देश में पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसीज का सेगमेंट तेजी से बढ़ा है। इस सेगमेंट की बहुत सी फर्मों पर गड़बड़ी के आरोप भी लगे हैं। कुछ बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों की 824 करोड़ रुपये से अधिक की गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) की चोरी पकड़ी गई है। इन एक्सचेंजों में Binance, WazirX, CoinDCX और CoinSwitch शामिल हैं।
फाइनेंस मिनिस्ट्री ने संसद को बताया है कि GST की इस चोरी में से केवल 122.29 करोड़ रुपये की रिकवरी हुई है। इसमें Binance Group की फर्म Nest Services ने सबसे अधिक 722.43 करोड़ रुपये की चोरी की है। हालांकि, इसमें से फाइनेंस मिनिस्ट्री कोई रिकवरी नहीं कर सकी है।
क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX ने 40 करोड़ रुपये से अधिक के GST की चोरी की है। इस मामले में सरकार ने इंटरेस्ट और पेनल्टी सहित 49.18 करोड़ रुपये की रिकवरी की है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने बताया है कि प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) के पास 47 वर्चुअल डिजिटल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी ट्रांजैक्शंस पर 30 प्रतिशत की दर से टैक्स लगता है। इसके अलावा वार्षिक 50,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर एक प्रतिशत का
TDS चुकाना होता है। हाल ही में Binance ने FIU के पास रजिस्ट्रेशन कराने के साथ ही 22.5 लाख डॉलर का जुर्माना चुकाया था। इस एक्सचेंज के प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) का उल्लंघन करने की वजह से जून में यह जुर्माना लगाया गया था।
Binance के लिए यह 19वां इंटरनेशनल लाइसेंस है। इसके पास स्वीडन, दुबई, कजाकस्तान और फ्रांस में बिजनेस के लिए लाइसेंस मौजूद हैं। Binance के CEO, Richard Teng ने कहा था कि एक्सचेंज को देश के वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) मार्केट में संभावना का पता है। Binance को 772 करोड़ रुपये से अधिक के GST का भुगतान करने का नोटिस मिला था। यह नोटिस जनरल ऑफ GST इंटेलिजेंस (DGGI) की ओर से नोटिस जारी किया गया था। इस नोटिस का कारण देश के ट्रेडर्स से वसूली गई एक फीस है। इस फीस की रकम लगभग 4,000 करोड़ रुपये की है और इसे विदेश में कंपनी को ट्रांसफर किया गया था। DGGI की अहमदाबाद की जोनल यूनिट ने Binance के कामकाज में एक गड़बड़ी को पकड़ा था।