देश में वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) ऐप्स पर शिकंजा कसा गया है। अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनी Apple के App Store और Google के Play Store से कई VPN ऐप्स को हटाया गया है। केंद्र सरकार ने दो वर्ष पहले VPN सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए कस्टमर्स का डेटा कलेक्ट और स्टोर करने से जुड़े नियम बनाए थे।
इन नियमों के बाद बहुत से VPN प्रोवाइडर्स ने देश में अपने फिजिकल सर्वर्स को बंद कर दिया था। हालांकि, ये अपने कस्टमर्स को सर्विस उपलब्ध करा रहे हैं। TechCrunch की एक
रिपोर्ट के अनुसार. मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स ने गूगल और एपल को एक ऑर्डर जारी कर Play Store और App Store से कई VPN ऐप्स हटाने को कहा था। इस ऑर्डर से जुड़े दस्तावेज को TechCrunch ने देखा है।
एपल और गूगल के ऐप स्टोर्स से हटाए गए VPN ऐप्स में अमेरिकी कंपनी Cloudflare का ऐप शामिल है। इसके अलावा X-VPN और PrivadoVPN जैसे ऐप्स को भी हटाया गया है।
हालांकि, एपल और गूगल के ऐप स्टोर्स पर Express VPN और Mullvad जैसे कुछ VPN ऐप्स उपलब्ध हैं। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की ओर से दो वर्ष पहले जारी किए गए रूल्स में कहा गया था कि VPN सर्विस प्रोवाइडर्स को देश में अपने कस्टमर्स के नाम, एड्रेस, IP एड्रेस और संपर्क के अन्य विवरणों को पांच वर्ष की अवधि के लिए कलेक्ट और स्टोर करना होगा। इसके बाद बहुत से VPN सर्विस प्रोवाइडर्स ने कहा था कि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे और उन्होंने देश में अपने फिजिकल सर्वर्स बंद कर दिए थे। हालांकि, इसके बावजूद ये देश में कस्टमर्स को VPN सर्विस की पेशकश कर रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में गूगल के लिए भारत में मुश्किलें बढ़ी हैं। हाल ही में कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO), Sundar Pichai को मुंबई की एक अदालत ने YouTube पर एक मानहानि करने वाले वीडियो को हटाने में नाकाम रहने पर अवमानना का नोटिस दिया था। मुंबई के Ballard Pier में चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की अदालत की ओर से 21 नवंबर को यह नोटिस जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि यूट्यूब ने पिछले वर्ष मार्च में दिए गए मानहानि करने वाले एक वीडियो को हटाने के ऑर्डर का पालन नहीं किया है।