इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म WhatsApp ने भारत में अक्टूबर के दौरान लगभग 75,48,000 एकाउंट्स को बैन किया है। इनमें से लगभग 19,19,000 एकाउंट्स को किसी यूजर की ओर से रिपोर्ट मिलने से पहले वॉट्सऐप की ओर से ब्लॉक किया गया है। इससे पहले सितंबर में इसने लगभग 71,11,000 एकाउंट्स को बैन किया था।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Meta के कंट्रोल वाले वॉट्सऐप ने अपनी मासिक रिपोर्ट में यूजर्स की शिकायतों, कानूनों और उसकी सर्विस के इस्तेमाल की शर्तों के उल्लंघन पर की गई कार्रवाई की जानकारी दी है। इस रिपोर्ट में वॉट्सऐप पर उत्पीड़न को रोकने के लिए उठाए गए कदमों का भी विवरण होता है। यह रिपोर्ट अक्टूबर के महीने के लिए है। देश में लगभग दो वर्ष पहले लागू किए गए नए IT नियमों के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को ऐसी मासिक रिपोर्ट देनी होती है। वॉट्सऐप को अक्टूबर में कुल 9,063 रिपोर्ट मिली थी। इनमें सबसे अधिक 4,771 बैन की अपील के लिए थी। अन्य रिपोर्ट्स एकाउंट सपोर्ट, प्रोडक्ट सपोर्ट और सेफ्टी से जुड़ी थी।
कंपनी को अक्टूबर में ग्रिवांस अपीलेट कमेटी (GAC) से पांच ऑर्डर प्राप्त हुए थे। इन सभी का पालन किया गया है। वॉट्सऐप को सितंबर में ग्रिवांस अपीलेट कमेटी से छह ऑर्डर मिले थे। वॉट्सऐप पर भारतीय एकाउंट की पहचान '+91' कंट्री कोड से होती है।
हाल ही में
वॉट्सऐप चैनल्स का एक नया फीचर को लॉन्च किया था। इसने बताया है कि उसके चैनल फीचर ने 50 करोड़ मंथली एक्टिव यूजर्स के आंकड़े को पार कर लिया है। यह एक वन-वे ब्रॉडकास्ट टूल है। इसका मतलब है कि जो भी अपना वॉट्सऐप चैनल बनाता है, वह खुद से जुड़ी जानकारियों को अपने फॉलोअर्स तक पहुंचा सकता है। हालांकि, फॉलोअर्स उसके साथ सीधा कम्युनिकेशन नहीं कर सकते। वॉट्सऐप चैनल के जरिए टेक्स्ट, फोटो, वीडियो, स्टिकर और पोल को भेजा जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस फीचर के साथ जुड़े हैं। उनके चैनल को लाखों की संख्या में यूजर्स ने फॉलो किया है। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राजनेताओं के लिए यह फीचर लोगों के साथ जुड़ने का एक महत्वपूर्ण जरिया हो सकता है। यह फीचर Updates कहे जाने वाले एक नए टैब में उपलब्ध कराया गया है। इसका इस्तेमाल एंड्रॉयड, आईओएस और डेस्कटॉप यूजर्स कर सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में वॉट्सऐप पर यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है।