ऐप के जरिए फूड डिलीवरी सर्विस उपलब्ध कराने वाली Swiggy ने अपने डिलीवरी एग्जिक्यूटिव्स और उनके आश्रितों की इमरजेंसी की स्थिति में मदद के लिए एक एंबुलेंस सर्विस शुरू की है। इस सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए डिलीवरी एग्जिक्यूटिव्स को एक टोल-फ्री नंबर डायल करना होगा या वे इमरजेंसी की स्थिति में ऐप पर SOS को टैप कर सकते हैं।
स्विगी ने बताया कि एंबुलेंस सर्विस पर रिस्पॉन्स का मौजूदा औसत समय 12 मिनट है। इस सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी। डिलीवरी एग्जिक्यूटिव्स को केवल अपनी पार्टनर ID की पुष्टि करनी होगी। हाल ही में नीति आयोग की एक स्टडी में बताया गया था कि देश में gig वर्कर्स की संख्या लगभग 77 लाख है और 2029-30 तक यह बढ़कर लगभग 2.35 करोड़ हो सकती है। इन
वर्कर्स में कंसल्टेंट्स, ब्लॉगर्स और डिलीवरी एग्जिक्यूटिव्स शामिल हैं। इन वर्कर्स को सोशल सिक्योरिटी, न्यूनतम वेतन और वर्किंग आवर्स जैसी बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
पिछले महीने एक रिपोर्ट में बताया गया था कि Ola और Uber, ग्रॉसरी डिलीवरी ऐप Dunzo, फार्मेसी प्लेटफॉर्म PharmEasy और Amazon Flex में पार्टटाइम या Gig वर्कर्स के लिए स्थितियां खराब हैं। इन फर्मों को टेंपरेरी वर्कर्स के लिए कार्य की स्थितियों के आधार पर एक रेटिंग में सबसे कम स्कोर मिले हैं। Fairwork की टीम ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर 12 डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की रेटिंग की थी। दुनिया भर में Fairwork डिजिटल लेबर प्लेटफॉर्म्स में कार्य की स्थितियों का मूल्यांकन करती है। भारत के लिए Fairwork की इस वर्ष की रिपोर्ट में इन प्लेटफॉर्म्स का उचित वेतन, उचित स्थितियों, उचित कॉन्ट्रैक्ट्स, उचित मैनेजमेंट और उचित प्रतिनिधित्व के पांच बिंदुओं पर आकलन किया गया था।
इसमें Amazon Flex, Dunzo, Ola, Uber और PharmEasy को 10 प्वाइंट में से शून्य मिला था। रिपोर्ट में कहा गया था, "किसी प्लेटफॉर्म को अधिकतम 10 प्वाइंट में से सात से अधिक नहीं मिले हैं और किसी ने भी आकलन के पांच बिंदुओं में सभी शुरुआती प्वाइंट हासिल नहीं किए हैं।" इस रेटिंग में 12 प्लेटफॉर्म्स, Amazon Flex, Big Basket, Dunzo, Flipkart, Ola, PharmEasy, Porter,
Swiggy, Uber, Urban Company, Zepto और Zomato का मूल्यांकन किया गया था। इसमें Urban Company को सबसे अधिक सात प्वाइंट मिले थे।