इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) पिछले कुछ समय से भारत में चर्चा का विषय बने हुए हैं। गर्मियों के मौसम की शुरुआत होने के साथ ही ई-स्कूटरों में आग लग जाने की घटनाएं भी सामने आने लगीं। कई नामी कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने के वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुए। आमजन में इलेक्ट्रिक व्हीकलों (EVs) के प्रति नकारात्मक भाव पैदा न हो इसके लिए सरकार ने जल्द ही इसकी जांच के लिए कमिटी बना दी कि आखिर इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की क्या वजह है। अब कमिटी की रिपोर्ट सामने आई है इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लग जाने की वजह बताई गई है।
पिछले कुछ हफ्तों में Ola, Okinawa, Boom Motor, Pure EV आदि में आग लग जाने की घटनाएं हुईं। इसके बाद इलेक्ट्रिक व्हीकल की सेफ्टी लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई। Zeebusiness की
रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने जो जांच कमिटी बनाई थी उसने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कमिटी ने जो वजहें बताई हैं उनमें बैटरियों के सेल, डिजाइन में कमी पाई गई है।
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने अपने 1,441 इलेक्ट्रिक स्कूटरों को वापस बुलाया है। जाहिर है कि कंपनी ने स्कूटरों की जांच करवाने का फैसला किया है। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा है कि वापस बुलाए गए स्कूटर्स की जांच की जाएगी। इस जांच में विभिन्न पहलुओं जैसे बैटरी सिस्टम, थर्मल सिस्टम और सेफ्टी सिस्टम की जांच की जाएगी।
भारतीय स्टार्ट-अप ओकिनावा (Okinawa) और प्योर ईवी (PureEV) के स्कूटर्स में भी आग में लगने की घटनाएं पिछले कुछ दिनों में सामने आई हैं। Okinawa और PureEV ने भी अपने स्कूटर्स को रिकॉल किया है। Pure EV ने अपने 2000 स्कूटर्स को वापस बुलाया है ताकि आग लगने की घटनाओं के पीछे की वजह का पता लगाया जा सके।
पिछले महीने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस संबंध में कंपनियों से एक्शन लेने की बात कही थी। साथ ही सरकार की ओर से यह भी साफ किया गया था कि इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों ने अभी प्रोडक्शन करना शुरू किया है और सरकार इनके प्रोडक्शन के लिए कोई अड़चन पैदा नहीं करना चाहती, लेकिन ग्राहकों की सुरक्षा के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में आग लगने की वजहों का पता लगाया जाना अत्यंत आवश्यक है। जन साधारण की जिंदगी के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है।