मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ी है। एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर बनाने वाली MicroStrategy ने लगातार आठवें सप्ताह में बिटकॉइन की बड़ी संख्या में खरीदारी की है। यह इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की सबसे अधिक होल्डिंग वाली कंपनी है।
माइक्रोस्ट्रैटेजी के पास लगभग 4,46,000 बिटकॉइन हैं। कंपनी के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन, Michael Saylor ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया कि पिछले सप्ताह कंपनी ने 2,138 बिटकॉइन लगभग 20.9 करोड़ डॉलर में खरीदे हैं। इसके लिए प्रति बिटकॉइन 97,837 डॉलर का औसत प्राइस चुकाया गया है। इसके लिए माइक्रोस्ट्रैटेजी ने अपने शेयर्स की बिक्री की है। इस कंपनी के शेयर ने पिछले महीने अपना हाई लेवल बनाया था। हालांकि, इसके बाद से इसके शेयर प्राइस में लगभग 40 प्रतिशत की गिरावट हुई है।
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माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बताया था कि वह अगले वर्ष अधिक शेयर्स इश्यू कर बिटकॉइन खरीद सकती है। इस वर्ष बिटकॉइन का प्राइस 130 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। हाल ही में इसने 1,08,800 डॉलर से अधिक का नया हाई लेवल बनाया था। हालांकि, इसके बाद से
बिटकॉइन में काफी गिरावट हुई है। इस वर्ष MicroStrategy का शेयर लगभग 480 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि, इस कंपनी के शेयर्स की बिक्री कर बिटकॉइन खरीदने की स्ट्रैटेजी पर सवाल भी उठ रहे हैं। अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव के लिए प्रचार के दौरान Donald Trump ने बिटकॉइन का रिजर्व बनाने का संकेत दिया था। हालांकि, Federal Reserve का कहना है कि उसका बिटकॉइन का बड़ा स्टॉक बनाने की नई सरकार की योजना में शामिल होने का इरादा नहीं है।
बिटकॉइन का इस्तेमाल रूस की कंपनियां विदेश से कारोबार में कर रही हैं। हाल ही में रूस ने कानून में बदलाव कर पश्चिमी देशों की पाबंदियों से निपटने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल की अनुमति दी थी। रूस के फाइनेंस मिनिस्टर Anton Siluanov ने बताया है, "रूस में माइन किए गए बिटकॉइन्स का इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है।" बिटकॉइन की माइनिंग करने वाले प्रमुख देशों में रूस शामिल है। Siluanov ने कहा है, "इस प्रकार की ट्रांजैक्शंस हो रही हैं। हमारा मानना है कि इसे बढ़ाया जाना चाहिए।" उनका कहना था कि भविष्य में डिजिटल करेंसीज में इंटरनेशनल पेमेंट्स हो सकती हैं।