हाल ही में चीन के सबसे लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग और कॉलिंग ऐप WeChat ने अपने प्लेटफॉर्म पर क्रिप्टो से जुड़ी एक्टिविटीज पर रोक लगा दी थी। WeChat ने इसे अवैध कारोबार की कैटेगरी में डाल दिया है
WeChat के मैनेजमेंट ने इस वर्ष की शुरुआत में चीन के रेगुलेटर्स की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस के अनुसार रूल्स में बदलाव किया है। इन रेगुलेटर्स ने इंडस्ट्री को ऐसे डिजिटल एसेट्स से दूरी बनाने की सलाह दी थी
यह पहली बार नहीं है कि जब सरकार ने चीन से जुड़े ऐप्स पर देश में बैन लगाया है। चीन के साथ बॉर्डर पर तनाव के बाद लगभग दो वर्ष पहले टिकटॉक, शेयरइट, UC Browser और WeChat सहित कई ऐप्स पर रोक लगाई गई थी
‘US सीनेट ज्यूडिशरी कमिटी’ फैसला करेगी कि क्या पूरी सीनेट को Google और फेसबुक जैसी टेक कंपनियों पर लगाम लगाने के मकसद से दो बिलों पर वोटिंग करनी चाहिए।
TikTok (टिकटॉक), WeChat (वीचैट) समेत 59 चाइनीज कंपनियों को भारत में परमानेंट बैन कर दिया गया है। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (MeitY) ने पिछले साल इन ऐप्स पर बैन लगाया था।
स्थाई रूप से बैन हुए 59 ऐप्स में कुछ बड़े नाम TikTok, WeChat, UC Browser और Baidu हैं। कुछ गेम्स को भी स्थाई बैन मिल गया है, लेकिन अच्छी बात यह है कि इस लिस्ट में PUBG Mobile India का नाम नहीं है।
अब आप जल्द ही अपने दोस्तों को व्हाट्सऐप के जरिए पैसे भेज पाएंगे। फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी द्वारा अपने मैसेजिंग ऐप WhatsApp में इस साल के अंत तक यूपीआई के लिए सपोर्ट जारी किए जाने की उम्मीद है। यह जानकारी एक सूत्र के हवाले से मिली है।
मुफ्त फोन कॉल करना किसे नहीं पसंद, लेकिन यह भी हकीकत है कि दुनिया में कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता। मगर प्रतिस्पर्धा में बने रहने के मकसद के टेक्नोलॉजी कंपनियां लगातार अपने यूज़र को कुछ खास देने की कोशिश में रहती हैं।