मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने बुधवार को 69,200 डॉलर का रिकॉर्ड हाई बनाया है। हालांकि, इसके बाद इसमें छह प्रतिशत से अधिक की गिरावट हुई और यह लगभग 63,705 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी बढ़ गई है। बिटकॉइन का पिछला हाई तीन वर्ष पहले लगभग 69,000 डॉलर का था।
Ether के प्राइस में मामूली नुकसान था। यह लगभग 3,498 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले एक दिन में इसका प्राइस 48 डॉलर घटा है। इसके अलावा Tether, Binance Coin, Solana, Ripple, Cardano, Polkadot और Tron, Litecoin, Stellar और Elrond में गिरावट थी।
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.47 लाख करोड़ डॉलर पर था। CoinDCX के मार्केट्स डेस्क ने कहा, "Ether का प्राइस 3,800 डॉलर तक पहुंचने के बाद लगभग 3,200 तक गिरा है। प्रॉफिट बुकिंग से बहुत से ऑल्टकॉइन्स के प्राइसेज घटे हैं।"
क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन में लगभग एक महीने की तेजी और नया हाई बनाने के बाद गिरावट होना सामान्य है। बिटकॉइन स्पॉट ETF की वॉल्यूम और इंटरेस्ट रेट में कटौती के पूर्वानुमान से बिटकॉइन में तेजी जारी नहीं रही है क्योंकि एक अरब डॉलर से अधिक की बिकवाली की गई है।"
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत बताई थी। अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC की ओर से
बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को स्वीकृति मिलने के बाद पिछले कुछ सप्ताह से क्रिप्टो मार्केट में तेजी है। हालांकि, देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ा है। पिछले महीने पेश हुए बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टोकरेंसीज का कोई जिक्र नहीं किया था। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स को निराशा हुई थी। सरकार ने लगभग डेढ़ वर्ष पहले प्रत्येक क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का TDS लगाया था। इसके साथ ही क्रिप्टो से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत का टैक्स लागू किया गया था। कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने भी इस सेगमेंट को लेकर चेतावनी दी है।