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Workers - ख़बरें

  • सैमसंग की तमिलनाडु की फैक्टरी में विवाद, सैंकड़ों वर्कर्स धरने पर बैठे
    इस फैक्टरी में लभग 1,800 वर्कर्स कार्य करते हैं। कंपनी ने तीन वर्कर्स को निलंबित किया था। इसके विरोध में लगभग 500 वर्कर्स धरने पर चले गए हैं। सैमसंग की इस फैक्टरी में छह महीने में वर्कर्स से जुड़ा यह दूसरा बड़ा विवाद है। इस फैक्टरी में टेलीविजन, रेफ्रीजरेटर और वॉशिंग मशीन की मैन्युफैक्चरिंग होती है। देश में सैमसंग की बिक्री में इस फैक्टरी की हिस्सेदारी लगभग 20 प्रतिशत की है।
  • भारत में तेजी से बढ़े AI टूल्स के यूजर्स, ChatGPT के लिए दूसरा सबसे बड़ा मार्केट
    इस सेगमेंट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले ChatGPT के लिए यूजर्स की संख्या के लिहाज से भारत दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बन गया है। ChatGPT को ऑपरेट करने वाली OpenAI ने बताया है कि देश में पिछले वर्ष उसके यूजर्स की संख्या लगभग तिगुनी हुई है। ChatGPT के CEO, Sam Altman का कहना है कि AI की क्रांति के अग्रणी देशों में भारत को शामिल होना चाहिए।
  • ChatGPT, DeepSeek पर सरकार का सख्त रवैया, फाइनेंस मिनिस्ट्री में AI टूल्स  पर लगी रोक
    इन टूल्स में ChatGPT और हाल ही में पेश किया गया चीन का DeepSeek शामिल हैं। भारत में इन AI टूल्स को लेकर केंद्र सरकार का रवैया सख्त है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने सरकारी दस्तावेजों और डेटा की गोपनीयता को रिस्क के मद्देनजर अपने कर्मचारियों से इन AI टूल्स से बचने को कहा है।ऑस्ट्रेलिया और इटली जैसे देशों ने भी डेटा की सिक्योरिटी के लिए रिस्क की वजह से DeepSeek के इस्तेमाल पर पाबंदियां लगाई हैं।
  • IT सेक्टर पर AI का असर, Salesforce में सैंकड़ों वर्कर्स की छंटनी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए यह कंपनी वर्कर्स की हायरिंग कर रही है। पिछले कुछ महीनों में बहुत सी टेक्नोलॉजी कंपनियों ने बड़ी संख्या में वर्कर्स की छंटनी की है। Bloomberg की एक रिपोर्ट के अनुसार, Salesforce में 1,000 से अधिक जॉब्स पर असर पड़ेगा। हालांकि, छंटनी के दायरे में आने वाले वर्कर्स को कंपनी में अन्य जॉब्स के लिए आवेदन करने का मौका दिया जाएगा।
  • गूगल के वर्कर्स ने की जॉब सिक्योरिटी की डिमांड
    कंपनी के वर्कर्स ने 'जॉब सिक्योरिटी' शीर्षक वाली एक इंटरनल पेटिशन शुरू की है। पिछली कुछ तिमाहियों में Amazon और Meta सहित बहुत सी बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों ने छंटनी की है। गूगल के 1,250 से अधिक वर्कर्स ने इस पेटिशन पर साइन किए हैं। इससे कंपनी में छंटनी की आशंका को लेकर वर्कर्स में बढ़ती चिंता का संकेत मिल रहा है।
  • इंफोसिस के हैदराबाद कैम्पस में मिलेंगी 17,000 जॉब्स
    कंपनी के तेलंगाना में हैदराबाद के कैम्पस के एक्सटेंशन में 17,000 अतिरिक्त जॉब्स जेनरेट होंगी। हैदराबाद के Pocharam में मौजूद इंफोसिस के इस कैम्पस में 35,000 से अधिक वर्कर्स कार्य करते हैं। यह देश में कंपनी के बड़े कैम्पस में शामिल है। पिछले वर्ष कंपनी को नए ग्रेजुएट्स की जॉइनिंग को टालने की वजह से आलोचना का सामना करना पड़ा था।
  • इंफोसिस का प्रॉफिट बढ़कर 6,806 करोड़ रुपये, नई हायरिंग करेगी कंपनी 
    तीसरी तिमाही में कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू सात प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 41,764 करोड़ रुपये का है। इस रेवेन्यू में फाइनेंशियल सर्विसेज और मैन्युफैक्चरिंग वर्टिकल्स की हिस्सेदारी लगभग 27.8 प्रतिशत और लगभग 15.5 प्रतिशत की रही है। भारत और यूरोप में कंपनी ने वर्ष-दर-वर्ष आधार पर डबल डिजिट में ग्रोथ हासिल की है।
  • Airtel कर्मचारी विदेश में बैठे ठगों को मुहैया करवाते थे फर्जी नम्बर!
