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Retail - ख़बरें

  • Apple ने लॉन्च के बाद से बेचे 3 अरब iPhone, सेल्स में भारत की बढ़ रही हिस्सेदारी
    एपल को तीसरी तिमाही में 23.42 अरब डॉलर (लगभग 2.04 लाख रुपये) का प्रॉफिट मिला है। कंपनी का Mac और iPad से रेवेन्यू क्रमशः 8.05 अरब डॉलर (लगभग 0.70 लाख करोड़ रुपये) और 6.58 अरब डॉलर (लगभग 0.57 लाख करोड़ रुपये) का रहा है। भारत में भी आईफोन्स की बिक्री में बढ़ोतरी हो रही है। देश में इस वर्ष की दूसरी तिमाही में एपल के iPhone 16 की सबसे अधिक शिपमेंट हुई है।
  • भारत बना दुनिया में सबसे तेज पेमेंट्स करने वाला देश, UPI ने बढ़ाई ट्रांजैक्शंस की स्पीड
    हाल ही में केंद्र सरकार ने UPI के जरिए डिजिटल तरीके से पेमेंट्स को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया था। इसके साथ ही सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लगाने के किसी प्रपोजल पर विचार नहीं किया जा रहा है। देश में UPI के जरिए प्रति माह 18 अरब से अधिक ट्रांजैक्शंस हो रही हैं।
  • भारत बना दुनिया में सबसे तेज पेमेंट्स करने वाला देश, UPI ने बढ़ाई ट्रांजैक्शंस की स्पीड
    हाल ही में केंद्र सरकार ने UPI के जरिए डिजिटल तरीके से पेमेंट्स को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया था। इसके साथ ही सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लगाने के किसी प्रपोजल पर विचार नहीं किया जा रहा है। देश में UPI के जरिए प्रति माह 18 अरब से अधिक ट्रांजैक्शंस हो रही हैं।
  • Apple के iPhone की 20वीं एनिवर्सरी पर पेश हो सकता है फोल्डेबल iPhone, स्मार्ट ग्लासेज
    पिछले कुछ वर्षों में फोल्डेबल स्मार्टफोन्स का मार्केट तेजी से बढ़ा है। इस मार्केट में दक्षिण कोरिया की Samsung की सबसे अधिक हिस्सेदारी है। Bloomberg के टेक्नोलॉजी जर्नलिस्ट Mark Gurman ने Power On न्यूजलेटर में बताया है कि आईफोन के दो दशक पूरे होने के मौके पर एपल का फोल्डेबल आईफोन पेश किया जाएगा। फोल्डेबल आईफोन 2027 में बिक्री के लिए उपलब्ध हो सकता है।
  • ये 5 सरकारी ऐप हैं बड़े काम के! क्या आपके स्मार्टफोन में हैं?
    डिजिटल जमाने में ऐसे कई सारे ऐप्स अब आ चुके हैं जो आपकी रोजमर्रा जिंदगी में आपका काफी समय बचा सकते हैं और आपके लिए काफी काम के साबित हो सकते हैं। सरकार की ओर से कई सारे ऐप्स शुरू किए गए हैं जो आपको सरकारी कामों या पब्लिक प्लेस में समय बचाने में काफी मदद करते हैं। RBI Retail Direct App, mParivahan App समेत कई ऐप्स इसमें शामिल हैं।
  • Apple के ऐप स्टोर से भारत के डिवेलपर्स को मिली 44,000 करोड़ रुपये से अधिक की सेल्स
    Apple के App Store से पिछले वर्ष भारत के डिवेलपर्स की ऐप्स को 75 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया गया है। इससे देश के ऐप डिवेलपर्स को लगभग 44,447 करोड़ रुपये की सेल्स मिली है। इसमें से लगभग 94 प्रतिशत रेवेन्य केवल डिवेलपर्स और कारोबारों को मिला है और इसमें एपल को कमीशन का भुगतान नहीं किया गया है। पिछले पांच वर्षों में ऐप स्टोर पर भारत के डिवेलपर्स की आमदनी तीन गुणा से अधिक बढ़ी है।
  • Flipkart की IPO लाने की तैयारी, सिंगापुर से भारत शिफ्ट होगी होल्डिंग कंपनी
    फ्लिपकार्ट की पैरेंट कंपनी Walmart की योजना इसका इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने की है। बहुत से भारतीय स्टार्टअप्स ने अधिक कैपिटल और कम टैक्स की वजह से अपना बेस विदेश में रखा था। हालांकि, भारत में IPO की बेहतर संभावनाओं की वजह से इनमें से कुछ स्टार्टअप्स सिंगापुर और अमेरिका से वापस लौट रहे हैं। भारत में डुअल लिस्टिंग की अनुमति नहीं है।
  • Infosys को लगा झटका, प्रॉफिट में 11 प्रतिशत की गिरावट
    मौजूदा फाइनेंशियल ईयर के लिए कंपनी के रेवेन्यू में ग्रोथ के अनुमान से भी इस सेक्टर में कॉम्पिटिशन बढ़ने का संकेत मिल रहा है। इंफोसिस ने रेवेन्यू में तीन प्रतिशत तक की ग्रोथ का अनुमान दिया है। हालांकि, कंपनी के मार्जिन गाइडेंस का अनुमान 20-22 प्रतिशत पर बरकरार है। कंपनी ने कहा है कि मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में वह 20,000 से अधिक फ्रेशर्स की हायरिंग कर सकती है।
  • Amazon पर लगा स्मार्टफोन्स के जरिए कंज्यूमर्स की निगरानी करने का आरोप
    इस बारे में एक कानूनी मामले में बताया गया है कि कंपनी ने बड़ी संख्या में ऐप डिवेलपर्स को उनके ऐप्स में एम्बेड करने के लिए Amazon Ads SDK कोड उपलब्ध कराया है। अमेरिका में San Francisco की अदालत में दाखिल की गई शिकायत में कहा गया है कि एमेजॉन ने कंज्यूमर्स के निवास, कार्य, शॉपिंग और विजिट को लेकर बड़ी मात्रा में जियोलोकेशन डेटा एकत्र किया है।
  • Blinkit से सिर्फ 10 मिनटों में होगी लैपटॉप, प्रिंटर की डिलीवरी
    यह सर्विस शुरुआत में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, लखनऊ और कोलकाता में दी जा रही है। कंपनी के पास HP के लैपटॉप, Lenovo, MSI और Zebronics के मॉनिटर्स और Canon और HP के प्रिंटर हैं। इस कैटेगरी में ब्लिंकिट ने प्रमुख ब्रांड्स के साथ टाई-अप किया है। इन प्रोडक्ट्स में से अधिकतर की डिलीवरी ब्लिंकिट के बड़े ऑर्डर के फ्लीट से होगी।
  • Amazon और Flipkart के खिलाफ जांच का मामला कर्नाटक हाई कोर्ट को ट्रांसफर
    एमेजॉन और फ्लिपकार्ट के कथित तौर पर कॉम्पिटिशन के खिलाफ कारोबारी तरीकों की CCI की ओर से जांच को चुनौती गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक हाई कोर्ट इस मामले की जल्द सुनवाई करने का निर्देश दिया है। इन ई-कॉमर्स कंपनियों और CCI ने इस मामले को सुनवाई के लिए कर्नाटक हाई कोर्ट को ट्रांसफर करने पर सहमति दी थी। इन ई-कॉमर्स कंपनियों पर गलत कारोबारी तरीकों का इस्तेमाल करने का आरोप है।
  • Blinkit, Zepto को मिल सकती है राहत, CCI की जांच होनी मुश्किल
    हाल ही में ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन (AICPDF) ने CCI को लिखे एक पत्र में बताया था कि क्विक कॉमर्स से जुड़ी कंपनियां कम प्राइसिंग या भारी डिस्काउंट देकर कस्टमर्स को खींचने का प्रयास कर रही हैं। इसमें CCI से सामान्य डिस्ट्रीब्यूटर्स और रिटेलर्स के हितों की सुरक्षा के लिए उपाय लागू करने का निवेदन किया गया था।
  • Blinkit, Zepto से मुकाबले के लिए Amazon कर रही 15 मिनट में ग्रॉसरी की डिलीवरी का ट्रायल
    एमेजॉन ने ग्रॉसरी और प्रति दिन की जरूरत के अन्य सामान की 15 मिनट के अंदर डिलीवरी का बेंगलुरू में ट्रायल शुरू किया है। इस सेगमेंट में Blinkit, Swiggy Instamart और Zepto की बड़ी हिस्सेदारी है। क्विक कॉमर्स मार्केट की वार्षिक सेल्स लगभग छह अरब डॉलर होने का अनुमान है। हाल ही में ब्लिंकिट, स्विगी और जोमाटो पर कथित तौर पर प्राइस घटाकर बिजनेस बढ़ाने का आरोप लगा था।
  • स्विगी और ब्लिंकिट को टक्कर देने की तैयारी में Amazon, लॉन्च कर सकती है 'Tez'
    क्विक कॉमर्स सेगमेंट में कंपनी की नई सर्विस 'Tez' लॉन्च करने की योजना है। इससे एमेजॉन को अपना बिजनेस बढ़ाने में आसानी हो सकती है। नई सर्विस को अगले वर्ष लॉन्च करने की तैयारी है। इसके लिए एमेजॉन स्टोर्स तैयार कर रही है। क्विक कॉमर्स सेगमेंट में Blinkit, Swiggy Instamart और Zepto जैसी कंपनियों की बड़ी हिस्सेदारी है।
  • Amazon और Flipkart पर कसा ED का शिकंजा, सीनियर एग्जिक्यूटिव्स को जल्द मिल सकते हैं समन
    ED की ओर से जल्द ही एमेजॉन और फ्लिपकार्ट के सीनियर एग्जिक्यूटिव्स को समन भेजा जा सकता है। इन कंपनियों का कहना है कि वे देश के कानूनों का पालन करती हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों से ED इन कंपनियों के खिलाफ आरोपों की जांच कर रहा है। इन कंपनियों पर चुनिंदा सेलर्स के जरिए गुड्स की इन्वेंटरी पर नियंत्रण करने का आरोप है।

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