बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल Tesla को बड़ा झटका लगा है। कंपनी की चीन में शंघाई की फैक्टरी से शिपमेंट्स इस वर्ष तीसरी बार गिरी हैं। चीन में टेस्ला के लिए कॉम्पिटिशन लगातार बढ़ रहा है और BYD जैसी कंपनियों की सेल्स में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
चीन की पैसेंजर कार एसोसिएशन के डेटा के अनुसार, मई में टेस्ला की शिपमेंट्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 6.6 प्रतिशत घटकर 72,573 यूनिट्स की थी। इसमें चीन में सेल्स और एक्सपोर्ट शामिल है। हालांकि, यह अप्रैल की तुलना में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। चीन में न्यू एनर्जी पैसेंजर व्हीकल की मई में
सेल्स लगभग 35 प्रतिशत बढ़कर लगभग 9,10,000 यूनिट्स की रही। इससे यह संकेत मिल रहा है कि EV कंपनियों की ओर से दिए जा रहे डिस्काउंट और सरकारी सब्सिडी से डिमांड मजबूत हुई है। बिलिनेयर Elon Musk की टेस्ला को विदेश में अपने सबसे बड़े मार्केट चीन में ग्रोथ को बरकरार रखने में संघर्ष करना पड़ रहा है।
पिछले महीने BYD की शिपमेंट्स 3,30,488 यूनिट्स की रही। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 38 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। इसके अलावा Nio Inc, Xpeng और Li Auto की बिक्री भी बढ़ी है। Tesla को पिछले कुछ महीनों से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इलेक्ट्रिक कारों के प्राइसेज घटाने के बावजूद
कंपनी की सेल्स नहीं बढ़ रही है। इस वजह से मस्क ने कंपनी में छंटनी करने का फैसला किया है। इस वर्ष की शुरुआत से लगभग 6,000 वर्कर्स की छंटनी हुई है। कंपनी ने सॉफ्टवेयर, सर्विस और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट्स से वर्कर्स को बाहर किया है। यह कंपनी की स्ट्रैटेजी में एक बड़े बदलाव का संकेत है।
मस्क ने कहा है कि इससे टेस्ला की कॉस्ट में कमी होगी और कंपनी के इंटरनेशनल बिजनेस को संतुलित बनाया जाएगा। टेस्ला की कुल वर्कफोर्स को लगभग 10 प्रतिशत घटाने की योजना है। इस वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट घटकर लगभग 1.13 अरब डॉलर था। पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 2.51 अरब डॉलर का था। कुछ महीने पहले टेस्ला ने अमेरिका में अपने कुछ मॉडल्स के प्राइसेज को 2,000 डॉलर तक घटाया था। पहली तिमाही में कंपनी के EV की डिलीवरी लगभग 8.5 प्रतिशत घटी थी।