नए साल की शुरुआत क्रिप्टो मार्केट के लिए अच्छी रही है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में शुक्रवार को बढ़कर 96,600 डॉलर से कुछ अधिक पर था। पिछले वर्ष के अंत में इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी के प्राइस में काफी गिरावट हुई था। इससे पहले बिटकॉइन ने 1,08,800 डॉलर से अधिक का हाई लेवल बनाया था।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी प्रॉफिट था। इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज Binance पर Ether का प्राइस 0.20 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 3,440 डॉलर से अधिक पर ट्रेड कर रहा था। Solana में दो प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इसका प्राइस लगभग 211 डॉलर पर था। तेजी वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Avalanche, Cardano, Ripple, Tether, Chainlink और Stellar शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.02 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ लगभग 3.40 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि
Bitcoin के लिए अगला रेजिस्टेंस 98,400 डॉलर और सपोर्ट लगभग 95,000 डॉलर पर है। बिटकॉइन में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ रही है। एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर बनाने वाली
MicroStrategy ने दिसंबर के अंत में लगातार आठवें सप्ताह में बिटकॉइन की बड़ी संख्या में खरीदारी की थी। यह बिटकॉइन की सबसे अधिक होल्डिंग वाली कंपनी है। माइक्रोस्ट्रैटेजी के पास लगभग 4,46,000 बिटकॉइन हैं।
हाल ही में इस कंपनी ने बताया था कि वह इस वर्ष अधिक शेयर्स इश्यू कर बिटकॉइन खरीद सकती है। पिछले वर्ष बिटकॉइन का प्राइस 130 प्रतिशत से अधिक बढ़ा था। हालांकि, माइक्रोस्ट्रैटेजी के शेयर्स की बिक्री कर बिटकॉइन खरीदने की स्ट्रैटेजी पर सवाल भी उठ रहे हैं। अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव के लिए प्रचार के दौरान Donald Trump ने बिटकॉइन का रिजर्व बनाने का संकेत दिया था। हालांकि, Federal Reserve का कहना है कि उसका बिटकॉइन का बड़ा स्टॉक बनाने की नई सरकार की योजना में शामिल होने का इरादा नहीं है। बिटकॉइन का इस्तेमाल रूस की कंपनियां विदेश से कारोबार में कर रही हैं। रूस ने कानून में बदलाव कर पश्चिमी देशों की पाबंदियों से निपटने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल की अनुमति दी थी। पिछले महीने रूस के प्रेसिडेंट Vladimir Putin ने कहा कि अमेरिका की मौजूदा सरकार अमेरिकी डॉलर का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर इसकी भूमिका को घटा रही है। इस वजह से बहुत से देशों को अन्य एसेट्स का रुख करना पड़ रहा है। उन्होंने इस प्रकार के एसेट्स में बिटकॉइन का उदाहरण दिया था।