चिंपाजी को वर्षों तक याद रहते हैं चेहरे, स्टडी में हुआ खुलासा

इस स्टडी में पाया गया है कि चिंपाजी और बोनबोस में चेहरों को पहचानने की क्षमता होती है और वे 26 वर्षों तक अलग रहने के बाद भी चेहरे पहचान सकते हैं

चिंपाजी को वर्षों तक याद रहते हैं चेहरे, स्टडी में हुआ खुलासा

वे 26 वर्षों तक अलग रहने के बाद भी चेहरे पहचान सकते हैं

ख़ास बातें
  • चिंपाजी और बोनबोस में चेहरों को पहचानने की क्षमता होने का पता चला है
  • वे अपने समूह के पुराने साथियों को अजनबियों की तुलना में अधिक देखते हैं
  • इनके पास लंबी-अवधि की मेमोरी होने का संकेत मिला है
विज्ञापन
मनुष्यों में बहुत कम आयु से चेहरों को पहचानने और उन्हें याद रखने की क्षमता होती है। नवजात शिशु अक्सर चेहरों को देखने की अपनी पसंद दिखाते हैं। उनके बड़े होने के साथ ही यह क्षमता भी बेहतर हो जाती है। चेहरे को पहचानना एक समग्र प्रक्रिया होती है। इसमें दिमाग व्यक्तिगत विशेषताओं के बजाय चेहरों को एक समग्र तौर पर याद रखता है। 

लोगों को याद रखने की क्षमता के कारण मनुष्य लंबी अवधि तक मेलजोल रखने के लिए भी जाने जाते हैं। हालांकि, इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है कि वानरों में यह क्षमता किस प्रकार की होती है। हाल ही में Proceedings of the National Academy of Sciences में प्रकाशित एक स्टडी में इसे लेकर कुछ दिलचस्प निष्कर्ष दिए हैं। इसमें बताया गया है कि चिंपाजी और बोनबोस में चेहरों को पहचानने की क्षमता होती है और वे 26 वर्षों तक अलग रहने के बाद भी चेहरे पहचान सकते हैं। रिसर्चर्स ने एक आई ट्रैकिंग टेस्ट के जरिए पाया है कि चिंपाजी और बोनबोस अपने समूह के पुराने साथियों को अजनबियों की तुलना में देखने के लिए अधिक समय लगाते हैं। 

इससे चेहरे को पहचानने की चिंपाजियों की लंबी-अवधि की मेमोरी का संकेत मिलता है। इसमें एक दिलचस्प बात यह है कि चेहरे की ओर देखने की उनकी अवधि उनके पिछले संबंधों की स्थिति के साथ जुड़ती दिखती है। वे उन चेहरों को ज्यादा देर तक देखते हैं जिनके साथ उनकी निकटता होती है। इन निष्कर्षों से यह माना जा सकता है कि मनुष्यों की लंबी अवधि की उत्कृष्ट मेमोरी की क्षमता चिंपाजी और बोनबोस में भी हो सकती है। इसके पीछे करोड़ों वर्ष पूर्व उनके साझा पूर्वज होने का कारण भी हो सकता है। 

इस रिसर्च की पहली लेखिका Laura Lewis अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले से जुड़ी हैं। Lewis ने The Guardian को बताया, "इन निष्कर्षों से चिंपाजी और बोनबोस के पास लंबी-अवधि की मेमोरी होने का पता चला है। वानरों की मेमोरी पर उनके सामाजिक संबंधों का असर होने का भी इस स्टडी से संकेत मिला है। यह हैरान करने वाली बात है कि इस सामाजिक मेमोरी की अवधि और प्रकार मनुष्यों की लंबी-अवधि की मेमोरी के लगभग समान है।" इससे पहले कुछ स्टडीज में चिंपाजियों के पास मनुष्यों के समान प्रतिक्रिया देने की कुछ क्षमता का पता चला था। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Science, Observation, Study, Faces, Data, Researchers, Demand, Groups, chimpanzee, America
आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Apple Event 2025 LIVE: iPhone 17 Air होगा आज तक का सबसे पतला आईफोन!
  2. UPI की प्रति दिन और प्रति ट्रांजैक्शन लिमिट में जल्द होगी बढ़ोतरी
  3. अब हिंदी में मिलेगा Google Search का स्मार्ट AI अनुभव
  4. Sony Xperia 10 VII में मिल सकता है Snapdragon 6 Gen 3 चिपसेट
  5. iOS 26 Liquid Glass Update: रिलीज डेट, सपोर्टेड iPhones और सभी नए फीचर्स, यहां जानें सब कुछ
  6. भारतीय साइबर एजेंसी की चेतावनी: Chrome को तुरंत करें अपडेट, नहीं तो डेटा खतरे में!
  7. Apple के ‘Awe Dropping' लॉन्च इवेंट से पहले नए AirPods Pro के स्पेसिफिकेशंस हुए लीक
  8. OnePlus आगामी 8000mAh और 9000mAh बैटरी वाले स्मार्टफोन की कर रहा टेस्टिंग, जानें सबकुछ
  9. Vivo X300 Pro में होगा 6.78 इंच फ्लैट डिस्प्ले, जल्द लॉन्च की तैयारी
  10. PVR INOX Blockbuster Tuesdays ऑफर: पूरे देश में सिर्फ ₹99 में मिल रही मूवी की टिकट
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »