वीकेंड में अच्छी परफॉर्मेंस के बावजूद क्रिप्टो बाजार ने स्टेबिलिटी हासिल नहीं की है।
Bitcoin ने जून के आखिरी हफ्ते में 0.29 प्रतिशत की मामूली लॉस के साथ एंटर किया। हालांकि, BTC की कीमत 30,000 डॉलर (लगभग 24.3 लाख रुपये) के निशान से ऊपर रहने में कामयाब रही। खबर लिखते समय तक, BTC $30,449 (लगभग 24.9 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था। वीकेंड में सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में 494 डॉलर (लगभग 40,500 रुपये) की बढ़ोतरी हुई।
Binance और Coinbase जैसे क्रिप्टो खिलाड़ियों के साथ चल रहे झगड़े के बीच, US SEC ने अमेरिका में पहले लीवरेज्ड Bitcoin Futures ETF के लॉन्च को मंजूरी दे दी। फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरेमी पॉवेल ने भी हाउस फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी में गवाही देते हुए कहा कि क्रिप्टो के पास अमेरिका में स्टे करने की शक्ति है। इन दोनों घटनाओं के चलते वीकेंड के दौरान क्रिप्टो मार्केट में अच्छी हलचल देखने को मिली।
ईथर ने सोमवार को Gagdets 360 के
क्रिप्टो प्राइस चार्ट पर 0.17 प्रतिशत की मामूली बढ़त दिखाई।
ETH की कीमत 26 जून तक 1,873 डॉलर (लगभग 1.5 लाख रुपये) के पॉइंट पर बनी हुई थी। बिटकॉइन के बाद दूसरी सबसे मूल्यवान क्रिप्टोकरेंसी, ETH पिछले दो दिनों में 2 डॉलर (लगभग 163 रुपये) गिर गई है।
छोटे लेकिन महत्वपूर्ण लाभ के साथ,
Binance Coin,
Ripple,
Solana,
Tron,
Polkadot,
Avalanche और
Polygon भी प्राइस चार्ज में हरे रंग से रंगे दिखाई दे रहे थे।
वहीं,
Tether,
USD Coin,
Cardano,
Dogecoin,
Litecoin और
Shiba Inu घाटे वाले क्रिप्टो रहे।