वीवो ने सेल्फी के दीवानों के लिए एक और स्मार्टफोन वी7+ को लॉन्च किया है। यह हैंडसेट
वीवो वी5 प्लस (
रिव्यू) का अपग्रेड है। इस बार कंपनी ने फ्रंट पैनल पर दो कैमरा सेटअप नहीं दिया है, बल्कि ज़्यादा रिज़ॉल्यूशन वाला एक ही कैमरा इस्तेमाल किया है। हालांकि, अपग्रेड सिर्फ फ्रंट कैमरे तक सीमित नहीं रहा है। लोकप्रिय ट्रेंड 18:9 डिस्प्ले को भी फोन का हिस्सा बनाया गया है।
21,990 रुपये रोचक कीमत है, क्योंकि इस प्राइस रेंज में ग्राहकों के पास खरीदने लायक कम विकल्प हैं। ऐसे में वीवो के लिए यह एक बेहतरीन मौका है। कंपनी ने
वीवो वी7+ में क्या-कुछ खास दिया है? क्या इसे खरीदना फायदे का सौदा है? आइए जानते हैं...
Vivo V7+ डिज़ाइन और बिल्ड क्वालिटी
फोन की बिल्ड क्वालिटी अच्छी है। यह स्लिम होने के साथ हल्का भी है। मोटाई सिर्फ 7.7 मिलीमीटर है। पॉकेट में रखकर घूमना सहूलियत भरा है और बनावट ऐसी है कि ग्रिप करने में भी दिक्कत नहीं होती। इसका पिछला हिस्सा प्लास्टिक का है। लेकिन यह दूर से मेटल जैसा लगता है। फिनिशिंग अच्छी है और वीवो ने टॉप व निचले हिस्से के किनारों पर क्रोम एक्सेंट दिया है जो फोन की खूबसूरती बढ़ाने का काम करता है।
3.5 एमएम हेडफोन सॉकेट, माइक्रो-यूएसबी पोर्ट और स्पीकर ग्रिप निचले हिस्से पर हैं। बायीं तरफ एक सिम ट्रे है जिसमें दो नैनो सिम व माइक्रोएसडी कार्ड के लिए स्लॉट हैं। आप 256 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर पाएंगे। पिछले वेरिएंट में स्टोरेज बढ़ाने की सुविधा नदारद थी। वॉल्यूम और पावर बटन दायीं तरफ हैं। इस्तेमाल के दौरान उन तक पहुंचने में दिक्कत नहीं होती। सिर्फ माइक्रो-यूएसबी कनेक्टर देखकर निराशा हुई। हमारे विचार से नए टाइप-सी पोर्ट का इस्तेमाल होना चाहिए था।
वीवो के पुराने फोन से सबसे अहम अंतर 18:9 आस्पेक्ट रेशियो है। टॉप व निचले हिस्से पर बॉर्डर पतले हैं। किनारों पर तो, और भी पतले। डिस्प्ले पर 2.5डी कर्व्ड एज गोरिल्ला ग्लास प्रोटेक्शन है जो दिखने में अच्छा है। अफसोस कि वीवो ने रिज़ॉल्यूशन पर ध्यान नहीं दिया। 5.99 इंच के स्क्रीन के लिए कंपनी ने एचडी (720x1440 पिक्सल) रिज़ॉल्यूशन दिया है जो निराश करने वाला है। चौंकाने वाली बात है कि डिस्प्ले हमारी उम्मीद के इतना खराब नहीं है। आइकन और टेक्स्ट बहुत ज़्यादा शार्प नहीं नज़र आते। कलर्स विविध हैं और व्यूइंग एंगल भी बुरे नहीं। स्क्रीन के ऊपर एलईडी नोटिफिकेशन के लिए भी जगह है।
रियर कैमरा पिछले हिस्से पर उभार के साथ आता है। रिव्यू के दौरान कैमरा लेंस पर कोई खरोंच का निशान नहीं पड़ा। फिंगरप्रिंट सेंसर रियर हिस्से के मध्य में है, ठीक वीवो के लोगो से ऊपर। सेंसर तेज़ी से आपकी पहचान करेगा। आप इस सेंसर की मदद से ऐप को भी लॉक कर पाएंगे और सेल्फी ले पाएंगे। बॉक्स में आपको सिलिकॉन कवर, सिम इजेक्टर टूल, क्विक स्टार्ट गाइड, हेडसेट, डेटा केबल और 10 वॉट चार्जर मिलेगा।
Vivo V7+ के स्पेसिफिकेशन और फीचर
