माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter के लगभग 40 करोड़ यूजर्स का डेटा चुराकर डार्क वेब पर बिक्री के लिए डाला गया है। यह ट्विटर में डेटा के लीक होने के बड़े मामलों में से एक है। हैकर ने डेटा के वास्तविक होने का सबूत देने के लिए एक सैम्पल दिया है। इसमें यूजर्स का नाम, ईमेल, फॉलोअर्स की संख्या और कुछ मामलों में फोन नंबर भी शामिल है। इसमें मिनिस्ट्री ऑफ इनफॉर्मेशन एंड ब्राडकॉस्टिंग, बॉलीवुड एक्टर सलमान खान और गूगल के सीईओ सुंदर पिचई का यूजर डेटा भी शामिल है।
इसी सप्ताह आयरलैंड के डेटा प्रोटेक्शन कमीशन (DPC) ने पिछले महीने के अंत में ट्विटर के 5.4 करोड़ से अधिक यूजर्स का डेटा लीक होने के मामले की जांच करने की घोषणा की थी। एक मीडिया
रिपोर्ट के अनुसार, डेटा लीक के मौजूदा मामले में हैकर ने कुछ हाई प्रोफाइल लोगों के साथ ही अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के ट्विटर पर डेटा को भी चुरा लिया है। हैकर ने अपनी पोस्ट में लिखा है, "Twitter या Elon Musk अगर इसे पढ़ रहे हैं तो आपको पहले ही 5.4 करोड़ से अधिक यूजर्स के डेटा लीक होने पर GDPR के जुर्माने का रिस्क है। 40 करोड़ यूजर्स के डेटा लीक होने पर जुर्माने के बारे में सोचें।"
हैकर का कहना है कि वह किसी बिचोलिए के जरिए डील करने को तैयार है। उसने इस डेटा को बेचने की पेशकश की है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि
ट्विटर के डेटा के लीक होने का कारण API में कोई कमी हो सकता है। Twitter के प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी के तरीकों की अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) की ओर से जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। मस्क के कंपनी को टेकओवर करने के बाद से यह आशंका बढ़ी है कि ट्विटर पिछले वर्ष अमेरिकी रेगुलेटर के साथ हुए एक समझौते का पालन करने में नाकाम हो सकता है जिसमें कंपनी ने अपने प्राइवेसी से जुड़े सिस्टम्स में सुधार करने की सहमति दी थी। इसके साथ ही कंपनी को 15 करोड़ डॉलर का भुगतान भी करना था।
FTC के वकीलों ने पिछले महीने ट्विटर के दो पूर्व एग्जिक्यूटिव्स से रूल्स के कम्प्लायंस को लेकर पूछताछ की थी। ट्विटर पर आरोप लगा था कि उसने फोन नंबर्स जैसी प्राइवेट इनफॉर्मेशन का इस्तेमाल एडवर्टाइजिंग के लिए किया है, जबकि यूजर्स को बताया गया था कि इस इनफॉर्मेशन का इस्तेमाल सिक्योरिटी के कारणों के लिए होगा।