यूं तो गेम मोबाइल ऐप स्टोर्स में उपलब्ध नहीं है, लेकिन अभी भी इसे थर्ड-पार्टी स्टोर या ऑनलाइन APK के जरिए डाउनलोड और इंस्टॉल किया जा सकता है और खेला जा सकता है।
BGMI को सर्विस प्रोवाइडर्स Google और Apple ने हटा दिया था। Krafton के YouTube पर एक नया BGMI प्लेयर सपोर्ट चैनल शुरू करने से इस गेम के जल्द आने का संकेत मिल रहा है
VLC की तरह ही UCBrowser भी भारत में बैन है। बैन होने से पहले यह देश में सबसे पॉपुलर ब्राउजर की लिस्ट में था। इसका सबसे खास फीचर इसका Ad-blocker फीचर था।
ये सभी अकाउंट्स अवैध प्रोग्राम्स का इस्तेमाल कर रहे थे। इन्हें स्थायी रूप से बैन कर दिया गया है। कंपनी का कहना है कि प्लेयर्स को बेहतर गेमिंग माहौल देने के लिए वह इस तरह के कदम उठाती रहेगी।
MeitY ने अपने जवाब में केवल इतना कहा है कि PUBG या किसी अन्य कंपनी/मोबाइल ऐप के भारत में लॉन्च की अनुमति देने में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की कोई भूमिका नहीं है।
पिछले महीने के आखिर में, Battlegrounds Mobile India को लेकर अरुणाचल प्रदेश विधान सभा के सदस्य निनॉन्ग एरिंग (Ninong Ering) ने भी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को एक पत्र लिखा था।
अरुणाचल प्रदेश विधान सभा के सदस्य निनॉन्ग एरिंग (Ninong Ering) ने शनिवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को एक पत्र लिखा और कहा कि Battlegrounds Mobile India गेम मात्र एक भ्रम है और यह मामूली बदलावों के साथ आने वाला पुराना PUBG Mobile गेम ही है।
PUBG Mobile ने यह भी साझा किया है कि बैन किए गए 1.6 मिलियन से अधिक अकाउंट्स में से 35 प्रतिशत प्लेयर्स ब्रॉन्ज़ लेवल पर थे, 13 प्रतिशत डायमंड में, 12 प्रतिशत क्राउन में, 11 प्रतिशत सिल्वर और प्लेटिनम में, 9 प्रतिशत गोल्ड में, 8 प्रतिशत ऐस में और बचे 1 प्रतिशत कॉन्करर लेवल में थे।
एक ओर गेम पब्लिशर का नए वर्ज़न को भारत में रिलीज़ न करने का फैसला और दूसरी ओर केंद्रिय मंत्री जावडेकर का PUBG Mobile को हिंसक और एडिक्टेड गेम्स में शामिल करना, निश्चित तौर पर फैंस के लिए धक्का है।
पिछले कुछ समय से पबजी मोबाइल की वापसी पर कई तरह की खबरे आ गई है। एक तरफ PUBG Corp का PUBG Mobile India को घोषित करना और दूसरी तरफ गेम की वापसी को लेकर MeiTY की चुप्पी ने फैंस को असमंजस में डाला हुआ है।