इस स्पेसप्लेन को Boeing ने बनाया है और इसका साइज लगभग एक स्मॉल बस जितना है। अपने मिशन को समाप्त करने के बाद यह वातावरण के जरिए वापस नीचे आता है और एक एयरप्लेन की तरह रनवे पर लैंड करता है
रिसर्चर्स ने एक आई ट्रैकिंग टेस्ट के जरिए पाया है कि चिंपाजी और बोनबोस अपने समूह के पुराने साथियों को अजनबियों की तुलना में देखने के लिए अधिक समय लगाते हैं
यह ज्युपिटर के इक्वेटर के ऊपर मौजूद है। इससे यह पता चल सकता है कि इस ग्रह का असमान वातावरण किस प्रकार का है। NASA के James Webb Space Telescope ने इसकी इमेज कैप्चर की है
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यह आइलैंड व्हेल और सील के शिकार के लिए भी इस्तेमाल होता था। डिसेप्शन आइलैंड पर कुछ साइंटिफिक रिसर्च स्टेशंस भी हैं। हालांकि, इनमें से कुछ ज्वालामुखी में विस्फोटों के कारण नष्ट हो चुके हैं
हिमालय में मिले खनिज तत्वों में कैल्शियम और मैगनीशियम कार्बोनेट पाए गए हैं। इससे वैज्ञानिकों को यह समझने में आसानी हो सकती है कि किस प्रकार के इवेंट्स की वजह से धरती के इतिहास में एक बड़ा ऑक्सिजेनेशन हुआ होगा
यह रंग ऊपरी समुद्र में बड़ी मात्रा में पौधों जैसे माइक्रोब्स में मौजूद हरे पिगमेंट क्लोरोफिल से आता है। इस वजह से वैज्ञानिक जलवायु परिवर्तन से निपटने की अपनी कोशिश में इसकी निगरानी करना चाहते हैं
इस ज्वालामुखी में विस्फोट से समुद्र के बड़े हिस्से का पानी तुरंत वाष्प बन गया था और आसमान की ओर राख, गैस और पांच लाख टन से ज्यादा वाष्प का एक मशरूम के आकार वाला बादल गया था
अमेरिका की कोलोराडो यूनिवर्सिटी और बकनेल यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोनॉमर्स Sebastian Pineda और Jackie Villadsen ने YZ Ceti से लगातार रेडियो सिग्नल मिलने का पता लगाया है
इसे Z 229-15 कहा जा रहा है और यह तारों के समूह Lyra में है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी का कहना है कि यह एक गैलेक्सी है जो गुरुत्वाकर्षण के कारण जुड़े तारे होते हैं
NASA ने इंस्टाग्राम पर लगभग सात वर्ष पुरानी धरती की रात में रोशनी से जगमगाती तस्वीर शेयर की है। इसमें धरती का बाहरी हिस्सा हल्की नीली रोशनी में दिख रहा है
जेम्स वेब टेलीस्कोप से पहले एस्ट्रोनॉमर्स के पास WR 124 जैसे एनवायरमेंट्स में धूल के बनने को लेकर पर्याप्त जानकारी नहीं थी। वास्तविक डेटा मिलने के बाद इस बारे में रिसर्च को बढ़ाया जा सकता है