अमेरिका में फेडरल रिजर्व के दोबारा इंटरेस्ट रेट बढ़ाने का दुनिया भर में मार्केट्स पर असर पड़ा है। फेड के इस फैसले के बाद अमेरिकी स्टॉक मार्केट में भारी गिरावट आई। हालांकि, क्रिप्टो मार्केट को इससे बड़ा झटका नहीं लगा है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के प्राइस में पिछले एक दिन में लगभग 0.73 प्रतिशत की गिरावट आई है। ग्लोबल एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 18,700 डॉलर पर था। CoinDCX जैसे भारतीय एक्सचेंजों पर यह 1.57 प्रतिशत घटकर लगभग 20,211 डॉलर पर था।
CoinMarketCap, Coinbase और Binance जैसे ग्लोबल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन 18,693 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। CoinGecko के
डेटा से पता चलता है कि पिछले एक सप्ताह में बिटकॉइन की वैल्यू में लगभग 8 प्रतिशत की कमी हुई है। बिटकॉइन ने पिछले वर्ष नवंबर में 67,000 डॉलर से अधिक का हाई छुआ था। इसके बाद से स्लोडाउन और कुछ अन्य कारणों से इसके प्राइस में काफी गिरावट आई है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether के प्राइस में भी गिरावट हुई है। यह पिछले एक दिन में 4 प्रतिशत से अधिक घटा है। ग्लोबल एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 1,260 डॉलर और भारतीय एक्सचेंजों पर 1,371 डॉलर का था। Ethereum ब्लॉकचेन के अपग्रेड के बावजूद इसके प्राइस में कमी हो रही है। इस अपग्रेड में Ethereum के डिवेलपर्स ने इसके माइनिंग प्रोटोकॉल की प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) सिस्टम से प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) पर दोबारा कोडिंग की है। इससे Ethereum की एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है Gadgets 360 के क्रिप्टोकरेंसी प्राइस ट्रैकर से पता चलता है कि अधिकतर ऑल्टकॉइन्स में पिछले एक दिन में गिरावट आई है। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 2 प्रतिशत से अधिक कम हुआ है।
Solana, Polygon, TRON, Monero, Chainlink और BNB सभी में पिछले एक दिन में बड़ा नुकसान हुआ है। हालांकि, Avalanche और Cardano में कुछ तेजी रही।
मीमकॉइन्स Shiba Inu और Dogecoin भी गिरे हैं। Dogecoin लगभग 2.73 प्रतिशत घटकर लगभग 0.05 डॉलर पर था। Shiba Inu में 1.03 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 0.000010 डॉलर पर था। CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets 360 को बताया, "फेडरल रिजर्व ने अपनी कड़ी पॉलिसी को जारी रखा है और लगातार तीसरी बार इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी की है। इससे इन्फ्लेशन पर लगाम लगाने में मदद मिल सकती है। अमेरिका में इन्फ्लेशन 8 प्रतिशत से अधिक है जिसे घटाकर 2 प्रतिशत करने का लक्ष्य है।"