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Worker - ख़बरें

  • इंफोसिस में सैंकड़ों फ्रेशर्स की छंटनी पर IT वर्कर्स की यूनियन की सरकार से शिकायत
    इस छंटनी के खिलाफ IT वर्कर्स की यूनियन ने केंद्र सरकार से शिकायत की है।Nascent Information Technology Employees Senate (NITES) ने इंफोसिस में फ्रेशर्स की छंटनी पर मिनिस्टर ऑफ एजुकेशन, धर्मेन्द्र प्रधान और मिनिस्टर ऑफ स्किल डिवेलपमेंट एंड आंत्रप्रेन्योरशिप, जयंत चौधरी से शिकायत की है। कंपनी ने बताया था कि ये वर्कर्स इंटरनल टेस्ट्स को पास करने में नाकाम रहे थे।
  • इंफोसिस को छंटनी पर कर्नाटक सरकार से मिली हरी झंडी
    कंपनी के मैसुरु कैम्पस में हुई छंटनी की कर्नाटक सरकार की लेबर मिनिस्ट्री ने जांच की थी। इस जांच की अंतरिम रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की ओर से किसी श्रम कानून का उल्लंघन नहीं किया गया है। राज्य के लेबर डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने इंफोसिस के मैसुरु कैम्पस का दौरा किया था। कंपनी ने अपने हायरिंग प्रोसेस और फ्रेशर्स की छंटनी के कारण की जानकारी दी है।
  • भारत में Tesla की फैक्टरी लगाने की योजना से नाराज हुए ट्रंप
    बिलिनेयर Elon Musk की यह कंपनी टैरिफ में छूट के लिए देश में फैक्टरी लगाने की तैयारी कर रही है। ट्रंप ने कहा, "भारत में अगर मस्क फैक्टरी लगाते हैं तो यह ठीक है लेकिन हमारे लिए यह गलत होगा।" हाल ही में प्रधानमंत्री Narendra Modi के अमेरिका के दौरे के दौरान ट्रंप ने कारों के इम्पोर्ट पर भारत में अधिक ड्यूटी होने का मुद्दा उठाया था।
  • TCS पर अमेरिका में H-1B वीजा फ्रॉड का आरोप, ट्रंप सरकार कर सकती है जांच
    भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए अमेरिका सबसे बड़ा मार्केट है। TCS के पूर्व वर्कर Anil Kini ने आरोप लगाया था कि कंपनी अमेरिका में अधिक वर्कर्स को भेजने के लिए वीजा की जरूरत को लेकर गलत जानकारी देती है। Kini ने कहा था कि TCS लॉटरी सिस्टम के जरिए अधिक वीजा हासिल करने के लिए अपनी पोजिशंस से अधिक पेटिशंस दाखिल करती है।
  • इंफोसिस में फ्रेशर्स की छंटनी के विवाद के बाद ट्रेनी का इंटरनल असेसमेंट टला
    इंफोसिस का कहना है कि इस ट्रेनीज को तैयारी के लिए ज्यादा समय देने के उद्देश्य से इस असेसमेंट को टाला गया है। IT वर्कर्स की यूनियन Nascent Information Technology Employees Senate (NITES) ने दावा किया है कि उसकी कोशिश और सरकार की कार्रवाई की वजह से लगभग 800 ट्रेनीज के असेसमेंट को टाल दिया गया है। NITES ने लेबर मिनिस्ट्री के सामने इंफोसिस के मैसुरु कैम्पस में फ्रेशर्स की छंटनी का मुद्दा उठाया था।
  • इंफोसिस की बढ़ी मुश्किल, वर्कर्स की छंटनी पर केंद्र सरकार का सख्त रवैया
    मिनिस्ट्री ऑफ लेबर एंड एंप्लॉयमेंट ने कर्नाटक की लेबर मिनिस्ट्री को इंफोसिस में फ्रेशर्स की छंटनी के विवाद का समाधान करने के लिए जरूरी कार्रवाई का निर्देश दिया है। IT वर्कर्स की यूनियन Nascent Information Technology Employees Senate (NITES) ने इससे पहले लेबर मिनिस्ट्री के सामने इंफोसिस के मैसुरु कैम्पस में फ्रेशर्स की छंटनी का मुद्दा उठाया था।
  • सैमसंग की तमिलनाडु की फैक्टरी में विवाद, सैंकड़ों वर्कर्स धरने पर बैठे
    इस फैक्टरी में लभग 1,800 वर्कर्स कार्य करते हैं। कंपनी ने तीन वर्कर्स को निलंबित किया था। इसके विरोध में लगभग 500 वर्कर्स धरने पर चले गए हैं। सैमसंग की इस फैक्टरी में छह महीने में वर्कर्स से जुड़ा यह दूसरा बड़ा विवाद है। इस फैक्टरी में टेलीविजन, रेफ्रीजरेटर और वॉशिंग मशीन की मैन्युफैक्चरिंग होती है। देश में सैमसंग की बिक्री में इस फैक्टरी की हिस्सेदारी लगभग 20 प्रतिशत की है।
  • भारत में तेजी से बढ़े AI टूल्स के यूजर्स, ChatGPT के लिए दूसरा सबसे बड़ा मार्केट
