देश की सबसे बड़ी कार मेकर Maruti Suzuki ने फरवरी में 1,97,471 यूनिट्स की बिक्री की है। इसमें कंपनी की देश में 1,63,397 यूनिट्स की बिक्री, अन्य OEM को 5,147 यूनिट्स की बिक्री और 28,927 यूनिट्स का एक्सपोर्ट शामिल है। कंपनी के लिए कॉम्पैक्ट सेगमेंट सबसे अधिक डिमांड वाला रहा है।
कॉम्पैक्ट सेगमेंट में
मारूति सुजुकी के पास Baleno, Celerio, Dzire, Ignis, Swift, Tour S और WagonR मौजूद हैं। इस सेगमेंट में कंपनी की बिक्री 71,627 यूनिट्स की रही। इसने यूटिलिटी सेगमेंट में 61,000 से अधिक यूनिट्स बेची हैं। इस सेगमेंट में कंपनी की Brezza, Ertiga, Fronx, Grand Vitara, Invicto, Jimny, S-Cross and XL6 को कस्टमर्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। पिछले वर्ष अप्रैल से इस वर्ष फरवरी तक कंपनी की सबसे अधिक बिक्री वाली कारों में Baleno, Swift और WagonR शामिल थी। मारूति सुजुकी स्विफ्ट का नया वर्जन लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।
कंपनी की तीन कारों का भारत NCAP क्रैश टेस्ट किया जाएगा। भारत NCAP देश में रोड सेफ्टी में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इसके तहत 3.5 टन तक के मोटर व्हीकल्स के लिए सेफ्टी स्टैंडर्ड्स बढ़ाए गए हैं। इससे कार बायर्स को ऑटोमोबाइल मार्केट में उपलब्ध मोटर व्हीकल्स की क्रैश सेफ्टी का आकलन करने में आसानी होगी। भारत NCAP के तहत कार मेकर्स स्वेच्छा से अपनी कारों की टेस्टिग करा सकते हैं।
हालांकि, मारूति सुजुकी ने यह नहीं बताया है कि इन कारों की कब टेस्टिंग की जाएगी।
कंपनी की बलेनो और ब्रेजा की पहले ग्लोबल NCAP के जरिए टेस्टिंग हो चुकी है और इसके मिक्स्ड नतीजे रहे थे। मारूति की ग्रैंड विटारा को लगभग छह वर्ष पहले ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में फोर-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी। इस क्रैश टेस्ट में कार के प्रदर्शन के आधार पर स्टार रेटिंग मिलेगी। कार को खरीदने से पहले कस्टमर्स इन स्टार रेटिंग को देखकर विभिन्न व्हीकल्स के सेफ्टी स्टैंडर्ड्स की तुलना कर सकेंगे। दुनिया में भारत ऐसा पांचवां देश है जिसने कार क्रैश टेस्ट के लिए इस तरह का सिस्टम शुरू किया है। नए सेफ्टी रेगुलेशन के लागू होने के बाद अधिक सुरक्षित कारों की डिमांड बढ़ने का अनुमान है। इससे कार मेकर्स को भी सुरक्षित कारों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए Bharat NCAP के तहत अपने मॉडल्स की टेस्टिंग का प्रोत्साहन मिलेगा।