Ola ने ग्राहकों से अनुरोध किया कि वे अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल के पार्ट्स आदि को केवल अधिकृत सर्विस सेंटर के जरिए ही फिट कराए और साथ ही एक्सेसरीज भी आधिकारिक ही इस्तेमाल करें।
हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के बयान दिया था कि उनके मंत्रालय ने आग की घटनाओं में शामिल ई-स्कूटर कंपनियों के सीईओ और एमडी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
DRDO द्वारा की गई एक जांच में संगठन ने बैटरी में बड़ी दिक्कत देखी थी। एजेंसी ने साफ किया कि Okinawa Autotech, Pure EV, Jitendra Electric Vehicles, Ola Electric और Boom Motors जैसे इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स निर्माताओं ने लागत में कटौती के लिए लोअर ग्रेड मैटेरियल का इस्तेमाल किया हो सकता है।
बीते कुछ महीनों में Ola Electric, Pure EV, Okinawa, Jitendra EV जैसे ब्रांड्स के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में आग लगने की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, जिसे लेकर सरकारी जांच भी चल रही है।
इस तरह की घटनाएं पिछले कुछ महीनों में बढ़ती नज़र आ रही है, जिसे लेकर अब सरकार गंभीर दिखाई दे रही है। केंद्र ने ईवी में आग की घटनाओं की जांच के लिए सेंटर फॉर फायर एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी (CFEES) को शामिल किया है।
इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। पिछले साल सितंबर में, Pure EV के दो स्कूटरों में भी आग लग गई थी, इसके बाद अक्टूबर में Okinawa के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की खबर आई थी।