देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी Infosys का कहना है कि एंप्लॉयीज के लिए वर्क फ्रॉम होम को जारी रखा जाएगा। पिछले कुछ महीनों में बहुत सी IT कंपनियों ने एक हाइब्रिड सिस्टम शुरू किया है जिसमें एंप्लॉयीज को एक सप्ताह में कुछ तय दिनों पर ऑफिस आना होता है और बाकी दिन वे घर से कार्य कर सकते हैं।
इंफोसिस ने एंप्लॉयीज के लिए ऑफिस आने के दिनों की संख्या अनिवार्य नहीं की है।
कंपनी का मानना है कि मौजूदा सिस्टम उसके लिए बेहतर है। कंपनी के CEO, Salil Parekh ने बताया कि एंप्लॉयीज के वर्क फ्रॉम होम को लेकर इंफोसिस अपना नर्म रवैया जारी रखेगी। उन्होंने कहा, "देश में हमारे ऑफिस में किसी भी दिन लगभग 45,000 एंप्लॉयीज होते हैं और यह पिछले कुछ महीनों की तुलना में बड़ी संख्या है।" उनका कहना था कि यह संख्या बढ़ रही है। कंपनी के इस रवैये का असर इसके एंप्लॉयीज की नौकरी बदलने की दर में दिख रहा है, जो हाल ही में समाप्त हुई दूसरी तिमाही में कम हुई है।
मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की पहली छमाही में इंफोसिस ने लगभग 40,000 फ्रेशर्स को हायर किया है। कंपनी की योजना पूरे फाइनेंशियल ईयर के दौरान एंप्लॉयीज की संख्या में लगभग 50,000 की और बढ़ोतरी करने की है। हाल ही में देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने स्टाफ को सप्ताह में कम से कम तीन दिन ऑफिस से काम करने के लिए कहा था। कंपनी ने एंप्लॉयीज को भेजी ईमेल में बताया था कि उन्हें अपने सुपरवाइजर की ओर से बनाए गए रोस्टर के अनुसार एक सप्ताह में तीन दिन ऑफिस से काम करना होगा। इसका उल्लंघन करने वाले एंप्लॉयीज के खिलााफ कंपनी की ओर से कार्रवाई की जा सकती है।
हालांकि, ईमेल में इसके लिए कोई समयसीमा नहीं दी गई है। एंप्लॉयीज से अधिक जानकारी के लिए उनके HR बिजनेस पार्टनर्स से संपर्क करने को कहा गया है। कुछ सप्ताह पहले TCS ने ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए एंप्लॉयीज को ऑफिस आने के लिए
प्रोत्साहित किया था। कंपंनी ने एंप्लॉयीज को ऑफिस से काम करने के फायदों के बारे में बताने की कोशिश की थी। TCS ने 25x25 प्लान बनाया है। यह एक नया ऑपरेटिंग मॉडल है जिसमें किसी भी समय उसकी वर्कफोर्स के केवल 25 प्रतिशत को ऑफिस में मौजूद रहना होगा। इस प्लान को अगले तीन वर्षों में पूरी तरह लागू किया जाएगा।