पिछले कुछ दिनों की गिरावट के बाद क्रिप्टो मार्केट में शुक्रवार को तेजी थी। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस CoinMarketCap जैसे इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर चार प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 66,945 डॉलर पर था। भारतीय एक्सचेंजों पर यह 53,785 डॉलर से 71,800 डॉलर की रेंज में था।
Ether में दो प्रतिशत से अधिक का प्रॉफिट था। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 3,247 डॉलर पर था। भारतीय एक्सचेंजों पर यह 2,554 से 3,540 डॉलर की रेंज में ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Avalanche, Binance Coin, Solana, Ripple, Cardano, Polkadot, Chainlink और Litecoin में भी तेजी थी। गिरावट वाली
क्रिप्टोकरेंसीज में Qtum, Circuits of Value और Near Protocol शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 3.27 प्रतिशत बढ़कर 2.39 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज Giottus के CEO, Vikram Subburaj ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन में मजबूत रिकवरी हुई है। इसके पीछे पॉजिटिव सेंटीमेंट और गुरुवार को एक बिटकॉइन कॉन्फ्रेंस बड़े कारण हैं।"
Ether के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ( ETFs) को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। इन ETFs की शुरुआत पर ट्रेडिंग एक अरब डॉलर से अधिक की रही है। हाल ही में अमेरिका में मार्केट्स रेगुलेटर ने इनकी ट्रेडिंग के लिए मंजूरी दी थी।
भारत में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। हाल ही में वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता। देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, मंगलवार को पेश हुए बजट में सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसीज का जिक्र नहीं किया। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स निराश हैं। कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर चेतावनी भी दी है। इस सेगमेंट से जुड़े स्कैम के मामले भी बढ़े हैं। पिछले सप्ताह क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के एक मल्टी-सिग्नेचर वॉलेट की सिक्योरिटी में सेंध लगी थी। इस एक्सचेंज से लगभग 24 करोड़ डॉलर (लगभग 1,965 करोड़ रुपये) संदिग्थ तरीके से एक नए एड्रेस पर भेजे गए हैं, जो विवादास्पद क्रिप्टो मिक्सर प्लेटफॉर्म, Tornado Cash से जुड़ा है। WazirX को इस हैकिंग की जानकारी सिक्योरिटी फर्म Cyvers के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट से मिली थी।