बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक CoinDCX को हैकिंग की वजह से 4.42 करोड़ डॉलर से अधिक (लगभग 378 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है। CoinDCX ने चुराए गए एसेट्स की रिकवरी और इसके दोषियों की पहचान करने में सहायता करने वालों को रिकवरी का 25 प्रतिशत रिवॉर्ड के तौर पर देने की पेशकश की है।
इस क्रिप्टो एक्सचेंज के सिस्टम में सेंध लगाने की यह घटना पिछले सप्ताह शनिवार को हुई थी और इसमें हैकर्स ने एक्सचेंज के इंटरनेशनल ऑपरेशनल एकाउंट्स में से एक को निशाना बनाया था। हालांकि, CoinDCX ने अपने यूजर्स को आश्वसान दिया है कि उनके फंड पूरी तरह सुरक्षित हैं। इसने स्पष्ट किया है कि इस एकाउंट का इस्तेमाल एक पार्टनर एक्सचेंज पर लिक्विडिटी से जुड़े ऑपरेशंस के लिए किया जाता था और इसमें कस्टमर के किसी एसेट्स को स्टोर नहीं किया गया था।
CoinDCX की ओर से घोषित किए गए Recovery Bounty प्रोग्राम में एथिकल हैकर्स और इकोसिस्टम पार्टनर्स को इस जांच में सहयोग के लिए निमंत्रण दिया गया है। इस
क्रिप्टो एक्सचेंज का कहना है कि उसका टारगेट फंड्स की रिकवरी के साथ ही सायबरक्राइम के खिलाफ लड़ाई में Web3 कम्युनिटी को जोड़ने का है। अगर CoinDCX का चोरी हुआ पूरा फंड रिकवर होता है तो इसमें मदद करने वालों को 1.1 करोड़ डॉलर तक रिवॉर्ड के तौर पर मिल सकते हैं। इस क्रिप्टो एक्सचेंज के को-फाउंडर, Sumit Gupta ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया था कि
CoinDCX के एक एकाउंट पर जटिल सर्वर अटैक किया गया है। उन्होंने कहा था कि इस लॉस को पूरी तरह कंपनी के ट्रेजरी रिजर्व से कवर किया जाएगा। यह रिजर्व नुकसान को उठाने के लिए पर्याप्त है।
इस हैकिंग के बाद CoinDCX ने सतर्कता के तौर पर अपना Web3 ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अस्थायी तौर पर बंद कर दिया था। हालांकि, बाद में यूजर्स के लिए इसे दोबारा शुरू कर दिया गया था। गुप्ता ने एक्सचेंज के यूजर्स को हड़बड़ी नहीं करने की भी सलाह दी थी। उन्होंने कहा था, "हड़बड़ी में अपने एसेट्स न बेचें।" CoinDCX की इंटरनल सिक्योरिटी टीम इस हैकिंग की जांच के लिए इंटरनेशनल सायबरसिक्योरिटी पार्टनर्स के साथ कार्य कर रही है। पिछले वर्ष एक अन्य बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के सिस्टम में हैकर्स ने सेंध लगाकर 23 करोड़ डॉलर से अधिक की क्रिप्टोकरेंसीज को चुरा लिया था।