क्रिप्टो माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत कजाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ा रही है। इस वजह से अथॉरिटीज अवैध क्रिप्टो माइनिंग सेंटर्स के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। इन माइनिंग सेंटर्स से इलेक्ट्रिसिटी की कमी हो रही है और इससे आर्थिक सुरक्षा को भी खतरा बढ़ रहा है। कजाकिस्तान की फाइनेंशियल मॉनिटरिंग एजेंसी ने ऐसे 100 से अधिक क्रिप्टो माइनिंग सेंटर्स पर छापे मारे हैं और इन्हें बंद किया गया है।
कजाकिस्तान सरकार के निर्देशों के अनुसार, क्रिप्टो माइनिंग फर्मों को अपना काम जारी रखने के लिए 19 मार्च तक रजिस्ट्रेशन कराना होगा। सरकार ने एक
बयान में बताया, "फाइनेंशियल मॉनिटरिंग अथॉरिटी ने 25 आपराधिक मामले दर्ज किए हैं और 67,000 से अधिक इक्विपमेंट्स को जब्त किया गया है।" ऐसी रिपोर्ट है कि Pavlodar क्षेत्र के कुछ बड़े कारोबारियों के सहयोगी अवैध माइनिंग सेंटर्स चला रहे थे। अवैध क्रिप्टो माइनिंग सेंटर्स पर शिकंजा कसने के बाद से कजाकिस्तान में प्रति दिन की इलेक्ट्रिसिटी की खपत में 600 मेगावॉट प्रति घंटा की कमी आई है।
अवैध क्रिप्टो माइनिंग पर नियंत्रण करने का एक और कारण यह पक्का करना भी है कि गुप्त तरीके से माइन किए गए क्रिप्टो एसेट्स का इस्तेमाल ऐसी गैर कानूनी गतिविधियों के लिए न किया जाए जिससे कजाकिस्तान की आर्थिक स्थिरता को खतरा हो। अथॉरिटीज ने एक बयान में कहा, "क्रिप्टो माइनिंग और क्रिप्टो एसेट्स के सर्कुलेशन के लिए पर्याप्त रेगुलेशन नहीं होने से फाइनेंशियल सिस्टम और नागरिकों की सुरक्षा को बड़ा खतरा है। क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों की फंडिंग, हथियार और ड्रग्स खरीदने के लिए हो सकता है।" क्रिप्टो सेगमेंट को रेगुलेट करने के लिए कजाकिस्तान की सरकारी एजेंसियां सॉल्यूशंस तैयार कर रही हैं।
पिछले वर्ष अमेरिका के बाद कजाकिस्तान
बिटकॉइन माइनिंग के लिए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सेंटर बन गया था। चीन के पिछले वर्ष क्रिप्टो माइनिंग पर रोक लगाने से कजाकिस्तान में माइनिंग करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि, इनमें अवैध तौर पर माइनिंग करने वालों की बड़ी संख्या है। कजाकिस्तान की सरकार ने पिछले महीने क्रिप्टो माइनिंग करने वालों के लिए इलेक्ट्रिसिटी पर टैक्स बढ़ाने का फैसला किया था। इससे पहले ईरान जैसे कुछ अन्य देशों में भी क्रिप्टो माइनिंग के कारण इलेक्ट्रिसिटी की कमी हो चुकी है।