पिछले महीने अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद से क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस भी काफी बढ़ा है। इस सेगमेंट में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स भी दिलचस्पी ले रहे हैं। सॉफ्टवेयर कंपनी Microstrategy ने अपनी बिटकॉइन की होल्डिंग को बढ़ाया है।
इस कंपनी ने अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) को एक
फाइलिंग में बताया है कि उसने 2 से 8 दिसंबर के बीच लगभग 21,550 बिटकॉइन लगभग 2.1 अरब डॉलर में खरीदे हैं। इसके लिए प्रति बिटकॉइन 98,783 डॉलर का औसत प्राइस दिया गया है। कंपनी ने बिटकॉइन की इस खरीदारी के लिए दो अरब डॉलर से ज्यादा के शेयर्स की बिक्री की है। माइक्रोस्ट्रैटेजी के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन, Michael Saylor ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया कि कंपनी के पास कुल 4,23,650 बिटकॉइन हैं। इसके लिए कंपनी की प्रति
बिटकॉइन औसत कॉस्ट लगभग 60,324 डॉलर की है।
हाल ही में बिटकॉइन ने एक लाख डॉलर के लेवल को पार किया था। हालांकि, इसके बाद से इसके प्राइस में गिरावट हुई है। बिटकॉइन का प्राइस मंगलवार को लगभग 1.30 प्रतिशत घटकर 97,600 डॉलर से कुछ अधिक पर था। पिछले महीने MicroStrategy ने लगभग 55,000 बिटकॉइन की खरीदारी लगभग 5.4 अरब डॉलर में की थी। कंपनी ने 18 से 24 नवंबर के बीच लगभग 5.4 अरब डॉलर के बिटकॉइन खरीदे थे। इसके लिए 97,862 डॉलर प्रति बिटकॉइन का औसत प्राइस चुकाया गया था। माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बताया था कि उसने इस खरीदारी के लिए शेयर्स की बिक्री और कन्वर्टिबल नोट्स से मिले फंड का इस्तेमाल किया है।
यह रकम के लिहाज से इसकी बिटकॉइन की दिसंबर 2020 के बाद सबसे बड़ी खरीदारी थी। माइक्रोस्ट्रैटेजी ने इन्फ्लेशन के खिलाफ हेज के लिए बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट करने का फैसला किया था। यह कंपनी शुरुआत में कैश के बदले बिटकॉइन खरीदती थी। इसके बाद से माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बिटकॉइन खरीदने के लिए शेयर्स और कन्वर्टिबल डेट की बिक्री से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कर रही है। हाल ही में ट्रंप ने क्रिप्टोकरेंसीज के समर्थक Paul Atkins को SEC का नया चीफ नियुक्त किया था। इससे अमेरिका में ट्रंप की अगुवाई वाली नई सरकार के कार्यभार संभालने पर क्रिप्टो के पक्ष में पॉलिसी बनाए जाने की संभावना बढ़ी है।