अमेरिकी स्मार्टफोन कंपनी Apple ने सप्लायर्स को इस वर्ष iPhone 15 की लगभग 8.5 करोड़ यूनिट्स बनाने को कहा है। ग्लोबल इकोनॉमी में कमजोरी और स्मार्टफोन मार्केट में कमी होने के पूर्वानुमान के बावजूद एपल ने आईफोन की नई सीरीज की बड़ी संख्या में सप्लाई तैयार रखने की योजना बनाई है।
Bloomberg की
रिपोर्ट में कंपनी की योजना के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि आईफोन के प्रो मॉडल्स के प्राइसेज को बढ़ाया जा सकता है। दुनिया की इस सबसे अधिक वैल्यू वाली कंपनी के शेयर प्राइस में इस वर्ष लगभग 50 प्रतिशत की तेजी आई है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर लगभग तीन लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है। इकोनॉमी को लेकर अनिश्चितता और प्राइसेज बढ़ने की वजह से कंज्यूमर्स और एंटरप्राइसेज की ओर से स्मार्टफोन्स से लेकर कंप्यूटर्स तक की खरीदारी में कमी हुई है। इससे एपल सहित बहुत सी डिवाइसेज बनाने वाली कंपनियों की डिमांड पर असर पड़ा है।
अमेरिका में फेडरल रिजर्व इस सप्ताह दोबारा इंटरेस्ट रेट्स में बढ़ोतरी कर सकता है। इसके अलावा चीन की इकोनॉमी भी दूसरी तिमाही में कमजोर हुई है।
एपल के बिजनेस से दक्षिण कोरिया की Samsung से लेकर ताइवान की फॉक्सकॉन जैसी कंपनियों पर भी असर पड़ता है। हाल ही में Display Supply Chain Consultants (DSCC) की रिपोर्ट में बताया था कि पिछले वर्ष जून में आईफोन 14 के लिए दिए गए पैनल ऑर्डर्स की तुलना में आईफोन 15 के लिए ये ऑर्डर्स लगभग 100 गुना अधिक हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि पैनल की शिपमेंट्स में आईफोन 15 प्रो और आईफोन 14 प्रो के डिस्प्ले की हिस्सेदारी क्रमशः 58 प्रतिशत और 43 प्रतिशत की थी। इससे यह संकेत मिल रहा है कि एपल को आईफोन 15 प्रो के लिए मजबूत डिमांड मिलने की उम्मीद है।
एपल ने चीन के बाहर अपना प्रोडक्शन बढ़ाने की योजना बनाई है। इसने भारत में प्रोडक्शन बढ़ाने की तैयारी की है। कंपनी के आईफोन की नई सीरीज इस वर्ष के अंत में लॉन्च होने की संभावना है। इस सीरीज में iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max शामिल हो सकते हैं। ये स्मार्टफोन्स Apple के मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के अगले वर्जन iOS 17 पर चलेंगे।