि फ्रंट में स्टीरियो स्पीकर देना ज़्यादा बेहतर रहता।
हुवावे ने हॉनर 8 प्रो में अपना किरिन 960 प्रोसेसर दिया है। फोन में एक ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है जो 2.3 गीगाहर्ट्ज़ पर चलने वाले कॉर्टेक्स ए73 कोर और 1.8 गीगाहर्ट्ज़ पर चलने वाले फोर कॉर्टेक्स ए53 कोर से लैस है। वनप्लस 5 में दिए गए स्नैपड्रैगन 835 से तुलना करें तो यह थोड़ा पुराना लगता है। हॉनर 8 प्रो में 6 जीबी रैम के साथ 128 जीबी स्टोरेज दी गई है। स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए बढ़ा सकते हैं। फोन हाइब्रिड सिम स्लॉट करता है। फोन में 100 जीबी तक की स्टोरेज खाली रहती है।
फोन ब्लूटूथ 4.2, वाई-फाई एसी और एनएफसी सपोर्ट करता है। हॉनर 8 प्रो एक डुअल सिम डिवाइस है जो दो नैनो-सिम स्लॉट के साथ आता है। फोन में 4जी, वीओएलटीई और कैरियर इंटीग्रेशन है।
हॉनर 8 प्रो सॉफ्टवेयर और परफॉर्मेंसहॉनर 8 प्रो में कंपनी की ईएमयूआई 5.1 स्किन है जो हॉनर 8 लाइट की स्किन से थोड़ी ज़्यादा नई है। यूआई, एंड्रॉयड 7.0 नूगा पर आधारित है। और हमारी रिव्यू यूनिट में जून सिक्योरिटी अपडेट पहले से इंस्टॉल आती है। 6 जीबी रैम के साथ, हॉनर 8 प्रो में ऐप और गेम इंस्टॉल करते समय कोई दिक्कत नहीं हुई। ऐप के बीच स्विच करते समय भी हमने पाया कि इन्हें रीलोड होने में कम समय लगता है। एक दिन के इस्तेमाल के बाद फोन में 3.5 जीबी रैम हर समय मौज़ूद थी, जो बेहद शानदार है।
इसके अलावा, फोन में एक वन-हैंडेड मोड भी है जिससे बड़े डिवाइस को इस्तेमाल करना आसान हो जाता है। फिंगरप्रिंट स्कैनर जेस्चर से नोटिफिकेशन शेड को पुल डाउन किया जा सकता है और नोटिफिकेशन को डिसमिस भी कर सकते है। फोन में कुछ ऐप हैं जो हॉनर ने पहले से इंस्टॉल किए हैं लेकिन इनमें से अधिकतर को अनइंस्टॉल किया जा सकता है।
सॉफ्टवेयर में कुछ बैटरी सेविंग विकल्प भी हैं। पावर सेविंग मोड है जिससे बैकग्राउंड ऐप कम होते हैं और ऑटो-सिंक डिसेबल रहता है। इसके अलावा अल्ट्रा पावर सेविंग मोड हर चीज को बंद कर देता है सिवाय उन ऐप के जिनका चुनाव आपने किया है। हमने एक स्क्रीन पावर सेविंग विकल्प भी देखा, जिसको लेकर दावा है कि यह बैटरी बचाने के लिए डिस्प्ले के रिज़ॉल्यूशन को कम कर देता है। हमारे इस्तेमाल के समय इस विकल्प ने काम नहीं किया क्योंकि हर समय हमारे डिवाइस में क्वाडएचडी रिज़ॉल्यूशन ही दिखाया।
फोन में एक वॉयस कंट्रोल फ़ीचर है जो एक मुहावरे 'डियर हॉनर' के साथ काम करता है। अगर आपको फोन नहीं मिल रहा है तो आप जोर से डिवाइस से पीछ सकते हैं कि यह कहां है और एक तेज टोन के जरिए फोन प्रतिक्रिया देगा व फ्लैशलाइट भी जल जाएगी। इसके अलावा, आप कस्टम कमांड भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन हमने देखा कि इनमें से अधिकतर ने काम नहीं किया, जिससे इस फ़ीचर की उपयोगिता सिद्ध नहीं हुई।
हमने हॉनर 8 प्रो को बेंचमार्क पर टेस्ट किया। फोन ने बेंचमार्किंग टेस्ट में अच्छआ स्कोर किया लेकिन स्नैपड्रैगन 835 प्रोसेसर के साथ आने वाले वनप्लस 5 की परफॉर्मेंस बेहतर रही। फोन हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में 10 घंटे और 19 मिनट तक चला व सामान्य इस्तेमाल के समय हम इसे एक पूरे दिन तक चला पाए।