वीवो वी7+ में क्वालकॉम के 400 सीरीज़ के टॉप एंड स्नैपड्रैगन 450 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। यह क्वालकॉम के अपने एड्रेनो 506 जीपीयू के साथ आता है। परफॉर्मेंस के मामले में यह स्नैपड्रैगन 400 सीरीज़ के बाकी प्रोसेसर से बेहतर है। मल्टीटास्किंग में दिक्कत नहीं होती और गेम खेलना भी आसान है। यह क्वालकॉम के स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर इतना तेज़ नहीं है। लेकिन इसे कमज़ोर भी नहीं कहा जा सकता। फोन में 4 जीबी रैम के साथ 64 जीबी स्टोरेज दी गई है, जो अच्छी बात है। अन्य स्पेसिफिकेशन में डुअल-बैंड वाई-फाई, ब्लूटूथ 4.2, यूएसबी-ओटीजी और एफएम रेडियो शामिल हैं।
वीवो ने अपने फनटचओएस को अपग्रेड किया है। यह एंड्रॉयड 7.1.2 नूगा पर आधारित है। लेकिन एंड्रॉयड पर बने इस कस्टम रॉम में आईओएस की प्रेरणा साफ झलकती है। नए वर्ज़न में नोटिफिकेशन बिल्कुल आईओएस वाले अंदाज़ में दिखते हैं। वीवो का कंट्रोल सेंटर मौज़ूद है। आप स्क्रीन पर निचले हिस्से से ऊपर की तरफ स्वाइप करके इसे एक्टिव कर सकते हैं। फनटच ओएस एक लेयर वाला यूआई है इसलिए आपके लिए सभी ऐप होमस्क्रीन पर हैं।
आप चुनिंदा ऐप में वीडियो कॉल के दौरान फेस ब्यूटी को इनेबल कर पाएंगे। स्मार्ट स्पिलिट 3.0 की मदद से आप एक वक्त पर स्क्रीन पर दो ऐप को साथ में इस्तेमाल कर पाएंगे। लेकिन यह चुनिंदा ऐप के साथ ही काम करता है। वहीं, नूगा के स्टेंडर्ड स्पिलिट स्क्रीन फीचर के लिए सपोर्ट नहीं मौज़ूद है। आप चाहें तो कुछ ऐप में दो अकाउंट चला पाएंगे। जैसे, अलग-अलग नंबर से दो व्हाट्सऐप अकाउंट को।
पहली झलक में सेटिंग्स ऐप आपको कंफ्यूज करेगा। कई फंक्शन वहां नहीं मिलेंगे जहां उन्हें होना चाहिए। इसकी थोड़ी और पॉलिशिंग हो सकती है, जैसे टेक्स्ट और मेन्यू की एलाइनमेंट।
Vivo V7+ परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी लाइफ
रैंकिंग के हिसाब से कमज़ोर चिपसेट होने के बावजूद आम परफॉर्मेंस अच्छी है। हमें आमतौर पर कभी भी परफॉर्मेंस से कोई शिकायत नहीं हुई। यूआई की परफॉर्मेंस अच्छी है और फोन मल्टीटास्किंग को आसानी से हैंडल करता है। यह कभी-कभार ही धीमा पड़ा। कैजुअल गेम खेलते वक्त कोई दिक्कत नहीं होती। हालांकि, पावरफुल ग्राफिक्स वाले गेम में गेमप्ले के दौरान कई बार फ्रेमरेट निरंतर नहीं रह पाते। जियो नेटवर्क पर वीओएलटीई अच्छा काम करता है। डायलर ऐप भी स्टेंडर्ड है। इसमें अलग से वीडियो कॉलिंग ऑप्शन नहीं है, लेकिन यह बिल्ट इन कॉल रिकॉर्डर के साथ आता है।
बड़ा डिस्प्ले तो वीडियो देखने के लिए ही बना है। फोन 1080 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन वाले फाइल को आसानी से प्ले करता है। लेकिन ज़्यादा रिज़ॉल्यूशन वाले वीडियो में पिछड़ता है। 4के वीडियो को तो प्ले ही नहीं कर पाता।
Vivo की वी सीरीज़ के हैंडसेट फ्रंट कैमरे के लिए जाने जाते हैं। इस बार कंपनी ने 24 मेगापिक्सल का सेंसर दिया है। अपर्चर एफ/2.0 है। आपको सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए भी ब्यूटी मोड मिलेंगे। सेकेंडरी सेंसर हटाए जाने के बावजूद भी पोर्ट्रेट मोड दिया गया है। इसकी मदद से भी आप तथाकथित बोकेह इफेक्ट पा सकते हैं, लेकिन आप डेप्थ नहीं एडजस्ट कर सकते। ज्यादातर परिस्थितियों में सेल्फी अच्छी आई। सेंसर डिटेल को अच्छे से कैपचर करता है, लेकिन स्किन टोन सटीक नहीं रहते।
