भारत में Elon Musk की कंपनी Starlink को सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए लाइसेंस मिल चुका है और अब इसके कमर्शियल लॉन्च की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। Starlink का दावा है कि वह देश के दूर-दराज और नेटवर्क से कटे इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाएगा, वो भी बिना किसी मोबाइल टावर या फाइबर लाइन के। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, Starlink इंडिया में 10 USD, यानी करीब 850 रुपये मासिक कीमत वाला एक बेसिक इंटरनेट प्लान ऑफर करने की तैयारी में है, लेकिन इस प्लान से पहले यूजर्स को एक बार में मोटी रकम चुकानी पड़ सकती है, जो Starlink की इंटरनेट किट के लिए ली जाएगी, जिसमें सैटेलाइट डिश, राउटर, केबल्स और बाकी जरूरी इक्विपमेंट शामिल होंगे।
What is the cost of a Starlink connection?
Starlink द्वारा दिया जाने वाला इंटरनेट कनेक्शन भले ही सैटेलाइट के जरिए आता हो, लेकिन इसे डिवाइस तक पहुंचाने का काम कई अन्य टूल्स व इक्विपमेंट्स का होता है और असली कीमत इन्हीं की होती है। जिस तरह फाइबर ब्रॉडबैंड कनेक्शन के लिए एक राउटर लगता है और इसी के लिए यूजर्स को कुछ इंस्टॉलेशन फीस अदा करनी होती है। ठीक इसी तरह Starlink सैटेलाइट इंटनेट सर्विस के लिए भी इंस्टॉलेशन किट की जरूरत होती है।
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Starlink की अन्य देशों के लिए लाइव
वेबसाइट पर मौजूद डिटेल्स को देखा जाए, तो ये इंटरनेट किट कुछ हद तक DIY यानी 'डू इट योरसेल्फ' किट होती है, जिसे कोई भी यूजर खुद इंस्टॉल कर सकता है। इसके लिए आपको किसी स्पेशल इंजीनियर या टेक्नीशियन की जरूरत नहीं होती। इस किट में एक सैटेलाइट डिश, एक पावर एडेप्टर, एक Starlink राउटर, एक 15 मीटर की Starlink केबल और एक AC केबल शामिल होती है। ये सभी चीजें मिलकर सैटेलाइट से इंटरनेट सिग्नल लेकर आपके घर में Wi-Fi नेटवर्क बनाने का काम करती हैं।
भारत में Starlink की यह सर्विस खासतौर पर उन इलाकों के लिए लॉन्च की जा सकती है, जहां अभी तक 5G, 4G या फाइबर ब्रॉडबैंड जैसी सर्विसेस नहीं पहुंच पाई हैं। ऐसे रिमोट और ग्रामीण इलाकों में जहां मोबाइल नेटवर्क भी कमजोर रहता है, वहां Starlink का सेटअप एक ऑप्शन के तौर पर सामने आ सकता है। हालांकि इसकी शुरुआती कीमत कई यूजर्स के लिए थोड़ी भारी हो सकती है। विदेशी मार्केट्स की बात करें तो अमेरिका में यह किट $349 की आती है, जो मौजूदा एक्सचेंज रेट के हिसाब से भारत में करीब 30,000 रुपये के आसपास बैठती है। वहीं कुछ देशों में यह आंकड़ा भारतीय करेंसी में 36,000 रुपये तक जाता है।
अभी कंपनी ने भारत के लिए प्लान्स भी जारी नहीं किए हैं। हालांकि, कुछ समय पहले आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि शुरुआत में यूजर्स को लुभाने के लिए
बेसिक सर्विस की कीमत 10 डॉलर प्रति माह रखी जा सकती है। हालांकि, उस समय भी इंस्टॉलेशन चार्ज अलग से देना पड़ सकता है। यानी पहली बार Starlink यूज करने के लिए एकमुश्त इनवेस्टमेंट जरूरी है, उसके बाद ही मासिक प्लान लागू होगा।
DoT से लाइसेंस मिलने के बाद Starlink अब भारत में ट्रायल स्पेक्ट्रम के लिए आवेदन करेगी और इसके बाद यूजर टर्मिनल इंस्टॉल करने की प्रक्रिया शुरू होगी। कंपनी का प्लान है कि वह अगले कुछ महीनों में रूरल एरिया में फोकस करते हुए अपनी सर्विस रोलआउट करे, जिससे उन इलाकों में इंटरनेट की कनेक्टिविटी बढ़ाई जा सके जहां अभी तक किसी भी नेटवर्क की पहुंच नहीं है।