हॉनर 8 प्रो कैमराहॉनर 8 प्रो की सबसे अहम ख़ासियत है इसमें दिया गया डुअल 12 मेगापिक्सल का रियर कैमरा। दूसरे स्मार्टफोन में दिये जाने वाले सेकेंड कैमरे के लिए टेलीफोटो लेंस से अलग, इन दोनों सेंसर का इस्तेमाल आरजीबी और मोनोक्रोम के लिए किया गया है। हॉनर का दावा है कि मोनोक्रोम सेंसर से ज़्यादा बेहतर तस्वीरें मिलेंगी। हॉनर ने अपना कैमरा ऐप दिया है जिसमें कई मोड मौज़ूद हैं। डिफॉल्ट तौर पर ऑटो मोड सेट रहता है जबकि तस्वीरों और वीडियो के लिए आप प्रो मोड का इस्तेमाल कर कंट्रोल ले सकते हैं। एक ब्लैक-एंड-व्हाइट तस्वीर के लिए आप सिर्फ मोनोक्रोम सेंसर का इस्तेमाल करने के लिए मोनोक्रोम मोड सेट कर सकते हैं। हमने पाया कि फोन कैमरा इस्तेमाल करते वक्त गर्म हुआ जबकि गेम खेलते व दूसरे काम करते समय यह गर्म नहीं होता है।
फोन से ली गईं तस्वीरें बेहद अच्छी रहती हैं और डिटेलिंग भी औसत से बेहतर रही। कलर सटीक आए और हमें लाइट के विरूद्ध शूट करने पर भी हमें कोई परेशानी नहीं हुई। मैक्रो शॉट भी अच्छे रहे जबकि सब्जेक्ट व बैकग्राउंड के बीच एक अच्छा फर्क दिखा। कम रोशनी में हमने देखा कि कैमरा तस्वीरों को शार्प करता है जिससे थोड़ा नॉयज़ बढ़ जाता है व डिटेलिंग की कमी होती है। सेल्फी अच्छी आती हैं और हमें कैमरा ऐप इन्हें और सुंदर बनाता है। डिफॉल्ट तौर पर, कैमरा ऐप तस्वीरों में फोन के नाम का प्रचार करते हुए वाटरमार्क जोड़ देता है। आप इसे डिसेबल कर सकते हैं लेकिन यह विकल्प सेटिंग मेन्यू में नहीं मिला। हमें उम्मीद है कि ग्राहकों को मिलने वाली यूनिट में यह डिफॉल्ट नहीं रहेगा।
हॉनर 8 प्रो से 4के वीडियो रिकॉर्डिंग कर सकते हैं लेकिन लगातार ऑटोफोकस नहीं रह पाता। आप ऑटोफोकस इनेबल करने के लिए 30 फ्रेम प्रति सेकेंड या 60 फ्रेम प्रति सेकेंड पर 1080 पिक्सल पर स्विच कर सकते हैं। वीडियो रिकॉर्ड करते वक्त हमें व्यूफाइंडर में थोड़ी परेशानी हुई लेकिन इससे परिणाम पर फर्क नहीं पड़ा।
हमारा फैसलाहॉनर ने अपने हॉनर 8 प्रो स्मार्टफोन में सबसे बेहतर टेक्नोलॉजी दी है, जो कि इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड के हिसाब से सबसे बेहतर है। किरिन 960, हुवावे का मौज़ूदा सबसे बेहतर प्रोसेसर है लेकिन यह स्नैपड्रैगन 835 प्रोसेसर से कमतर ही है। हॉनर 8 प्रो ईएमयूआई के सबसे लेटेस्ट वर्ज़न पर चलता है। वनप्लस 5 से तुलना करें तो, कम कीमत पर दोगुनी स्टोरेज और ज़्यादा स्क्रीन रिज़ॉल्यूशन मिलेगा।
फोन की कैमरा परफॉर्मेंस काफ़ी बेहतर है और डुअल कैमरा फंक्शन भी शानदार परफॉर्मेंस देता है। मोनोक्रोम सेंसर से मदद मिलती है और हमें हर तस्वीर की डिटेलिंग काफ़ी अच्छी लगी। कुल मिलाकर, हॉनर 8 प्रो से ली गईं तस्वीरें हमें अच्छी लगीं।
ऐसा लगता है कि हॉनर 8 प्रो एक बेहतरीन ऑल-राउंडर है। हो सकता है कि यह एक परफेक्ट पैकेज ना हो लेकिन यह इससे बहुत पीछे भी नहीं है। और निश्चित तौर पर यह
सैमसंग गैलेक्सी सी7 प्रो और
मोटो ज़ेड2 प्ले से कम महंगा है। 29,999 रुपये के साथ, यह वनप्लस 5 से सस्ता है और इसमें एक फ्लैगशिप स्मार्टफोन की सभी संभावनाएं हैं।