Elon Musk Starlink in India : DoT (दूरसंचार विभाग) ने कथित तौर पर स्टारलिंक को ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन लाइसेंस (GMPCS) दिया है, जो सैटेलाइट इंटरनेट के लिए अहम है।
Satellite Internet : अमेरिका के फेडरल कॉम्पिटिशन कमिशन ने स्टारलिंक को टी-मोबाइल के फोन्स में सैटेलाइट कनेक्टिविटी का एक्सपेरिमेंट करने की इजाजत दे दी है।
Amazon satellite internet : एमेजॉन ने भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विसेज को लॉन्च करने के लिए इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड अथराइजेशन सेंटर (IN-SPACe) में आवेदन किया है।
रिलायंस जियो का कहना है कि विदेशी सैटेलाइट सर्विस प्रोवाइडर्स वॉयस और डेटा सर्विसेज उपलब्ध करा सकते हैं और इससे देश की टेलीकॉम कंपनियों को मुश्किल होगी
स्पेसएक्स के नए सैटेलाइट्स फर्स्ट जेनरेशन मॉडल्स के मुकाबले ज्यादा पावरफुल हैं। ये ज्यादा इंटरनेट ट्रैफिक को कंट्रोल कर सकते हैं और सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को सीधे लोगों के स्मार्टफोन्स तक पहुंचा सकते हैं।
Elon Musk : उनकी कंपनी स्टारलिंक रूस के हमले की शुरुआत से ही यूक्रेन को सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस मुहैया करा रही है। इस काम में स्पेसएक्स के कई मिलियन डॉलर खर्च हो चुके हैं।
यह जानकारी बुधवार को US नेशनल साइंस फाउंडेशन ने दी। एक ट्वीट में बताया गया कि हाल में डिप्लॉय किए गए यूजर टर्मिनल के साथ स्टारलिंक, मैकमुर्डो स्टेशन पर पोलर सर्विस की टेस्टिंग कर रहा है, जिससे बैंडविड्थ और कनेक्टिविटी बढ़ रही है।
SpaceX ने एक रिपोर्ट के माध्यम से जानकारी दी कि Falcon 9 रॉकेट के माध्यम से 46 सैटलाइट अंतरिक्ष में छोड़े गए हैं। इन्हें Space Launch Complex 4 East (SLC-4E) स्टेशन से ऑर्बिट में स्थापित किया गया है।