    पुलिस ने Airtel के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि ये इंडोनेशिया और चीन से जुड़े ठगों को वर्चुअल फोन नम्बर उपलब्ध करवाते थे। उसके बाद ये ठग लोकल युवाओं को अपने जाल में फंसाने का काम करते थे। ये ठग युवाओं को फेक जॉब का झांसा देता था। उन्हें टास्क आधारित फ्रॉड निवेश के लिए फंसाते थे।
  • TCS का प्रॉफिट बढ़कर 12,444 करोड़ रुपये पर पहुंचा, वर्कर्स की संख्या 6 लाख से ज्यादा
    TCS का पिछली तिमाही में मार्जिन 0.40 प्रतिशत बढ़कर 24.5 प्रतिशत पर पहुंच गया। दूसरी तिमाही में TCS का मार्जिन 24.1 प्रतिशत का था। हालांकि, वर्ष-दर-वर्ष आधार पर मार्जिन में लगभग 0.50 प्रतिशत की कमी हुई है। हालांकि, कंपनी के लिए कम्युनिकेशन एंड मीडिया वर्टिकल में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 10.6 प्रतिशत की गिरावट हुई है। कंपनी को भारत के रीजन में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 70 प्रतिशत से अधिक की ग्रोथ मिली है।
  • Apple ने चैरिटी प्रोग्राम में गड़बड़ी करने पर कई भारतीय वर्कर्स को किया टर्मिनेट
    कंपनी के इस चैरिटी प्रोग्राम में वर्कर्स के पात्र ऑर्गनाइजेशंस को डोनेशन देने पर इसके बराबर की रकम कंपनी भी देती थी। ऐसा आरोप है कि कुछ वर्कर्स ने विशेष चैरिटेबल ऑर्गनाइजेशंस के साथ साठगांठ कर डोनेशन के रिकॉर्ड में गड़बड़ी की थी। इन वर्कर्स ने कंपनी की ओर से इन चैरिटेबल ऑर्गनाइजेशंस को दी गई रकम वापस हासिल कर ली थी।
  • BSNL की प्रॉफिट में आने की तैयारी, 18,000 कर्मचारियों को दे सकती है VRS
    कंपनी ने अपनी बैलेंस शीट को मजबूत बनाने के लिए अपनी मौजूदा वर्कफोर्स को लगभग 35 प्रतिशत घटाने की योजना बनाई है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) जल्द ही BSNL की दूसरी वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) के लिए फाइनेंस मिनिस्ट्री से स्वीकृति मांग सकता है। BSNL के बोर्ड ने VRS के जरिए 18,000 से 19,000 कर्मचारियों को हटाने के लिए एक प्रपोजल भेजा है।
  • Ola ने वर्कर्स को दी वर्क फ्रॉम होम के गलत इस्तेमाल पर चेतावनी
    Ola ने अपने कामकाज को बेहतर बनाने की कोशिशें शुरू की हैं। कंपनी ने कम अटेंडेंस वाले वर्कर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। कंपनी के CEO, Bhavish Aggarwal ने वर्कर्स को भेजी एक ईमेल में कहा है, "हमारे अटेंडेंस के डेटा में बहुत से लोगों की कम अटेंडेंस को देखने पर झटका लगा है।" उन्होंने बताया है कि अगले सप्ताह से कंपनी अटेंडेंस को लेकर कड़े मापदंड लागू करेगी।
  • इंफोसिस के नारायण मूर्ति ने एक सप्ताह में 70 घंटे वर्क की जरूरत को दोहराया
    चार दशक से भी पहले इंफोसिस की शुरुआत करने वाले नारायण मूर्ति ने कहा कि युवाओं को देश की बेहतरी के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। भारतीयों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलता है। इसका मतलब है कि 80 करोड़ लोग गरीबी में हैं। अगर हम कड़ी मेहनत करने की स्थिति में नहीं हैं, तो कौन मेहनत करेगा?
  • Apple पर लगा वर्कर्स की गैर कानूनी तरीके से निगरानी करने का आरोप
    यह मामला अमेरिका में कैलिफोर्निया के कोर्ट में कंपनी की डिजिटल ऐडवर्टाइजिंग डिविजन में कार्य करने वाले Amar Bhakta ने दायर किया है। इसमें दावा किया गया है कि एपल के वर्कर्स को उनके व्यक्तिगत डिवाइसेज पर ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने के लिए मजबूर किया जाता है जिससे उनकी ईमेल, फोटो लाइब्रेरी और अन्य व्यक्तिगत जानकारी को कंपनी एक्सेस कर सकती है।
  • ओला इलेक्ट्रिक में हो सकती है सैंकड़ों वर्कर्स की छंटनी, कंपनी की मार्जिन बढ़ाने की कोशिश
    कंपनी से 500 से अधिक वर्कर्स को बाहर किया जा सकता है। यह छंटनी विभिन्न डिविजंस में हो सकती है। पिछले कुछ महीनों से ओला इलेक्ट्रिक को सर्विस में कमियों को लेकर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी की कोशिश प्रॉफिट में आने के लिए अपने मार्जिन में सुधार करने की है। ओला इलेक्ट्रिक ने दो वर्ष पहले भी रिस्ट्रक्चरिंग की थी।

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