मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को 3.66 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 44,000 डॉलर से अधिक पर ट्रेड कर रहा था। पिछले एक दिन में बिटकॉइन का प्राइस 1,693 डॉलर बढ़ा है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बिटकॉइन में तेजी जारी रह सकती है। इसके लिए अगले लेवल 45,400 डॉलर और 48,000 डॉलर के है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether में लगभग 2.80 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसका प्राइस लगभग 2,425 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में इसका प्राइस लगभग 64 डॉलर बढ़ा है। इसके अलावा Avalanche, Binance Coin, Solana, Ripple, Tron, Polkadot और Litecoin में प्रॉफिट था। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.31 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.71 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो ऐप CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets360 को बताया, "पिछले कुछ वर्षों को देखें तो बिटकॉइन के लिए फरवरी सबसे अच्छे महीनों में से एक रहा है। यह कंसॉलिडेशन से बाहर आया है। अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी है और इन्हें बिटकॉइन में बढ़ोतरी का फायदा मिला है। Ether ने अपनी ऊपरी रेंज को तोड़ा है और यह Ether और इससे जुड़े टोकन्स के लिए एक सकारात्मक संकेत है।" CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क का कहना था, "Solana ब्लॉकचेन में एक दिन पहले कुछ घंटे की रुकावट के बाद SOL में वापसी हुई है।"
देश में इस सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टो सेगमेंट का कोई जिक्र नहीं किया था इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स को निराशा हुई थी। क्रिप्टो इंडस्ट्री को उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के बाद नई सरकार की ओर से पेश किए जाने वाले बजट में इस सेगमेंट के लिए कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। लगभग डेढ़ वर्ष पहले केंद्र सरकार ने प्रत्येक
क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का TDS लगाया था। इसके साथ ही क्रिप्टो से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत टैक्स लागू किया गया था। क्रिप्टो सेगमेंट से जुड़े स्टेकहोल्डर्स का कहना है कि इससे देश में क्रिप्टो की ट्रेडिंग एक्टिविटीज में कमी हुई है। कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने भी इस सेगमेंट को लेकर रिस्क की चेतावनी दी है।