कम रोशनी में भी फ्रंट कैमरा डिटेल और कलर्स कैपचर करता है और नॉयज स्तर को भी नियंत्रण में रखता है। आगे की तरफ मूनलाइट फ्लैश भी है। यह आपके चेहरे पर डिफ्यूज़ लाइट देता है। इसका इस्तेमाल कम रोशनी वाली परिस्थितियों में किया जा सकता है।
रियर हिस्से पर दिया गया 16 मेगापिक्सल का सेंसर फेज़ डिटेक्शन ऑटो फोकस के साथ आता है। दिन की रोशनी में लिए गए लैंडस्केप और मैक्रोज़ शॉट अच्छे-खासे डिटेल के साथ आते हैं। कलर्स भी अच्छे आते हैं। कम रोशनी या इंडोर में उपयुक्त रोशनी के बिना तस्वीरों की क्वालिटी में गिरावट देखने को मिलती है।
आप 1080 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। क्वालिटी अच्छी है, लेकिन स्टेबलाइज़ेशन नहीं होने के कारण झटके साफ नज़र आते हैं। कैमरा ऐप लगभग पूरी तरह से ऐप्पल के आईफोन कैमरा ऐप की नकल लगता है। ऑटो एचडीआर मोड ब्राइट परिस्थितियों में बेहद ही काम का फीचर साबित होता है। आपको प्रोफेशनल, स्लो-मोशन, पनोरमा और अल्ट्रा-एचडी जैसे मोड भी मिलेंगे।
बैटरी लाइफ अच्छी है। 3225 एमएएच की बैटरी आम इस्तेमाल में एक दिन से ज़्यादा तक चल जाएगी। यह फोन फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट नहीं करता। लेकिन हैंडसेट के साथ दिए गए चार्जर ने 1 घंटे में बैटरी को करीब 50 फीसदी तक चार्ज कर दिया। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में बैटरी 12 घंटे 4 मिनट तक चली जो अच्छा है।
हमारा फैसला
वीवो ने अपने स्मार्टफोन में कुछ गौर करने लायक नए फीचर देने शुरू किए हैं। वीवो वी7+ भी इन कोशिशों का ही नतीज़ा है। 18:9 आस्पेक्ट वाला डिस्प्ले एक स्वागत योग्य कदम है। हमें यह भी बात अच्छी लगी कि कंपनी ने एंड्रॉयड नूगा की ओर कदम बढ़ा दिया है। फ्रंट कैमरा ज़्यादातर परिस्थितियों में अच्छा काम करता है। हालांकि, प्लास्टिक बॉडी, बजट स्तर का प्रोसेसर और कम रिज़ॉल्यूशन वाले स्क्रीन को देखते हुए यह थोड़ा महंगा लगता है।
आज की तारीख में हमारे पास ज़्यादा बेहतर बिल्ड वाले हैंडसेट हैं जो शानदार फीचर और दमदार स्पेसिफिकेशन के साथ आते हैं। और इनकी कीमत भी कम है। ऐसे में इस कीमत को देखते हुए यूज़र द्वारा ज़्यादा की मांग में कुछ भी गलत नहीं है। हमें रियर कैमरे ने बहुत प्रभावित नहीं किया। इस स्क्रीन साइज़ के लिए तो कम से कम फुल-एचडी रिज़ॉल्यूशन होना ही चाहिए। फ्रंट या बैकपैनल पर दो कैमरे भी अब लोकप्रिय फीचर हो गए हैं। कंपनी को इस बारे में भी सोचना चाहिए था।
22,000 रुपये की कीमत में
Samsung Galaxy A5 (2017) एक अच्छा विकल्प है। आपको एक बेहतरीन बिल्ड वाला डिवाइस मिल जाएगा जो सैमसंग पे और वाटरप्रूफ जैसे शानदार फीचर के साथ आता है। वीवो का अपना वी5 प्लस भी एक अच्छा ऑप्शन है। लगभग इसी कीमत में आपको ज़्यादा पावरफुल प्रोसेसर मिलेगा, लेकिन यह अब भी एंड्रॉयड मार्शमैलो पर अटका है और इसमें स्टोरेज भी नहीं बढ़ाई जा सकती। गौर करने वाली बात है कि 15,000 रुपये में भी आज की तारीख में कई ऐसे फोन मिल जाते हैं जो महंगे वीवो वी7+ को कांटे की टक्कर देंगे।