    इस सेगमेंट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले ChatGPT के लिए यूजर्स की संख्या के लिहाज से भारत दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बन गया है। ChatGPT को ऑपरेट करने वाली OpenAI ने बताया है कि देश में पिछले वर्ष उसके यूजर्स की संख्या लगभग तिगुनी हुई है। ChatGPT के CEO, Sam Altman का कहना है कि AI की क्रांति के अग्रणी देशों में भारत को शामिल होना चाहिए।
  • ChatGPT, DeepSeek पर सरकार का सख्त रवैया, फाइनेंस मिनिस्ट्री में AI टूल्स  पर लगी रोक
    इन टूल्स में ChatGPT और हाल ही में पेश किया गया चीन का DeepSeek शामिल हैं। भारत में इन AI टूल्स को लेकर केंद्र सरकार का रवैया सख्त है। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने सरकारी दस्तावेजों और डेटा की गोपनीयता को रिस्क के मद्देनजर अपने कर्मचारियों से इन AI टूल्स से बचने को कहा है।ऑस्ट्रेलिया और इटली जैसे देशों ने भी डेटा की सिक्योरिटी के लिए रिस्क की वजह से DeepSeek के इस्तेमाल पर पाबंदियां लगाई हैं।
  • IT सेक्टर पर AI का असर, Salesforce में सैंकड़ों वर्कर्स की छंटनी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए यह कंपनी वर्कर्स की हायरिंग कर रही है। पिछले कुछ महीनों में बहुत सी टेक्नोलॉजी कंपनियों ने बड़ी संख्या में वर्कर्स की छंटनी की है। Bloomberg की एक रिपोर्ट के अनुसार, Salesforce में 1,000 से अधिक जॉब्स पर असर पड़ेगा। हालांकि, छंटनी के दायरे में आने वाले वर्कर्स को कंपनी में अन्य जॉब्स के लिए आवेदन करने का मौका दिया जाएगा।
  • गूगल के वर्कर्स ने की जॉब सिक्योरिटी की डिमांड
    कंपनी के वर्कर्स ने 'जॉब सिक्योरिटी' शीर्षक वाली एक इंटरनल पेटिशन शुरू की है। पिछली कुछ तिमाहियों में Amazon और Meta सहित बहुत सी बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों ने छंटनी की है। गूगल के 1,250 से अधिक वर्कर्स ने इस पेटिशन पर साइन किए हैं। इससे कंपनी में छंटनी की आशंका को लेकर वर्कर्स में बढ़ती चिंता का संकेत मिल रहा है।
  • इंफोसिस के हैदराबाद कैम्पस में मिलेंगी 17,000 जॉब्स
    कंपनी के तेलंगाना में हैदराबाद के कैम्पस के एक्सटेंशन में 17,000 अतिरिक्त जॉब्स जेनरेट होंगी। हैदराबाद के Pocharam में मौजूद इंफोसिस के इस कैम्पस में 35,000 से अधिक वर्कर्स कार्य करते हैं। यह देश में कंपनी के बड़े कैम्पस में शामिल है। पिछले वर्ष कंपनी को नए ग्रेजुएट्स की जॉइनिंग को टालने की वजह से आलोचना का सामना करना पड़ा था।
  • इंफोसिस का प्रॉफिट बढ़कर 6,806 करोड़ रुपये, नई हायरिंग करेगी कंपनी 
    तीसरी तिमाही में कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू सात प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 41,764 करोड़ रुपये का है। इस रेवेन्यू में फाइनेंशियल सर्विसेज और मैन्युफैक्चरिंग वर्टिकल्स की हिस्सेदारी लगभग 27.8 प्रतिशत और लगभग 15.5 प्रतिशत की रही है। भारत और यूरोप में कंपनी ने वर्ष-दर-वर्ष आधार पर डबल डिजिट में ग्रोथ हासिल की है।
  • Airtel कर्मचारी विदेश में बैठे ठगों को मुहैया करवाते थे फर्जी नम्बर!
    पुलिस ने Airtel के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि ये इंडोनेशिया और चीन से जुड़े ठगों को वर्चुअल फोन नम्बर उपलब्ध करवाते थे। उसके बाद ये ठग लोकल युवाओं को अपने जाल में फंसाने का काम करते थे। ये ठग युवाओं को फेक जॉब का झांसा देता था। उन्हें टास्क आधारित फ्रॉड निवेश के लिए फंसाते थे।
  • TCS का प्रॉफिट बढ़कर 12,444 करोड़ रुपये पर पहुंचा, वर्कर्स की संख्या 6 लाख से ज्यादा
    TCS का पिछली तिमाही में मार्जिन 0.40 प्रतिशत बढ़कर 24.5 प्रतिशत पर पहुंच गया। दूसरी तिमाही में TCS का मार्जिन 24.1 प्रतिशत का था। हालांकि, वर्ष-दर-वर्ष आधार पर मार्जिन में लगभग 0.50 प्रतिशत की कमी हुई है। हालांकि, कंपनी के लिए कम्युनिकेशन एंड मीडिया वर्टिकल में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 10.6 प्रतिशत की गिरावट हुई है। कंपनी को भारत के रीजन में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 70 प्रतिशत से अधिक की ग्रोथ मिली है।

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