महाराष्ट्र की साइबर सेल ने उन सभी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ शिकंजा कसा है, जो कई दिनों से लॉरेंस बिश्नोई और दाऊद इब्राहिम की प्रिंट वाली टी-शर्ट बेच रहे थे। फ्लिपकार्ट, अलीएक्सप्रेस, टीशॉपर और एट्सी जैसे सेलर्स और प्लेटफार्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के प्रोडक्ट बेचने से निश्चित तौर पर युवाओं के बीच गलत संदेश जाएगा।
पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन पेमेंट्स का दायरा तेजी से बढ़ा है। इसी साल मई में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ट्रांजैक्शंस ने रिकॉर्ड बनाया था, जिसमें 14.04 अरब UPI ट्रांजैक्शंस हुई, जिनकी वैल्यू लगभग 20.45 लाख करोड़ डॉलर थी। यही कारण है कि दिल्ली पुलिस ने लोगों को सावधान रहने के लिए भी कहा है। डिपार्टमेंट ने UPI से जुड़े फ्रॉड से बचने के कुछ तरीकों को भी शेयर किया है।
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि चुराए गए बिटकॉइन छह वॉलेट्स में ट्रांसफर किए गए थे। यह घटना 4 जुलाई को हुई थी, जब आरोपी महिला अपनी दोस्त के साथ एयरपोर्ट गई थी
इस फर्म को लगभग तीन वर्ष से दिल्ली और मुंबई में चलाया जा रहा था। इस स्टूडेंट को यह नहीं पता कि PAN कार्ड का कैसे गलत इस्तेमाल हो रहा है और ये ट्रांजैक्शंस कैसे की गई हैं
Fraud Calls on Whatsapp : सोशल मीडिया पर तमाम लोग यह कंप्लेंट कर रहे हैं कि उनके पास ऐसी कॉल्स और वॉट्सऐप वॉइस कॉल आ रही हैं, जिनमें उनके परिवार के लोगों को थाने लाए जाने की बात कही जा रही है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में एक अज्ञात नंबर से उन्हें कॉल किया गया था। जब उन्होंने इस कॉल को उठाया तो एक व्यक्ति ने खुद को पुलिसवाला बताकर उनकी बेटी के खतरे में होने की बात कही थी
चैटबॉट 24/7 ऑपरेट करता है और यह पूरी तरह से मानवरहित सूचना केंद्र है। साइबर स्कैम का सामना करने की स्थिति में, चैटबॉट तुरंत कार्रवाई कदम प्रदान करता है और शिकायत रजिस्टर करने के प्रोसेस के जरिए यूजर का मार्गदर्शन करता है।
पुलिस की सायबर यूनिट का दावा है कि इस मामले में पीड़ित ने फोन का उत्तर नहीं दिया था और न ही OTP शेयर किया था। इस मामले के आरोपी ने एडवोकेट की बैंकिंग डिटेल्स और उनका प्राइवेट डेटा हासिल कर एकाउंट से रकम निकाल ली थी
इस व्यक्ति ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में 6.6 करोड़ रुपये से अधिक लगाने का दावा किया था। इस व्यक्ति को शुरुआत में मुनाफे के तौर पर 75 लाख रुपये मिले थे लेकिन बाद में उन्हें रकम मिलनी बंद हो गई थी